नई-नई फूड डिश खाने का शौक किसे नहीं होता। खाने से किसे प्यार नहीं है। सभी लोग आज-कल नए फूड रेस्टोरेंट्स आदि की सर्च में रहते हैं। सभी ढूंढते रहते हैं कि कहा किस तरह का खाना मिलेगा उसे किस तरह से प्रेजेंट किया जा रहा है आदि जैसी सभी चीजे मायने रखती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम सभी पैसे देकर खाना खाते हैं और हमारे लिए खाने के स्वाद के साथ ये भी जरूरी है की वह देखने में भी अच्छा लगे। खाने स्वादिष्ट बनाने के साथ उसे आकर्षक बनाने के लिए लोग कोर्स करते हैं। इस कोर्स का नाम कुलिनरी आर्ट्स है जिसमें खाना बनाने के साथ उसकी मैनेजमेंट तक के बारे में सिखाया जाता है। आपने सुना होगा कि खाना बनाना एक कला है और ये कला छात्र कोर्स करके भी सीख सकते हैं। खाना बनाने की कला को सीखना कोई असाना काम नहीं है। क्योंकि इसके लिए आपकों पहले ये समझना जरूरी है कि खाना बनाने और उसके एक कला में बदलने में क्या अंतर है। वैसे ही ये जानना जरूरी है कि कुकिंग और कुलिनरी आर्ट्स में क्या अंतर है। तो आपको बता दें की कुकिंग और कुलिनरी आर्ट्स दोनों में खाना बनाना सिखाया जाता है। लेकिन कुलिनरी आर्ट्स में खाना बनाने के साथ- साथ छात्रों को खाने की तयारी और उसे प्रेंजट करने के साथ किचंन मैनेजमेंट, साइंस और टेक्निक्स आदि के बारे में भी सिखाया जाता है। जब आर्ट्स की बात आती है तो आपने देखा होगा की बड़े-बड़े रेस्टोरेंट्स में खाने की प्लेट कितनी आकर्षित दिखती है कि आप उनकी फोटो लिए बिना नहीं रह सकते हैं। एक पेंटर की तरह ये शेफ खाने की प्लेट को कैंवस पेंटिंग की तरह बनाते हैं। ये कला ही तो है जिसे सीखने के छात्र कुलिनरी आर्ट्स का कोर्स करते हैं। इस कोर्स में कई सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स भी होते हैं जिसके लिए छात्र आवेदन कर सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स कोर्स के बारे में बताने जा रहें है। आइए कोर्स के बारे में विस्तार से जाने-
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स कोर्स 1 साल का कोर्स है जिसे छात्र कक्षा 12वीं के बाद कर सकते हैं। ये कोर्स फूल टाइम और पार्ट टाइम में उपलब्ध है। ये आप पर निर्भर करता है की आप इसे किस तरह करना चाहते हैं। एक साल के इस कोर्स को 2 समेस्टर में बांटा गया। डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स में छात्रों को की फूड नॉलेज, स्किल्स, क्रिएविटी, कुकिंग स्किल्स, प्रेजेंटेशन, किचन मैनेजमेंट और टाइम मैनजमेंट आदि के बारे में विस्तार से सिखाया जाता है। इसी के साथ छात्रों को किचन में काम की प्रैक्टिकल नॉलेज दी जाती है। इस कोर्स की फीस की बात करें तो कोर्स की फीस 55,000 से 10 लाख के बीच में हो सकती है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र कई अच्छे रेस्टोरेंट्स, होटल और रिसॉर्ट आदि मे काम करके साल का 3 से 6 लाख साला का कमा सकते हैं।
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स कोर्स की योग्यता
कुलिनरी आर्ट्स कोर्स में डिप्लोमा करने के लिए छात्र को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है।
किसी भी स्ट्रीम का छात्र इस कोर्स के लिए आवेनद कर सकता है।
इस कोर्स के लिए आवेदन करने वाले छात्र की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स : प्रवेश प्रक्रिया
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स में छात्र मेरिट और परीक्षा के आधार पर प्रवेश लिया जा सकता है। मेरिट बेस पर छात्रों को प्रवेश कक्षा 12वीं के अंकों के आधार पर दिया जाता है और प्रवेश परीक्षा में संस्थान द्वारा आयोजि प्रवेश परीक्षा में छात्र के प्रदर्शन के आधार उन्हें कोर्स में दाखिला मिलता है। कोर्स में प्रवेश करने के लिए छात्रों को कोर्स के लिए आवेदन करना होगा। नीचे दिए आसान चरणों के माध्यम से आप कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स आवेदन प्रक्रिया
चरण 1 - डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स में प्रवेश लेने के नीचे लेख में दिए संस्थानों के लिए छात्रों को आवेदन करना होगा। इन संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर छात्रों को कोर्स के लिए आवेदन करना है।
चरण 2 - आवेदन फॉर्म में छात्रों को माता-पिता के नाम उनकी बेसिक जानकारी के साथ अपनी एजुकेशन डिटेल भरनी है।
चरण 3 - मांग गई सारी जानकारी भरने के बाद छात्रों को आवदेन फॉर्म में मांगे गए डॉक्यूमेंट्स को अपलोड करके सबमिट करना है।
चरण 4 - इसके बाद आपको आवेदन शुल्क भरना है और आवेदन फॉर्म को सबमिट करना है।
चरण 5 - इसके बाद आप अपने आवेदन फॉर्म का पीडीएफ बनाना न भूलें।
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स : स्किल्स
हॉस्पिटैलिटी
कुलिनरी मैनेजमेंट
ऑर्गेनाइजेशन
कुकिंग स्किल्स
डिसीजन मेकिंग स्किल्स
कमिटमेंट
क्रिएटिविटी
डेडीकेशन
सेफ्टी एंड सैनिटेशन
मल्टीटास्किंग
टाइम मैनेजमेंट
क्राइसिस मैनेजमेंट
नॉलेज ऑफ टेस्ट
स्ट्रांग सेंस ऑफ फलेवर
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स : सिलेबस
सेफ्टी एट वर्क इन फूड प्रिपरेशन
फूड सेफ्टी एट वर्क
स्टोरेज एंड केयर ऑफ मेटीरियल्स
कुकिंग मेथड : ब्वॉयलिंग, पोचिंग, स्टिमिंग, ब्रेसिंग, डीप-फ्राइंग, बेकिंग, रोस्टिंग, ग्रीलिंग
किचन मेंटेनेंस एंड डिजाइन
मैन्यू प्लानिंग
फूड प्रिपरेशन मेथड
कॉस्ट कंट्रोल ऑपरेशन
न्यूट्रिशन एट वर्क
कोल्ड फूड प्रिपरेशन, बेसिक पेस्ट्री टेक्निक्स
बजटिंग, कॉस्टिंग एंड कंट्रोल,
प्रिपेयरिंग, कुकिंग एंड सर्विंग : पास्ता, राइस, कोल्ड प्रिपरेशन डिशेज, एग डिशेज एंड सेवरीज
प्रिपरेशन, कुकिंग एंड सर्विस - मीट पोल्ट्री, स्टॉक्स, पल्सेस एंड वेजिटेबल डिस्टेंस
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स : कॉलेज और फीस
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स : कॉलेज और फीस
आईएसएच गुड़गांव - इंडियन स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी : 13,36,000 रुपये
एमिटी यूनिवर्सिटी, कोलकाता : 2,85,000 रुपये
रयात बहरा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, मोहाली : 50,000 रुपये
मंगलायतन विश्वविद्यालय, अलीगढ़ : 60,000 रुपये
एएएफटी मीडिया और कला विश्वविद्यालय, रायपुर
डिप्लोमा इन कुलिनरी आर्ट्स : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
डायटिशियन : 1.5 लाख सालाना
फूड स्टाइलिश : 2 लाख सालाना
शेफ : 2.6 लाख सालाना
केटरिंग मैनेजर : 2.7 लाख सालाना
केटरिंग ऑफिसर : 3.5 लाख सालाना
रेस्टोरेंट मैनेजर : 4 लाख सालाना