आंखें मनुष्य के शरीर का सबसे नाजुक अंग मानी जाती है। जो कि आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे कि मोबाइल फोन, टीवी, कंप्युटर आदि की स्क्रीन पर अधिकतर समय बीताने से जल्दी खराब होने लगी है। आज के समय में हम ज्यादातर लोगों को चश्मा पहने देखते है चाहे वो किसी उम्र के हो। ऑप्टोमेट्रीस्ट का काम लोगों की आंखों से संबंधी समस्याओं का इलाज करना है और फिर उनकी जरूरतों के अनुसार सुधार का सुझाव देना है।
तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं ऑप्टोमेट्रीस्ट कैसे बना जाता है। ऑप्टोमेट्रीस्ट बनने के लिए 12वीं कक्षा के बाद बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री का कोर्स किया जाता है। जिसमें की छात्रों को आंखों से संबंधित विषयों के बारे में पढाया जाता है।
बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री क्या है?
ऑप्टोमेट्री को दृष्टि को मापने और सभी प्रकार के दृश्य रोगों से निपटने की साइंस के रूप में समझा जा सकता है। बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री, जिसे आमतौर पर बी ऑप्टोम कहा जाता है, एक स्नातक डिग्री प्रोग्राम है जो आंखों और दृष्टि देखभाल से संबंधित है। इस कोर्स को करने की न्यूनतम अवधि 4 वर्ष है, जिसमें की आमतौर पर शुरुआती 3 वर्षों को आंखों से संबंधित चीजे पढाई जाती है और अंतिम वर्ष इंटर्नशिप के कराई जाती है ताकि इच्छुक छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ प्रैक्टिकल चीजों का भी अनुभव हो सके।
बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री कोर्स से संबंधित आवश्यक जानकारी निम्नलिखित है
कोर्स लेवल | अंडरग्रेज्युट | |
फुल-फॉर्म | बैचलर इन ऑप्टीमेट्री | |
अवधि | 4 साल | |
एग्जाम टाइप | सेमेस्टर | |
एलिजिबिलिटी | साइंस स्ट्रीम के साथ 12वीं कक्षा में कम से कम 50% | |
एडमिशन प्रोसेस | डायरेक्ट एडमिशन | |
कोर्स की फीस | 10,000 से 2,00,000 तक | |
औसत सैलरी | 4,35,000 | |
नौकरी के क्षेत्र | आंखों के अस्पताल, क्लिनिक एंड ओप्टिशयन आउटलेट्स | |
जॉब प्रॉफाइल | ऑप्टोमेट्रिस्ट, ट्रेनि ऑप्टोमेट्रिस्ट, ऑप्टोमेट्री रिसर्चर, विजन केयर एसोसिएट, विजन कंसलटेंट, ऑप्टिशियन, प्राइवेट प्रैक्टिशनर |
बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री कोर्स का सिलेबस
- प्रोफेशनल कम्युनिकेशन इन इंग्लिश
- जनरल एनाटॉमी
- जनरल फिजियोलॉजी
- ज्योमैट्रिकल ऑप्टिक्स
- जनरल एंड ओक्यूलर बायोकेमिस्ट्री
- ओक्यूलर एनाटोमी
- ओक्यूलर फिजियोलॉजी
- फिजिक्ल ऑप्टिक्स
- कंप्यूटर
- एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजी
- विजयुल ऑप्टिक्स
- लाइटिंग एंड द आई
- मेडिकल पैथोलॉजी
- जनरल एंड ऑक्युलर माइक्रोबायोलॉजी
- फार्माकोलॉजी
- ऑप्थलमिक एंड ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंटेशन एंड प्रोसीजर
- क्लिनिकल रिफ्रेक्शन
- ऑक्युलर डिजीज
- ऑप्थलमिक लेंस
- बाइनोकुलर विजन एंड ऑक्युलर मोटिलिटी
- कॉन्टेक्ट लेंस
- लो विजन एड्स एंड विजय रिहैबिलिटेशन
- सिस्टम कंडीशन एंड द आई
- पब्लिक हेल्थ एंड कम्युनिटी ऑप्टोमेट्री
- बायोस्टेटिक्स
- प्रोफेशनल प्रैक्टिस मैनेजमेंट
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग इन क्लिनिकल ऑप्टोमेट्री
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग ऑन लो विजुअल ऐड
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग ऑफ डिस्पेंसिंग ऑप्टिक्स
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग ऑन कॉण्टैक्ट लैंस
बी ऑप्टोम के लिए एलिजिबिलिटी
बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड ऑफ एजुकेशन (चाहे वह राज्य बोर्ड या राष्ट्रीय बोर्ड हो) से कक्षा 12वीं में फिजिक्स,केमेस्ट्री, बायोलॉजी और अंग्रेजी विषय के साथ बोर्ड में कम से कम 50-55% अंक प्राप्त करने अनिवार्य है।
बी ऑप्टोम में एडमिशन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
• आपकी बारहवीं की परीक्षा की मार्कशीट और पास सर्टिफिकेट
• जन्म तिथि का प्रमाण
• स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट
• ट्रांसफर सर्टिफिकेट
• अधिवास प्रमाण पत्र /आवासीय प्रमाण पत्र
• अस्थायी प्रमाण - पत्र
• चरित्र प्रमाण पत्र
• अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र
• विकलांगता का प्रमाण (यदि कोई हो)
• माइग्रेशन सर्टिफिकेट
नोट:- बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री में एडमिशन के लिए प्रत्येक कॉलेज आवश्यक दस्तावेजों की एक सूची जारी करता है। सुनिश्चित करें की आवेदन करते समय आपके पास इस सूची के सभी दस्तावेज हों। उपरोक्त सभी दस्तावोजों की सत्यापित फोटोकॉपी लेना याद रखें। नकद या डिमांड ड्राफ्ट में फीस का भुगतान करने के लिए राशि अपने साथ ले जाना न भूलें।
बी. ऑप्टोम में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम
बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री में एडमिशन के लिए भारत में कुछ चुनिंदा ही कॉलेज है जो इस कोर्स को कराते हैं और इसमें एडमिशन देने के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। जैसे कि
• एम्स प्रवेश परीक्षा
• BVP EYECET (भारती विद्या पीठ के लिए)
• GCET (गोवा कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री करने के बाद करियर स्कोप
इस कोर्स को पूरा करने के बाद ऑप्टोमेट्री के क्षेत्र में करियर स्कोप की बात करें तो कुछ छात्र इसके बाद क्रमशः मास्टर्स और डॉक्टरेट शिक्षा के साथ हायर स्टडीज के लिए जाना चाहते हैं तो कुछ छात्र नौकरी की तलाश में जुटने के साथ-साथ वे एक ऑप्टोमेट्रिस्ट के रूप में निजी प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं या फिर सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों में नेत्र विशेषज्ञ वार्डों में सहायक के रूप में कार्यरत हो सकते हैं।
भारत में बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री के टॉप के कॉलेज की सूची
कॉलेज का नाम | फीस | |
एम्स | INR 1,145 | |
क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज | INR 23,255 | |
मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी (कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज) | INR 2,03,000 | |
श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन | INR 1,50,000 | |
एसआरएम प्रौद्योगिकी संस्थान | INR 1,30,000 | |
चित्रकारा विश्वविद्यालय | INR 1,14,000 | |
शारदा विश्वविद्यालय | INR 1,26,000 | |
अंसल विश्वविद्यालय | INR 1,28,000 | |
आईटीएम विश्वविद्यालय | INR 1,20,000 | |
एनएसएचएम नॉलेज कैंपस | INR 4,13,500 | |
संस्थान प्रबंधन अध्ययन | INR 65,000 | |
जॉर्ज ग्रुप ऑफ कॉलेज | INR 88,300 |