इंजीनियरिंग कोर्स मुख्यतौर पर कक्षा 12वीं के बाद किए जा सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसे कोर्स भी है जिन्हें छात्र केवल बैचलर की डिग्री के बाद किया जा सकता है। आज हम आपको ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग जिसे शॉर्ट में जीएमई भी कहा जाता है। ये कोर्स 1 साल की अवधि का कोर्स है। मुख्य तौर पर ये कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए है जो एक मरीन इंजीनियर के तौर पर मर्चेंट नेवी में कार्य करने की इच्छा रखते हैं।
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग कोर्स में छात्रों को मैक्निकल इंजीनियरिंग से संबंधित कई विषयों की जानकारी दी जाती है, जिसमें नवल आर्टकिटेक्चर, डिजाइन, निर्माण, मेंटेनेंस, ओशियनग्राफी, ओशियनिक इंजीनियरिंग आदि जैसे विषयों के बुनियादी पहलुओं के बारे में बताया जाता है। आइए आपको इस कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दें। जिसमें कोर्स की जानकारी के साथ, कॉलेज और करियर ऑप्श की जानकारी शामिल है।
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग (जीएमई) : योग्यता
- जीएमई कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को बीटेक और बीई इन मेकैनिकिल इंजीनियरिंग या नवल आर्टकिटेक्चर में बैचलर की डिग्री प्राप्त होनी अनिवार्य है।
- बैचलर में उम्मीदवारों को कम से कम 60 प्रतिशत या उससे अधिक अंकों की आवश्यकता है।
- छात्रों को अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान प्राप्त होना अनिवार्य है।
- कोर्स में प्रवेश प्राप्त करने की अधिक तम आयु सीमा 28 वर्ष की है।
- आंखों का विजन टेस्ट 6/6 होना अनिवार्य है।
- मेडिकल फिटनेस भी कोर्स में प्राप्त करने के लिए अनिवार्य है।
- कोर्स में प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्राप्त कर सकते हैं।
नोट - जीएमई कोर्स में प्रवेश की पात्रता मानदंड नौवहन महानिदेशालय द्वारा तय किया जाता है। जो कॉलजे ये कोर्स ऑफर करते हैं उन कॉलेजों की निगरानी का कार्य भी महानिदेशालय द्वारा किया जाता है, ताकि प्रवेश प्रक्रिया दिशा-निर्देशों के अनुसार की जा सकें।
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग (जीएमई) : प्रवेश प्रक्रिया
छात्रों को बता दें कि कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा का आयोजन नेशनल और स्टेट लेवल पर किया जाता है। कोर्स में प्रवेश प्राप्त होने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा आयोजित होने वाले संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना आवश्यक है। वहीं मेरिट के आधार पर प्रवेश प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को संस्थान द्वारा जीएमई कोर्स में प्रवेश के लिए एक मेरिट लिस्ट जारी की जाती है, जिसके अनुसार बैचलर में उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश प्रदान किया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया
चरण 1 - कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
चरण 2 - संस्थान की वेबसाइट पर छात्रों को खुद को रजिस्टर करना है और एक लॉगिन क्रिएट करना है। जिसके लिए उन्हें अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी का प्रयोग करना आवश्यक है।
चरण 3 - रजिस्ट्रेशन के दौरन क्रिएट किए गए लॉगिन विवरण के माध्यम से लॉगिन कर आवेदन फॉर्म में व्यक्तिगत विवरण के साथ शैक्षिक विवरण की जानकारी भरनी है।
चरण 4 - उम्मीदवारों को आवश्यक जानकारी भरने के बाद आवश्यक दस्तावेज जैसे पासपोर्ट साइज फोटो, हस्ताक्षर, शैक्षिक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी आदि जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना है।
चरण 5 - एक बार उम्मीदवार फॉर्म में भरी गई सारी जानकारी और दस्तावेजों की जानकारी चेक कर लें।
चरण 6 - जांच के बाद आवेदन फॉर्म को सबमटि कर आवेदन शुल्क का भुगातन करें और उसके बाद उसका पीडीएफ और प्रिंट लेना जरूर लें।
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग (जीएमई) : टॉप प्रवेश परीक्षाएं
जीएमई कोर्स में प्रवेश के लिए कई प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। इसमें जो मुख्य परीक्षाएं शामिल है उनके नाम क्रमशः आईएमयू सीईटी, जेईई, डब्ल्यूबीजेईई, एपी ईएएमसीईटी आदि।
इन प्रवेश परीक्षा के बाद छात्रों की रैंक के अनुसार छात्रों को काउंसलिंग और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर प्रवेश प्रदान किया जाएगा। प्रवेश की अंतिम प्रक्रिया संस्थान नियमों के अनुसार पूरी की जाएगी।
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग (जीएमई) : सिलेबस
• मरीन
• बॉइलरस
• मरीन इलेक्ट्रोटेक्नोलॉजी
• मरीन रेफ्रीजरेशन और एयर कंडिशनर
• इलेक्ट्रिकल लैब
• सेफ वर्किंग प्रैक्टिक्स
• कंप्यूटर लैब
• फिटिंग और मशीन शॉप
• शिप ऑपरेशन मैनेजमेंट
• वॉच कीपिंग एंड प्रीवियस पोल
• इंटरनल कॉम्बस्शन इंजन
• शिप इन केंपस
• मरीन इंजीनियरिंग ड्रॉइंग
• शिप इन केंपस एंड एनेक्स
• वेल्डिंग एंड स्मिथी शॉप
• नवल आर्किटेक्चर एंड शिप कंस्टेंट
• केमिस्ट्री लैब
• इलेक्ट्रॉनिक लैब
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग (जीएमई) : कॉलेज और फीस
1. एचआईएमटी कॉलेज, कांचीपुरम, तमिलनाडु - 3,65,000 रुपये
2. समुद्री शिक्षा और प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई - 3,20,000 रुपये
3. मरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, मुंबई - 3,50,000 रुपये
4. कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, पेरुमानूर, कोच्चि - 3,80,000 रुपये
5. समुंद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम स्टडीज, लोनावाला, महाराष्ट्र - 3,99,000 रुपये
6. वेल की समुद्री शिक्षा और प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई - 3,00,000 रुपये
7. मैरीटाइम फाउंडेशन, चेन्नई - 3,25,000 रुपये
8. सी.वी रमन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, उड़ीसा - 59,000 रुपये
9. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, कोलकाता - 1,92,000 रुपये
10. ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, लोनावाला, पुणे - 5,65,000 रुपये
11. आरएल इंस्टीट्यूट ऑफ नॉटिकल साइंस, मदुरै - 2,22,000 रुपये
12. बीपी मरीन अकादमी, रायगढ़ - 3,75,000 रुपये
13. बीपी समुद्री अकादमी, नवी मुंबई - 3,75,000 रुपये
14. प्रवीण्या इंस्टीट्यूट ऑफ मरीन इंजीनियरिंग एंड मैरीटाइम स्टडीज, विजाग, आंध्र प्रदेश - 3,00,000 रुपये
15. तृतीय समुद्री अकादमी, नई दिल्ली - 6,50,000 रुपये
अन्य कॉलेज
1. गणपत विश्वविद्यालय, मेहसाणा
2. श्री चक्र मैरीटाइम कॉलेज, पांडिचेरी
3. इंटरनेशनल मैरीटाइम इंस्टिट्यूट लिमिटेड, ग्रेटर नोएडा
4. विश्वकर्मा समुद्री संस्थान, पुणे
5. कोयम्बटूर मरीन सेंटर, कोयंबटूर
ग्रेजुएट मरीन इंजीनियरिंग (जीएमई) : करियर ऑप्शन
जीएमई कोर्स उम्मीदवार मुख्य तौर पर नेवी में जाने के लिए करते हैं। जिसमें उम्मीदवार नीचे दिए पदों पर कार्य कर सकते हैं। इसके अलावा अन्य रोजगार क्षेत्रों की जानकारी भी लेख में नीचे दी गई है।
जॉब प्रोफाइल
• मरीन इंजीनियर
• मरीन सर्वेयर
• स्ट्रक्ट्रल इंजीनियर
• कोस्टल मरीन इंजीनियर
• मरीन आउटसाइड सेल्स इंजीनियर
• मरीन सेल्स मैनेजर
• प्रोग्रामर
• इंजीनियर कैडेट
इन पदों पर कार्य कर उम्मीदवार सालाना 2 से 10 लाख रुपये तक का वेतन प्राप्त कर सकते हैं।
रोजगार के क्षेत्र
• एंग्लो-ईस्टर्न शिप मैनेजमेंट लिमिटेड
• एचसीएल
• बर्नहार्ड शुल्ते जहाज प्रबंधन
• डीएचएल एक्सप्रेस
• के लाइन
• लार्सन एंड टुब्रो
• मयर्क्स
• मित्सुई ऑस्क