12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद छात्र फिलहाल अपने करियर और इससे जुड़े कोर्स के बारे में सोच रहे हैं। उनका सवाल यही होता है कि अब क्या करें, कैसे करें? काफि बार हम जो पढ़ना चाहते हैं उसके बारे में कम जानकारी और करियर ऑप्शन न पता होने की वजह से हम दूसरी ओर जाने की सोचते है। जो भी छात्र डिजाइनिंग में दिलचस्पी रखते हैं उन छात्रों के लिए हम आज बीएससी इन डिजाइनिंग के बारे में बताने जा रहे हैं।
बैचलर ऑफ साइंस इन डिजाइनिंग अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है। यह चार साल की अवधि का कोर्स होता है। इसकी अवधि कॉलेज और विश्वविद्यालय पर आधारित होती है। ये कोर्स छात्रों को डिजाइनिंग से जुड़ी सारी मूल जानकारी देता है। छात्र को इसमें फैशन, वेब, इंटीरियर, ग्राफिक और प्रोडक्ट डिजाइनिंग जैसी अन्य कई नई चीजे सीखने को मिलती है। छात्र चाहें तो बीएससी इन डिजाइनिंग करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए एमएससी इन डिजाइनिंग भी कर सकते हैं और चाहें तो नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। बीएससी इन डिजाइनिंग करने वाले छात्रों के पास कई करियर ऑप्शन होते हैं। आइए कोर्स से जुड़ी और सभी बातें जैसे योग्यता, कॉलेज, स्कोप, प्रवेश परीक्षा और करियर ऑप्शन के बारे में जाने।
बीएससी इन डिजाइनिंग: योग्यता
डिजाइनिंग में बीएससी करने वाले छात्रों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं कक्षा पास होने जरूरी है। किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं कक्षा पास छात्र जिन्हें डिजाइनिंग में रूचि है वह बीएससी इन डिजाइनिंग कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। छात्रों को 12वीं में कम से कम 50 से 60 प्रतिशत अंक लाना जरूरी है। हर कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने अनुसार योग्य प्रतिशत तय करता है।
बीएससी इन डिजाइनिंग करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को किसी भी कॉलेज या संस्थान में दाखिला लेने के लिए एंट्रेंस टेस्ट देना होगा। बीएससी इन डिजाइनिंग के लिए एंट्रेंस टेस्ट अनिवार्य है।
बीएससी इन डिजाइनिंग: प्रवेश प्रक्रिया
प्रवेश के लिए आवेदन करने से पहले छात्र एक बार कोर्स योग्यता जरूर देख लें। यदि आप आवेदन करने के लिए योग्य है तो आप प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। बीएससी इन डिजाइनिंग में प्रवेश लेने के लिए 2 तरह के एंट्रेंस टेस्ट होते हैं एक कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर और दूसरा नेशनल लेवल पर।
विश्वविद्यालय स्तर या कॉलेज स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षा में छात्र अपनी पसंद के संस्थान के लिए आवेदन कर सकते हैं।
नेशनल स्तर पर प्रवेश परीक्षा में सभी मान्यता प्राप्त संस्थानों के लिए एक ही टेस्ट होता है। उस परीक्षा में आई रैंक के अनुसार छात्र संस्थानों में दाखिला लेते हैं।
इन परीक्षा में पास होने के बाद यदि विश्वविद्यालय या शिक्षण संस्थान चाहे तो वह छात्र को इंटरव्यू, स्टूडियो टेस्ट और पोर्टफोलियो के लिए बुला सकते हैं।
बीएससी इन डिजाइनिंग: टॉप एंट्रेंस टेस्ट
एनपीएटी- नर्सी मोंजी इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट स्टडीज प्रोग्राम आफ्टर 12, विश्वविद्यालय स्तर का एंट्रेंस टेस्ट है।
यूपीसीईटी- उत्तर प्रदेश कंबाइंड एंट्रेंस एग्जामिनेशन राज्य स्तर का एंट्रेंस टेस्ट है। जो उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त कॉलेज में प्रवेश के लिए दिया जाता है। इसका आयोजन नेशनल टेस्ट एजेंसी द्वारा किया जाता है।
एलपीयू एनईएसटी- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी नेशनल एलिडिबिलिटी और स्कॉलरशीप टेस्ट विश्वविद्यालय स्तर का एंट्रेंस टेस्ट है।
आईआईसीडी- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ क्राफ्ट और डिजाइन। विश्वविद्यालय स्तर का एंट्रेंस टेस्ट है।
यूसीईईडी- अंडरग्रेजुएट कॉमन एग्जामिनेशन नेशनल लेवल का एंट्रेंस टेस्ट है। देश के मान्यता प्राप्त डिजाइनिंग संस्थानो में प्रवेश के लिए यूसीईईडी एंट्रेंस टेस्ट आवश्यक है।
बीएससी इन डिजाइनिंग: स्किल्स
1. क्रिएटिविटी
2. ऑब्जर्वेशन स्किल्स
3. एनालिटिकल एंड क्रिटिकल थिंकिंग
4. स्किल्स इंटरेस्ट इन डिजाइनिंग
5. कम्युनिकेशन स्किल्स
6. टाइम मैनेजमेंट यूनिक थिंकिंग
7. इनोवेटिव थिंकिंग
बीएससी इन डिजाइनिंग: सिलेबस
ग्राफिक डिजाइनिंग
कंप्यूटर डिजाइनिंग
फैशन कम्युनिकेशन
इर्गोनॉमिक्स
डिजाइन इलस्ट्रेशन
प्रमोशन स्ट्रेटजी
रिटेल मैनेजमेंट
फैशन मार्केट रिसर्च
एडवांस पैटर्न मेकिंग
बेसिक ऑफ डिजाइन
बीएससी इन डिजाइनिंग फीस
बीएससी इन डिजाइनिंग कोर्स की फीस कॉलेज और विश्वविद्यालय के अनुसार तय होती है। यदि आप किसी प्राइवेट संस्थान में पढ़ने की सोच रहे हैं तो यकिनन उसकी फीस सरकारी संस्थान के मुकाबले अधिक होगी। बीएससी इन डिजाइनिंग की फीस 50,000 से 20 लाख सालाना तक जा सकती है।
बीएससी इन डिजाइनिंग टॉप संस्थान
एलपीयू जालंधर- 5,04,000 रुपए
शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा- 478,000 रुपए
आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर- 360,000 रुपए
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़- 390,000 रुपए
जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, बैंगलोर
सर विट्ठलदास ठाकरे कॉलेज ऑफ होम साइंस, सांताक्रूज- 60,000 रुपए
एएएफटी मीडिया और कला विश्वविद्यालय, रायपुर
आईसीएटी डिजाइन और मीडिया कॉलेज, चेन्नई
आरआईएमटी विश्वविद्यालय, गोबिंदगढ़- 270,000 रुपए
प्राइवेट संस्थान
एसआरएम विश्वविद्यालय चेन्नई- 150,000 रुपए
एलपीयू जालंधर - लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी- 504,000 रुपए
हिट्स चेन्नई- 229,000 रुपए
सीटी यूनिवर्सिटी, लुधियाना- 222,000 रुपए
गलगोटिया विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा- 475,000 रुपए
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़- 390,000 रुपए
सेंट टेरेसा कॉलेज, एर्नाकुलम
श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय, इंदौर- 126,000 रुपए
जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, बैंगलोर
सरकारी संस्थान
सर विट्ठलदास ठाकरे कॉलेज ऑफ होम साइंस, सांताक्रूज
बैंगलोर विश्वविद्यालय, बैंगलोर
चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा
गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान, डिंडीगुल
उत्तर भारत फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, मोहाली
बीएससी इन डिजाइनिंग स्कोप
वर्तमाल समय की बात करें तो इस समय में डिजाइनिंग कोर्स सबसे ज्यादा डिमांड में रहने वाला कोर्स हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को कई फील्ड में नए- नए अवसर मिलने शुरू हो जाते हैं। टेक्नोलॉजी की वजह से इसमें और तेजी आई है। अब बीएससी इन डिजाइनिंग करने वाले छात्र चाहे तो वह किसी डिजाइनिंग कंपनी में काम कर सकते हैं या फिर अपना खुद का कोई बिजनेस कर सकते हैं। डिजाइनिंग में अपना करियर बनाने वाले लोगों की सालाना इनकम भी अच्छी खासी होती है। अनुभव के आधार पर इसमें साल दर साल बढ़ोतरी ही होती है।
डिजाइनिंग फील्ड में सैलरी (अनुभव के अनुसार)
एक साल या उस से कम का अनुभव होने पर आप 15,000 से 35,000 रुपये महीना कमा सकते हैं।
एक साल से तीन साल का अनुभव होने पर आप 35,000 से 50,000 रुपये महीना तक कमा सकते हैं।
5 साल से ज्यादा के अनुभव के साथ आप 2 लाख रुपये तक आराम से कमा सकते हैं।
डिजाइनिंग में करियर
जैसा कि हमने आपको बताया की दुनिया में डिजाइनिंग का स्कोप कितान है और समय के साथ ये बढ़ता ही जा रहा है। उस मुतबिक अगर बात करें तो डिजाइनिंग में करियर बनाना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। डिजाइनिंग पढ़ने वाले छात्रों को कई बड़ी कंपनियों में काम करने का मौका मिल सकता है। आप जिस भी फील्ड में अपनी स्पेशलाइजेशन पूरी करेंगे आपको उसी क्षेत्र में नौकरी मिल सकती है। छात्र डिजाइनिंग करने के बाद नीचे दिए गए क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
वेब डिजाइनर
एक वेब डिजाइनर ग्राहकों की जरूतों और व्यवहार को समझते हुए वेब को डिजाइन करता है। ताकि वह लोगों को अपनी ओर आकर्षित करें।
ग्राफिक डिजाइनर
ग्राफिक डिजाइनर चीजों की इस तरह से डिजाइन करता है ताकि वह देखने में आपके मन के भाए। ग्राफिक के माध्यम से वस्तुओं का चित्रण करता है। वह लोगो, किताबें और वेबसाइट के डिजाइन तैयरा करता है।
इंटिरियर डिजाइनर
इंटिरियर डिजाइनर की बात करे तो उनका काम घरों, इमारतों या ऑफिस को अंदर से डिजाइन करना और सजाना होता है। ताकि वहां रहने वाले या काम करने वालों को अच्छा लग सके।
प्रोडक्ट डिजाइनर
प्रोडक्ट डिजाइनर का काम ग्राहक की जरूरतों को समझते हुए प्रोडक्ट को डिजाइन करना होता है। ताकि उस प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने वाले ग्राहक को एक अच्छा एक्सपीरियंस मिल सके।
डिजाइनर भर्ती के लिए टॉप कंपनियां
ओरिएंट क्राफ्ट
स्नैपडील
ओरेकल
पैंटालून
शॉपर्स स्टॉप
अमेजन
बेनेटन
टैक्सपोर्ट ओवरसीज
मुंबई डाइंग
पर्ल ग्लोबल