बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स 3 से 4 साल का अंडरग्रेजुए कोर्स है। कोर्स के बारे में आगे जानने से पहले ये जानना जरूरी है कि परफॉर्मिंग आर्ट्स है क्या? तो आइए आपको बताएं। परफॉर्मिंग आर्ट्स हर वो रचनात्मक गतिविधि जिसे दर्शकों के सामने किया जाता हो, जैसे नाटक, डांस और संगीत आदि। इस तरह की सभी गतिविधियों को दर्शकों की जरूरत होती है इसीलिए इसे परफॉर्मिंग आर्ट्स कहा जाता है। जो भी छात्र इन गतिविधियों में जिलचस्पी रखते हैं और इसमें अपना करियर देखते हैं वह सभी छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं। डांस और नाटक आदि पसंद करने वालों के लिए बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स एक बेहतरीन कोर्स है। इस कोर्स में छात्रों के लिए भविष्य में कई स्कोप हैं। छात्र आगे पढ़ भी सकते हैं और चाहें तो नौकरी के लिए आवेदन बी कर सकते हैं। इस कोर्स में प्रमुख तीन विषय डांस, संगीत और थिएटर है। जिसके आधार पर कोर्स का सिलेबस बांटा गया है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र साल का 3 लाख से 7 लाख तक सालाना आराम से कमा सकते हैं। कोर्स की अवधि 3 से 4 साल की हो सकती है ये संस्थान के नियमों और कोर्स के पैर्टन पर आधारित है। बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स की फीस 5 हजार से 1 लाख तक जा सकती है। कोर्स फीस संस्थान आधारित होती है। आइए कोर्स से जुड़ी और अन्य बाते विस्तार में जाने।
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स प्रवेश प्रक्रिया
परफॉर्मिंग आर्ट्स में बैचलर करने की इच्छा रखने वाले छात्र कोर्स में दो तरह से हिस्सा ले सकते हैं पहला मेरिट आधार पर और दूसरा एंट्रेंस के आधार पर। मेरिट के आधार पर दाखिला लेने के लिए छात्र को कक्षा 12वीं में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। क्योंकि मेरिट बेस पर संस्थान दाखिला कक्षा 12वीं में हासिल अंको के आधार पर ही देते हैं। प्रवेस परीक्षा के लिए छात्रों को संस्थानों द्वारा ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। प्रवेश परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर ही संस्थान एक शॉर्ट लिस्ट जारी करेगा जिसमें चयन किए गए छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। इसी के साथ आपको बता दें की कई ऐसे संस्थान है जो प्रवेश परीक्षा के बाद इंटरव्यू राउंड भी रखते हैं और इस राउंड को पास करने वाले छात्रों को संस्थान में प्रेवश करने का मौका दिया जाता हैं।
परफॉर्मिंग आर्ट्स में बैचलर करने के लिए प्रवेश परीक्षा
डीयूईटी
एनपीयूएनईएसटी
बीएचयू यूईटी
एनपीएटी
पीयूसीईटी
टीआईएसएस
आईपीयू सीईटी
जेएनयूईई
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स एलिजिबिटी
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स के लिए छात्रों को कोर्स का एलिजिबिटी क्राइटेरिया जानना सबसे जरूरी है। जो कुछ इस प्रकार है।
किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है। इसी के साथ 12वीं कक्षा में छात्र के कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने आवश्यक हैं।
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स सिलेबस
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स 3 साल का कोर्स है इस कोर्स के सिलेबस को 3 विषयों के आधार पर बांटा गया है। वह 3 विषय हैं म्यूजिक, डांस और थिएटर। इन तीनों विषयों के आधार पर कोर्स सिलेबस छात्रों ओ समझने में असान रहेगा। कोर्स का सिलेबस कुछ इस प्रकार है।
म्यूजिक
राग स्टडीज
फंडामेंटल स्टडी ऑफ हिंदुस्तानी संगीत
फंडामेंटल स्टडी ऑफ ताल
इंटेंसिव स्टडी ऑफ राग
फोक संगीत
रविंद्र संगीत
एनालिटिकल स्टडी ऑफ ताल एंड शास्त्र
एनालिटिकल स्टडी ऑफ इंडियन क्लासिकल संगीत
एलिमेंट्री स्टडी ऑफ हिंदुस्तानी संगीत
वेस्टर्न संगीत
एलिमेंट्री स्टडी ऑफ ताल
ताल स्टडीज
डांस
हिस्ट्री ऑफ डांस
न्यू मीडिया एंड परफॉर्मिंग प्रैक्टिस
टेक्निक ऑफ डांस
कोरियोग्राफी
डांस ऑन कैमरा
इंडियन कल्चर
मूवमेंट टेक्निक्स
मुद्रा
चंदास
थिएटर
इंट्रोडक्शन टू इंडियन थिएटर
इंडियन कल्चर एंड आर्ट
हिस्ट्री ऑफ इंडियन थिएटर
थिएटर प्रोडक्शन
बॉडी मूवमेंट एंड डांस
बेसिक ऑफ वोकल प्रैक्टिस
बेसिक ऑफ कैमरा लाइट एंड साउंड
फिल्म थ्योरी
फोक थिएटर फॉर्म्स ऑफ इंडिया
बेसिक कांसेप्ट ऑफ फिल्म मेकिंग
स्टेज क्राफ्ट एंड डिजाइन
थ्योरी ऑफ डायरेक्शन एंड स्टेट क्राफ्ट डायरेक्शन
हिस्ट्री ऑफ वेस्टर्न थिएटर
स्क्रिप्ट राइटिंग
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स कॉलेज और फीस
जादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता, पश्चिम बंगाल : 2,400
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय महाराष्ट्र : 26,090 रुपए
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर : 56,000 रुपए
मुंबई विश्वविद्यालय मुंबई, महाराष्ट्र : 3,680 रुपए
असम विश्वविद्यालय सिलचरी, असम : 14,820 रुपए
महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा वडोदरा, गुजरात : 9,060 रुपए
मिरांडा हाउस नई दिल्ली, दिल्ली एनसीआर : 14,260 रुपए
हिंदू कॉलेज नई दिल्ली, दिल्ली एनसीआर : 17,590 रुपए
हंस राज कॉलेज नई दिल्ली, दिल्ली एनसीआर : 20,945 रुपए
गार्गी कॉलेज नई दिल्ली, दिल्ली एनसीआर : 12,295 रुपए
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स में छात्रों के पास कई अच्छे स्कोप होते हैं। इसमें आगे और पढ़ा भी जा सकता है और नौकरी भी कीजा सकती है। ये आपकी इच्छा पर आधारित है कि आप क्या करना चाहते हैं।
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स की आज के समय में काफी डिमांड में रहने वाला कोर्स है। इस क्षेत्र में दिन पर दिन रोजगार के अवसर और तेजी से बढ़ते जा रहें है। उसी के आधार पर जो छात्र कोर्स खत्म होने के बाद आगे और पढ़ने की इच्छा रखते हैं वह छात्र नीचे दिए गए कोर्स में से कुछ कर सकते हैं।
मास्टर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स - MPA
एमए इन म्यूजिक
एमए इन डांस
फील्म स्टडीज
जॉब करने के इच्छा रखने वाले छात्र कोर्स पूरा करने के बाद नीचे दी गई जॉब रोल के लिए आवेदन कर सकते हैं
कोरियोग्राफर
म्यूजिक थैरेपिस्ट
ब्रॉडकास्टिंग प्रेजेंटर
कम्युनिटी आर्ट वर्कर
थिएटर डायरेक्टर
एक्टर
स्क्रीन्राइटर
डांस टीचर
आर्ट एडमिनिस्ट्रेटर
ब्रॉडकास्ट इंजीनियर आदि जैसे कई रोल के लिए अप्लाई कर सकता है।
बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स जॉब प्रोफाइन और वेतन
नीचे जारी सूची के आधार पर आप परफॉर्मिंग आर्ट्स क्षेत्र में मिलने वाली नौकरी और उस प्रोफाइल के वेतन के बारे में जा सकते हैं।
कोरियोग्राफर
एक कोरियोग्राफर के तौर पर आप साल का 3 लाख 10 हजार तक कमा सकते हैं। इस क्षेत्र में निम्न शैलियों में डांस सीखाने वाले कोरियोग्राफर होते हैं।
म्यूजिक थैरेपिस्ट
म्यूजिक थैरेपिस्ट के तौर पर आप साल का करीब 2 लाख तक कमा सकते हैं। म्यूजिक थैरेपिस्ट संगीत कला के माध्यम से रोगी की मान्सिक स्वास्थ को सुधारने में सहायक होते हैं।
ब्रॉडकास्टिंग प्रेजेंटर
ब्रॉडकास्टिंग प्रेजेंटर के तौर पर आप सालाना 4.78 लाख रुपए तक आरम से कमा सकते हैं। ब्रॉडकास्टिंग प्रेजेंटर इंटरव्यू और प्रोग्राम आयोजित करता हैं। नई आए शो, किताबे आदि की समीक्षा करता है। शो में शामिल हुए मेहमानों आदि के इंयरव्यू लेता है। इसी के साथ स्क्रिप्ट लिखना भी उसके कार्यों में से एक है।
कम्युनिटी आर्ट वर्कर
कम्युनिटी आर्ट वर्कर के तौर पर आप साल का 2.50 लाख आरम से कमा सकते हैं। कम्युनिटी आर्ट वर्कर का कार्य प्रोजेक्ट को ठीक ढ़ंग से जाचना और परखना कर उसका मुल्यांकन करना है। प्रोजेक्ट में शामिल हुए उम्मीदवारों को सीखाना आदि भी उसके कार्य में शामिल है।
थिएटर डायरेक्टर
थिएटर डायरेक्टर के तौर पर आप 3.50 लाख तक सालाना कमा सकते हैं। थिएटर डायरेक्टर का कार्य अपने पूरे स्टाफ के साथ मिलकर कर कार्य की योजना बनाना है इसी के साथ यह ध्यान भी देना है कि सभी कार्य सही तरह से चलें। एक्टर और क्रू के सदस्यों के साथ मिलकर रिहर्सल आदि में भी पूरा योगदान देता है।