कक्षा 12वीं पास कर चुके छात्र या फिर अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे छात्र फिलहाल इस सोच में है कि वह आगे किस कोर्स में दाखिला लें। अभी भी कुछ ऐसे राज्य है जहां कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। सभी बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी होते ही कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शूरू हो जाएगी। ऐसे में छात्र अपने लिए सही कोर्स ढुंढने की रेस में लग जाएंगे। जो छात्र आर्ट्स स्ट्रीम से है और मैनेजमेंट के कामों में रूचि रखते हैं ये लेख उन्ही छात्रों के लिए है। इस लेख के माध्यम से हम आपको 12वीं के बाद बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज कोर्स रिलेटेड सारी जानकारी देंगे।
बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज- बीएमएस मैनेजमेंट फील्ड में अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है। इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष होती है। किसी भि स्ट्रीम में कक्षा 12वीं पास करने वाला छात्र बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में दाखिला ले सकता है। लेकिन उसके लिए उस कोर्स योग्यता पर ध्यान देना जरूरी है। भारत में कई शिक्षण संस्थान है जो मैनेजमेंट में बैचलर डिग्री प्रदान करते है। इस कोर्स में छात्र मैनेजमेंट की बेसिक्स से शुरूआत करते हैं। 3 साल के इस कोर्स को 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। इसका अर्थ ये है कि दाखिले के बाद छात्रों को सेमेस्टर के अनुसार परीक्षा देनी होगी। बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज प्रोफैशनल कोर्सेस में आता है। इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को कंपनी के काम करने के तरीकों के बारे में सिखाया जाता है। कोर्स पूरा करने के बाद छात्र चाहे तो नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है या फिर आगे की पढ़ाई के लिए जा सकते हैं। मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए करियर ऑप्शन बहुत होते है। इस फिल्ड में छात्रों के पास बहुत स्कोप होते है। आइए जानते है कोर्स की योग्यता, करियर, स्कोप और दाखिले की प्रक्रिया।
बीएमएस कोर्स के लिए योग्यता
बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की योग्यता हर कॉलेज अपने अनुसार तय करता है। अपने पसंदिदा संस्थान में दाखिला लेने से पहले छात्र उस संस्थान की में प्रवेश योग्यता के बारे में जरूर जान लें। ताकि आप आगे कि प्रक्रिया पूरी कर सकें।
छात्रों को किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से 12 वीं पास करना जरूरी है। कक्षा 12वीं परीक्षा में कम से कम 50 से 60 प्रतिशत अंक होने भी अनिवार्य है। खैर अंक प्रतिशत हर कॉलेज या विश्वविद्यालय अपने नियमों के अनुसार तय करता है।
बीएमएस कोर्स में दाखिले के लिए छात्रों को एंट्रेंस टेस्ट देना होगा।
इस कोर्स में किसी भी स्ट्रीम का छात्र दाखिले के लिए आवेदन कर सकता है। एंट्रेंस पास करके दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
बीएमएस में दाखिले की प्रक्रिया
भारत के कई सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थान है जो बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में डिग्री प्रदान करते हैं। इस कोर्स में दो प्रकार से दाखिला लिया जा सकता है, लेकिन ये भी कॉलेज और विश्वविद्यालय पर आधारित होता है। कई संस्थान प्रवेश के लिए एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन करवाते हैं और कई संस्थान अंको के आधार पर एक मैरिट लिस्ट जारी कर प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करते हैं।
बीएमएस कोर्स फीस
बीएमएस कोर्स की फीस संस्थान के अनुसार, उसकी रैंकिंग के अनुसार और संस्थान सरकारी है या प्राइवेट इस आधार पर भी तय होती है। सरकारी संस्थान के मुकाबले प्राइवेट संस्थान की फीस अक्सर ही ज्यादा होती है। जितना अच्छा और बड़ा संस्थान उसी के अनुसार फीस। बीएमएस कोर्स फीस 30,000 रुपए से शुरू होकर 6 लाख तक हो सकती है।
टॉप बीएमएस एंट्रेंस टेस्ट
डीयू जेएटी
सेंट जेवियर्स बीएमएस प्रवेश परीक्षा
एमयूसीएमईटी
बीएमएस कोर्स सिलेबस
सेमेस्टर 1
प्रिंसिपल ऑफ मैनेजमेंट
इंट्रोडक्शन ऑफ फाइनेंसियल अकाउंट
बिजनेस लॉ
बिजनेस मैथमेटिक्स
बिजनेस कम्युनिकेशन
कंप्यूटर एप्लीकेशन इन बिजनेस
सेमेस्टर 2
ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
इंडस्ट्रियल लॉ
मार्केटिंग मैनेजमेंट
माइक्रोइकोनॉमिक्स
बिजनेस स्टैटिसटिक्स
इंट्रोडक्शन ऑफ कॉस्ट अकाउंटिंग
सेमेस्टर 3
हुमन रिसोर्सेस मैनेजमेंट
मैनेजमेंट अकाउंटिंग
ऑपरेशन मैनेजमेंट
कंज्यूमर बिहेवियर
मैक्रोइकोनॉमिक
एलिमेंट ऑफ टैक्सेशन
सेमेस्टर 4
रिसर्च मैथर्ड इन बिजनेस
फाइनेंस मैनेजमेंट
प्रोडक्टिविटी एंड क्वालिटी मैनेजमेंट
को-ऑपरेटिव एंड रूरल मार्केट
बिजनेस एनवायरमेंट
बैंकिंग इंश्योरेंस इन कैपिटल मार्केट
सेमेस्टर 5
एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट ऑफ स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज
सर्विस सेंटर मैनेजमेंट
सप्लाई चैन मैनेजमेंट
इंडियन मैनेजमेंट थॉट एंड प्रैक्टिस
इंटरनेशनल फाइनेंस
सेमेस्टर 6
स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट
रिस्क मैनेजमेंट
ऑपरेशन रिसर्च
बिजनेस एथिक्स एंड कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी
ई-कॉमर्स
इन्वेस्टमेंट एनालिसिस एंड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट
रिटेल एंड सेल मैनेजमेंट
बीएमसी स्कोप
मैनेजमेंट स्टडीज की बात करें तो इस फील्ड में स्कोप की कोई कमी नहीं है। ऐसी कोई कंपनी नहीं है जहां मैनेजमेंट की जरूरत न हो। मैनेजमेंट स्टडीज पूरा करने के बाद छात्र चाहें तो अपनी आगे की पढ़ाई कर सकते हैं और नही तो वह नौकरीयों के लिए आवेदन कर सकते हैं। कई क्षेत्रों में मैनेजमेंट पढ़ने वाले छात्रों को ज्यादा अवसर मिलते है।
1. एडमिनिस्ट्रेशन
2. इंटरप्राइजेज मैनेजमेंट
3. एचआर मैनेजमेंट
4. सेल्स एंड मार्केटिंग
5. बिजनेस कंसलटेंसी
6. फाइनेंशियल मैनेजमेंट
बीएमएस कोर्स
बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज डिग्री कोर्स है। ये कोर्स छात्रों को प्रैक्टिकल और थियोरेटिकल नॉलिज दोनों प्रदान करता है। जो छात्र मैनेजमेंट में रूचि रखते हैं उन छात्रों के लिए ये कोर्स फायदेमंद है। छात्र डिग्री के आखिरी साल में कोई एस विषय चुन कर उस फील्ड में स्पेशलाइज हो सकते हैं।
बीएमएस में स्पेशलाइजेशन
बीएमएस करने वाले छात्र कोर्स के आखिरी साल में अपनी पसंद का स्पेशलाइजेशन कोर्स चुन सकते हैं। और उसके आधार पर आगे की पढाई और नौकरी दोनों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
1. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
2. रिटेल एंड सेल्स मैनेजमेंट
3. रिसोर्स एलोकेशन
4. इन्वेस्टमेंट एनालिसिस एंड पोर्टफोलियो मैनेजमेंट मार्केटिंग
इन उपर दिए गए क्षेत्रों में स्पेशलाइजेसन कर के छात्र अलग- अलग कंपनियों में काम कर सकते हैं। किसी एक विषय में स्पेसलाइज होने की वजह से छात्रों को ओर अधिक अवसर मिलते हैं, जिसके माध्यम से वह आगे बढ़ सकते हैं। बीएमसी कोर्स कर नौकरी करने वाले लोगो की सालानी इनकम आच्छी खासी होती है।
करीयर इन मैनेजमेंट फील्ड
1. मार्केटिंग मैनेजर
2. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
3. बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर
4. प्रोफेसर या टीचर
5. बिजनेस कंसलटेंट गाइड
जो भी छात्र मैनेजमेंट फील्ड में अपना करीयर बनाना चाहते हैं वह इन सभी चीजों को ध्यान में रख कर आवेदन कर सकते हैं। मैनेजमेंट कोर्स करने के वाद छात्रों के पास कई अच्छी नौकरियों के अवसर होते हैं।