डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कैसे करें, जानिए कोर्स, फीस और टॉप कॉलेज

इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कई डिग्री और डिप्लोमा कोर्स शामिल है। कुछ इंजीनियरिंग कोर्स में छात्र कक्षा 12वीं के बाद प्रवेश ले सकता है तो कुछ कोर्स का पात्रता मापदंड कक्षा 10वीं का होता है। जो छात्र 10 वीं के बाद से इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवेश लेने की इच्छा रखते हैं और इस क्षेत्र में अपना करियर बनना चाहते हैं वह छात्र डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल का कोर्स कर सकते हैं। कक्षा 10वीं के बाद ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स इंजीनियरिंग की दिशा में अपना करियर बनाने वाले छात्रों के लिए अच्छा और बेहतर करियर ऑप्शन हो सकता है।

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग 3 साल का कोर्स है। इस कोर्स को सेमेस्टर सिस्टम के तहर 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। जिसे करने के बाद छात्र कई कंपनियों में नौकरी कर साल का 2 लाख से 4 लाख आराम से कमा सकते हैं। इस कोर्स की फीस की बात करें तो भारत के कई बड़े संस्थानों द्वारा कोर्स ऑफर किया जाता है। कोर्स की फीस संस्थानों की रैंक और उनके प्राइवेट और सरतकारी होने पर निर्भर करती है। फिर भी इस कोर्स की फीस 20,000 से 2 लाख तक जा सकती है।

इस कोर्स में छात्रों को अप्लाइड साइंस लैब, ऑटोमोबाइल मैकेनिक्स , ऑटोमोबाइल वर्कशॉप प्रेक्टिस, ऑटोमोबाइल वर्कशॉप टेक, इंजिन एंड वीकल टेस्टिंग लैब, मॉडर्न व्हीकल टेक्नोलॉजी और मोटर व्हीकल मैनेजमेंट जैसे कई विषयों के बारे में ज्ञान दिया जाता है। जो छात्र इस कोर्स में सिखते हैं वह अपने कार्य क्षेत्र में अप्लाइ कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद यदि छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो वह बीटेक में भी प्रवेश ले सकते हैं।

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कैसे करें, जानिए कोर्स, फीस और टॉप कॉलेज

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : योग्यता

- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 10वीं पास छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- कक्षा 10वीं में छात्र के कम से कम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
- छात्र ने कक्षा 10वीं का साइंस, मैथ्स विषय के साथ अंग्रेजी का ज्ञान प्राप्त किया होना अनिवार्य है।

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : प्रवेश प्रक्रिया

ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को बता दें कि इस कोर्स में प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के माध्यम से लिया जाता है।

भारत के कई संस्थान हैं जो कक्षा 10 वीं में प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को संस्थान में प्रवेश देते हैं। वहिं की संस्थान प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते हैं जिसकी लिस्ट लेख में नीचे दी गई है।

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : प्रवेश परीक्षा

1. छत्तीसगढ़ प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट (सीजी पीपीटी)
2. जेईटी
3. जीवीएसएटी
4. जीएलएईटी
5. दिल्ली कॉमन एंट्रेंस टेस्ट
6. असम पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा
7. आंध्र प्रदेश पॉलिटेक्निक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : कॉलेज और फीस

देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस (DBGI)
फीस - 42,500 रुपये
प्लेसमेंट पैकेज - 6-7 लाख सालाना

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU)
फीस - 1,77,000 रुपये
प्लेसमेंट पैकेज - 4-5 लाख सालाना

आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी
फीस - 42,200 रुपये
प्लेसमेंट पैकेज - 6 लाख सालाना

इंटीग्रल यूनिवर्सिटी
फीस - 1,35,000 रुपये
प्लेसमेंट पैकेज - 3 लाख सालाना

संस्कृति विश्वविद्यालय
फीस - 1,26,000 रुपये
प्लेसमेंट पैकेज - 2-3 लाख सालाना

पीजीपी पॉलिटेक्निक कॉलेज
फीस - 25,000 रुपये
प्लसमेंट पैकेज - 2 लाख सालाना

श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी
फीस - 1,50,000
प्लेसमेंट पैकेज - 5 लाख सालाना

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : सिलेबस

सेमेस्टर 1
अप्लाइड मैथमेटिक्स 1
अप्लाइड साइंस लैब
ऑटो इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स
ऑटो रिपेयर एंड मेंटिनेंस
ऑटोमोबाइल चार्जिंग एंड ट्रांसमिशन
ऑटोमोबाइल मशीन शॉप

सेमेस्टर 2
ऑटोमोबाइल मैकेनिक्स
ऑटोमोबाइल वर्कशॉप प्रेक्टिस
ऑटोमोबाइल वर्कशॉप टेक
ऑटोमोटिव इंजन एकसैलरी सिस्टम
आटोमोटिव इंजेंस
आटोमोटिव ऐस्टीमेशन एंड कॉस्टिंग

सेमेस्टर 3
ऑटोमेटिव पोलूशन एंड कंट्रोल
बेसिक कंप्यूटर स्किल लैब
बेसिक इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग
सी प्रोग्रामिंग लैब
सीएडी प्रैक्टिक्स
कंप्यूटर-ऐडेड इंजीनियरिंग ग्राफिक

सेमेस्टर 4
इंजिन एंड वीकल टेस्टिंग लैब
इंग्लिश कम्युनिकेशन
हाइड्रॉलिक्स, पेपर मेट्रिक एंड पावर प्लांट
आईएसएपी लैब
मशीन डिजाइन एंड थ्योरी ऑफ एम/सी
मैकेनिकल टेस्टिंग लैब

सेमेस्टर 5
मॉडर्न व्हीकल टेक्नोलॉजी
मोटर व्हीकल मैनेजमेंट
ऑर्गेनाइजेशनल मैनेजमेंट
प्रोजेक्ट, इंडस्ट्रियल विजिट एंड सेमिनार्स
स्पेशल व्हीकल एंड इक्विपमेंट्स
स्ट्रेंथ ऑफ मेटेरियल
थर्मल इंजीनियरिंग 1
वीकल मेंटेनेंस
वीकल मेंटेनेंस लैब
फाउंड्री, वेल्डिंग एंड शीट मेटल प्रैक्टिक्स

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : जॉब प्रोफाइल और सैलरी

1. डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
2. ऑटोमोबाइल इंजीनियर - 6,29,201 रुपये
3. डिजाइन इंजीनियर - 3,71,560 रुपये
4. प्रोडक्शन इंजीनियर - 2,98,665 रुपये
5. मैटेरियल स्पेशलिस्ट - 3,70,500 रुपये
6. टेक्नीशियन - 2,45,496 रुपये
7. इंस्पेक्शन एंड क्वालिटी कंट्रोल प्रोफेशनल - 2,59,877 रुपये
8. एसोसिएट मैनेजर - 5,83,950 रुपये

डिप्लोमा इन ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग : स्कोप

ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद यदि आप नौकरी करने की इच्छा रखते हैं तो ऊपर दिए पदों पर नौकरी कर साल का 2 से 6 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। इसके अलावा यदि छात्र कोर्स पूरा करने के बाद आप उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपक बीटेक ऑटोमोबाइल कोर्स में प्रवेस ले सकते हैं। कुछ संस्थानों द्वारा छात्रों को लेटरल एंट्री की सुविधा प्राप्त होती है जिसके माध्यम से छात्र डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद बीटेक की डिग्री में दूसरे साल में सीधा प्रवेश ले सकते हैं। बीटेक की डिग्री करने के बाद छात्र एमटेक और एमबीए भी कर सकते हैं।
पीएचडी की शिक्षा प्राप्त करने के बाद आपक एक लेक्चरर और प्रोफेसर के तौर पर कार्य कर सकते हैं।

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English summary
Diploma in Automobile Engineering is a 3 years course. This course is divided into 6 semesters according to the semester system. After doing which students can earn 2 lakh to 4 lakh a year comfortably by doing job in many companies. In this course, students are taught Applied Science Lab, Automobile Mechanics, Automobile Workshop Practice, Automobile Workshop Tech, Engine and Vehicle Testing Lab, Modern Vehicle Technology etc.
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