पैरामेडिकल साइंस में ढ़ेरों सर्टिफिकेट डिग्री और डिप्लोमा कोर्स शामिल हैं। जिन्हें छात्र करने की इच्छा रखते हैं। मुख्य रूप से पैरामेडिकल कोर्स छात्र 10वीं और 12वीं के बाद कर सकते हैं लेकिन इसमें कुछ ऐसे कोर्स भी हैं जो छात्र केवल ग्रेजुएशन करने के बाद ही कर सकते हैं। इन्हीं कोर्सेस में से एक कोर्स है डिप्लोमा इन क्लिलिकल रिसर्च। इस कोर्स को साइंस और मेडिकल से संबंधित कोर्स करने वाला छात्र ही कर सकता है। डिप्लोमा इन क्लिकल रिसर्च कोर्स लगभग 12 महीने का प्रोग्राम है। इस प्रोग्राम की फीस की बात करें तो कोर्स की फीस 30 हजार से 1.5 लाख तक जा सकती है। छात्रों को बता दें कि कोर्स की फीस पूरी तरह से संस्थान आधारित होती है।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च में छात्रों को क्लीनिकल ट्रायल टर्मिनोलॉजी, ड्रग डिस्कवरी एंड डेवलपमेंट, हिस्ट्री ऑफ क्लीनिकल रिसर्च, रूट्स आफ ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, क्लीनिकल ट्रायल स्टेकहोल्डर, एथिकल एंड रेगुलेटरी सबमिशन और साइट मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन जैसे कई अन्य विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा में पोस्ट ग्रेजुएशल डिप्लोमा कर सकते हैं और यदि वह नौकरी करने कि इच्छा रखते हैं और अच्छे पदों पर 2 से 5 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। जॉब प्रोफाइल और सैलरी से संबंधित अन्य जानकारी छात्रों के लिए लेख में नीचे दी गई है।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : योग्यता
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को इस विषय में प्रवेश लेने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से मेडिकल साइंस में बैचलर की डिग्री प्राप्त होनी अनिवार्य है।
- इसके अलावा जिन छात्रों ने लाइफ साइंस, बायोटेक्नोलॉजी, फार्मेसी, साइंस या फार्माकोलॉजी में डिग्री प्राप्त की है वो छात्र भी इस कोर्स में प्रवेश कर सकते हैं।
- बैचलर में छात्रों के कम से कम 55 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : प्रवेश
क्लिनिकल रिसर्च में डिप्लोमा कोर्स करने की इच्छा रखने वाले छात्र इस कोर्स में डायरेक्ट प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही आपको बता दें कि कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन छात्र ऑनलाइन और ऑपलाइन दोनों मोड में कर सकता है।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : कॉलेज और फीस
आईसीआरआई, मुंबई INR 1,08,000 रुपये
आईजीएमपीआई, नोएडा - 1,20,000 रुपये
आईसीआरआई, नई दिल्ली - 1,08,000 रुपये
आईसीआरआई, बैंगलोर - 1,08,000 रुपये
भारतीय जैव सूचना विज्ञान संस्थान (बीआईटी), नोएडा - 30,000 रुपये
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : कोर्स अवधि
क्लिनिकल रिसर्च में डिप्लोमा कोर्स की अवधि 10 से 12 महीने की होती है। इसकी अवधि कोर्स ऑफर करने वाले संस्थान पर निर्भर करती है। 10 से 12 महीने की कोर्स अवधि में छात्रों को थ्योरीटिक्ल नॉलेज के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी प्रादान की जाती है।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : सिलेबस
यूनिट 1 - इंट्रोडक्शन टू क्लीनिक रिसर्च
क्लीनिकल ट्रायल टर्मिनोलॉजी
ड्रग डिस्कवरी एंड डेवलपमेंट
सीपीसीएसईए गाइडलाइंस एंड प्री-क्लिनिकल ट्रायल्स
इंट्रोडक्शन टू टोंक्सिटी स्टडीज
डेफिनेशन ऑफ क्लीनिकल ट्रायल
हिस्ट्री ऑफ क्लीनिकल रिसर्च
डिफरेंट फेसेस ऑफ क्लीनिकल रिसर्च
सबटाइप्स ऑफ फेसेस 1, 2, 3
फेस 4
करियर इन क्लिनिकल रिसर्च
यूनिट 2- फार्मोकोलॉजी एंड ड्रग डेवलपमेंट
इंट्रोडक्शन टू फार्मोकोलॉजी
कांसेप्ट ऑफ एसेंशियल ड्रग्स
रूट्स आफ ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन
इंट्रोडक्शन टू ड्रग डिस्कवरी एंड डेवलपमेंट
हर्डल्स इन ड्रग डेवलपमेंट
सोर्सेस ऑफ ड्रग्स
बेसिक ऑफ ड्रग डिस्कवरी एंड डेवलपमेंट
पैराक्लिनिकल टेस्टिंग
क्लिनिकल ट्रायल्स
यूनिट 3 - एथिक्स एंड गाइडलाइंस इन क्लिनिकल रिसर्च
हिस्टॉरिकल गाइडलाइंस इन क्लिनिकल रिसर्च
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ हार्मोनाइजेशन (आईसीएच)
गाइडलाइंस ऑफ गुड क्लिनिकल प्रैक्टिस
यूनिट 4 - रेगुलेशन इन क्लिनिकल रिसर्च
इंट्रोडक्शन ऑफ क्लीनिकल ट्रायल रेगुलेशन
यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी
फास्ट फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन
ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट
शेड्यूल वाई
आईसीएमआर गाइडलाइंस
यूनिट 5 - क्लीनिकल ट्रायल मैनेजमेंट
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
प्रोटोकोल इन क्लिनिकल रिसर्च इ
नफॉर्म्ड कंसेंट
केस रिपोर्ट फोरम
इन्वेस्टिगेटर ब्रोचर
सिलेक्शन ऑफ एन इन्वेस्टिगेटर एंड साइट
क्लीनिकल ट्रायल स्टेकहोल्डर
साइट मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशन
एथिकल एंड रेगुलेटरी सबमिशन
रिक्रूटमेंट टेक्निक्स
रेंटेशन ऑफ क्लीनिकल ट्रायल सब्जेक्ट
ट्रेनिंग इन क्लिनिकल रिसर्च
प्रोजेक्ट ऑडिटिंग
रोले एंड रिस्पांसिबिलिटी ऑफ क्लीनिकल रिसर्च प्रोफेशनल
यूनिट 6 - क्लिनिकल डाटा मैनेजमेंट एंड बॉयोस्टैटिसटिक्स
इंट्रोडक्शन टू सीडीएम
सीआरएफ डिजाइन
क्लिनिकल डाटा एंट्री
इलेक्ट्रॉनिक डाटा कैप्चर
डाटा वैलिडेशन
क्लिनिकल डाटा कोडिंग
एसएई रिकॉन्सिलिएशन
क्वालिटी एश्योरेंस एंड क्लिनिकल डाटा मैनेजमेंट
गाइडलाइंस एंड रेगुलेशन इन क्लिनिकल ट्रायल डाटा।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
बॉयोस्टैटिसटिशियन - 3 लाख सालाना
क्लिनिकल रिसर्च एसोसिएट - 3.5 लाख सालाना रुपये
क्लीनिक रिसर्च कोऑर्डिनेटर - 4 लाखा सालाना
क्लिनिकल रिसर्च फिजिशियन - 4 से 5 लाख सालाना
लेक्चरर - 3 से 4 लाख सालाना
क्लीनिक रिसर्च कोऑर्डिनेटर - 4 लाख सालाना
क्लीनिक रिसर्च एनालिस्ट - 4 से 5 लाख सालाना
फार्मास्युटिकल्स - 4 लाख सालाना
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च : स्कोप
क्लिनिकल रिसर्च में डिप्लोमा करने के बाद छात्रों के लिए रोजगार के अवसर खुल जाते हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्र ऊपर दिए पदों पर कार्य कर साल का 3 से 5 लाख रुपये तक आराम से सका सकते हैं। क्लिनिकल रिसर्च कोर्स पैरामेडिकल कोर्स का हिस्सा है और इस कोर्स को करने के बाद छात्र सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
डिप्लोमा इन क्लिनिकल रिसर्च करने के बाद यदि नौकरी की बजाए उच्च शिक्षा के लिए जाने की इच्छा रखते हैं तो वह छात्र आग की शिक्षा भी प्राप्त कर सकते है। उच्च शिक्षा के बाद छात्रों के पास और करियर ऑप्शन खुल जाते हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले छात्र नीचे दिए कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
1. पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
2. एमबीए
3. पीएचडी
यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।