भाषा सीखने के शौकीन लोगों की देश में कोई कमी नहीं है। कई लोग हैं जो फॉरन लैंग्वेज के कोर्स करने में दिलचस्पी रखते है। फिलहाल ईस्ट एशिया के देशों की भाषा का ज्यादा बोलबाला देखने को मिलता है। अलग-अलग भाषा सीखने वाले छात्र ट्रांसलेटर, एंबेसी आदि में कार्य कर सकत हैं। सरकारी के साथ- साथ प्राइवेट संस्थानों में भी ऐसे छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है जिन्हें कई भाषाएं बोलनी और लिखनी आती है। औ देखा जाए तो आज के समय में सभी चाहते हैं की उन्हें 2 से ज्यादा भाषाएं बोलनी आती हों। कुछ लोग अलग-अलग भाषाएं शौक के लिए सीखते हैं तो कुछ लोग अपने करियर को नए आयामों पर लेके जाने के लिए इन भाषाओं को सीखना जरूरी समझते हैं। जिस ईस्ट एशिया की भाषा के बारे में हम आज आपको बताने जा रहे है वह जापानी भाषा। जापान दुनिया में अपनी टेक्निकल चीजों को लेकर ज्यादा मशहूर है। आइए इस भाषा में डिप्लोमा कोर्स के बारे में जाने।
डिप्लोमा इन जापानी भाषा 3 साल का कोर्स है। 3 साल की अवधि वाले इस कोर्स को समेस्टर सिस्टम के तहत बांटा गया है। जापानी भाषा में डिप्लोमा कोर्स छात्र कक्षा 12 वीं के बाद कर सकते हैं। इस कोर्स में प्रवेश मेरिट और एंट्रेंस बेस पर दिया जाता। कोर्स की अवधि और कोर्स की फीस दोनों संस्थान आधारित होते हैं। कोर्स की फीस की बात करें तो आपको बता दें की जापानी भाषा में डिप्लोमा कोर्स की फीस 2,000 से 2 लाख तक जा सकती है। प्राइवेट और सरकारी संस्थानों की कोर्स फीस में काफी अंतर होता है। सरकारी के मुकाबले प्राइवेट की फीस अधिक होती है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र शिक्षक, ट्रांसलेटर और प्रेस ऑफिसर जैसे कई पदों पर कार्य कर साल का 2 से 10 लाख रुपये कमा सकते हैं। जॉब प्रोफाइल और सैलरी की डिटेल इस लेख में नीचे दी गई है। डिप्लोमा इन जैपनीज कोर्स में छात्रों को एशियन कल्चर, जापानी कल्चर, फॉर्मल कॉन्टेक्स, राइटिंग स्किल्स और जापानी भाषा की बुनियादी चीजों का ज्ञान दिया जाता है। आइए कोर्स के बारे में और अन्य बाते जाने।
डिप्लोमा इन जैपनीज लैंग्वेज : योग्यता
जापानी भाषा में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है।
कोर्स करने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं में कम से कम 60 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है।
इस कोर्स में प्रवेश किसी भी स्ट्रीम का छात्र कर सकता है।
डिप्लोमा इन जैपनीज : प्रवेश प्रक्रिया
डिप्लोमा इन जैपनीज भाषा में प्रवेश छात्र मेरिट और एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर ले सकते हैं। मेरिट बेस पर प्रवेश छात्रों द्वारा कक्षा 12वीं में हासिल अंकों के आधार पर दिया जाता है। शिक्षण संस्थानों द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट में छात्र के प्रदर्शन पर उन्हें कोर्स में प्रेवश के लिए आमंत्रित किया जाता है।
प्रवेश के लिए आवेदन-
कोर्स में प्रवेश करने के लिए छात्र नीचे दिए कॉलेज/ इंस्टीट्यूट / यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन करने के लिए छात्रों को वेबसाइट पर लॉगिन क्रिएट करना है। लॉगिन कर आवेदन पत्र में मांगी गई जानकारी भरके आपको आवेदन शुल्क का भुगतान कर फाइनल सबमिट कर आवेदन पत्र का प्रिंट लेना है।
डिप्लोमा इन जैपनीज : कॉलेज और फीस
- आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम : 30,200 रुपये
- कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चि : 45,600 रुपये
- जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता : 2,734 रुपये
- कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय, नागपुर : 20,500 रुपये
- सैम हिगिनबॉटम कृषि प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, इलाहाबाद : 1,34,000 रुपये
- सावित्रीबाई फुले पुणे प्रौद्योगिकी, पुणे : 65,000 रुपये
- दिल्ली विश्वविद्यालय : 6,200 रुपये
- तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ, पुणे : 90,000 रुपये
- विश्व भारती विश्वविद्यालय, बीरभूम : 1,08,000 रुपये
- यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय, नासिक : 42,000 रुपये
डिप्लोमा इन जैपनीज : सिलेबस
डिप्लोमा इन जैपनीज लैंग्वेज कोर्स 3 साल का कोर्स है जिसका सिलेबस कुछ इस प्रकार है। आइए जाने-
- इंटरकल्चर कांपिटेंस
- एशियन कल्चर
- आईए जैपनीज
- कल्चर ऑफ जैपनीज
- कांजी (1)
- जैपनीज (2)
- जैपनीज (आईबी)
- कांजी (2)
- सोशल ट्रेंड एंड जैपनीज लैंग्वेज
- ऑथेंटिक रीडिंग ऑफ जैपनीज
- जैपनीज लैंग्वेज
- ओरल कांपिटेंस
- फॉर्मल कॉन्टेक्स
- राइटर स्किल्स
- रिसर्च
डिप्लोमा इन जैपनीज : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- टूरिस्ट : 3.90 लाख रुपये सालाना
- सेल्स रिप्रेजेंटेटिल : 4 लाख रुपये सालाना
- गाइड टीचर : 4 लाख रुपये सालाना
- फ्लाइट अटेंडेंट : 4.80 लाख रुपये सालाना
- ट्रांसलेटर : 5 लाख रुपये सालना
- इंटरप्रेटर : 5.50 लाख रुपये सालाना
- जैपनीज ट्रेनर : 6 लाख रुपये सालाना
- डिप्लोमेट : 6 लाख रुपे सालाना
- जर्नलिस्ट : 3 से 4 लाख रुपये सालाना
डिप्लोमा इन जैपनीज : भर्तीकर्ता
- जैपनीज एंबेसी
- एनजीओ
- इमीग्रेंट डिपार्टमेंट
- कस्टम
- ट्रांस्लेशन और इटरप्रिटिंग ऑफिस
- हॉस्पिटैलिटी सेंटर
- टूरिस्ट इंडस्ट्री