बैचलर ऑफ आर्ट्स इन इंटीरियर डिजाइन- बीए इंटीरियर डिजाइन 3 साल का अंदरग्रेजुएट कोर्स है। ये 3 साल की अवधि का कोर्स है। 3 साल की अवधि वाले इस कोर्स को सेमेस्टर सिस्टम के आधार पर बांटा गया है। कक्षा 12वीं के बाद छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। जो छात्र हमेशा से डिजाइनिंग में रूचि रखते है और इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं। ये कोर्स उन छात्रों के लिए बेहद ही शानदार कोर्स है। छात्रों को इस कोर्स में कई करियर ऑप्शन मिलते हैं। बीए इंटीरियर डिजाइन कोर्स में छात्रों के लिए बहुत स्कोप है। छात्र चाहें तो नौकरी कर सकते हैं और चाहें तो डिजाइनिंग फील्ड में आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद छात्र आराम से 2.5 लाख से 10 लाख तक कमा सकते हैं। इस कोर्स की फीस 6 हजार से 4 लाख तक हो सकती है। कोर्स की फीस संस्थान आधारित होती है। सरकारी संस्थान की फीस प्राइवेट कॉलेज से कम होती है। कोर्स की फीस कॉलेज की रैंक पर भी आधारित होती है। जितना हाई रैंक कॉलेज इसके अनुसार उसकी फीस। आइए जाने कोर्स से जुड़ी अन्य बाते।
बीए इंटीरियर डिजाइन योग्यता
बीए इंटीरियर डिजाइन में दाखिला लेने से पहले छात्रों को कोर्स से जुड़ी कई बाते जानने की जरूरत है उसमें सबसे अहम बात कोर्स की योग्यता जानना है।
किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं पास होना आवश्यक है।
12वीं में छात्र के कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने अनिवार्य है। तभी छात्र को योग्य माना जाएगा।
कई संस्थान प्रवेश परीक्षा के आधार पर कोर्स में दाखिला देते है और कुछ संस्थान मेरिट बेस पर भी कोर्स में प्रवेश देते हैं।
बीए इंटीरियर डिजाइन प्रवेश प्रक्रिया
इंटीरियर डिजाइन में बीए करने के लिए छात्रों के पास दो ऑप्शन है। एक मेरिट बेस पर और दूसरा प्रवेश परीक्षा के माध्यम से।
मेरिट बेस पर दाखिला लेने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं में अच्छे अंक लाने होंगे। तभी वह कोर्स की कट ऑफ लिस्ट में अंकों के आधार पर प्रवेश ले सकते हैं।
प्रवेश परीक्षा के माध्यम से छात्र कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। प्रवेश परिक्षा के लिए आवेदन करने के लिए छात्र को 12वीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाने होंगे तभी वह आवेदन भी कर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा के बाद पास हुए छात्रों का एक इंटरव्यू होता है और उसमें चुने गए छात्रों को कॉलेज में दाखिला दिया जाता है।
बीए इंटीरियर डिजाइन सिलेबस
बीए इंटीरियर डिजाइन कोर्स 3 साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसे सेमेस्टर सिस्टम से तहत 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। जो कि इस प्रकार है-
सेमेस्टर 1
इंटीरियर डिजाइन 1
थ्योरी ऑफ डिजाइन एंड विजुअल आर्ट 1
वर्क शॉप
बिल्डिंग टेक्नोलॉजी 1
ग्राफिक एंड सीएडी 1
कम्युनिकेशन स्किल्स 1
हिस्ट्री 1
सेमेस्टर 2
इंटीरियर डिजाइन 2
थ्योरी ऑफ डिजाइन एंड विजुअल आर्ट 2
वर्क शॉप
बिल्डिंग टेक्नोलॉजी 2
ग्राफिक एंड सीएडी 2
कम्युनिकेशन स्किल्स 2
हिस्ट्री 2
सेमेस्टर 3
इंटीरियर डिजाइन 3
फर्नीचर डिजाइन 1
थ्योरी ऑफ आर्ट्स एंड विजुअल आर्ट्स 3
इंटीरियर टेक्नोलॉजी एंड मैटेरियल 1
वर्क शॉप
इंटीरियर सर्विस, ग्राफिक, हिस्ट्री 3
प्रेजेंटेशन
सेमेस्टर 4
इंटीरियर डिजाइन 4
फर्नीचर डिजाइन 2
थ्योरी ऑफ आर्ट्स एंड विजुअल आर्ट्स 4
इंटीरियर डिजाइन एंड मैटेरियल 1
इंटीरियर सर्विस 2, ग्राफिक 3, हिस्ट्री 4
प्रेजेंटेशन टेक्निकस 2
सेमेस्टर 5
इंटीरियर डिजाइन 5
फर्नीचर डिजाइन 3
डिजाइन एग्जीक्यूशन ड्रॉइंग 1
लैंडस्केप एंड एनवायरनमेंट साइंस 1
इंटीरियर टेक्नोलॉजी एंड मैटेरियल 2
ऐस्टीमेटिंग एंड कॉस्टिंग, सस्टेनेबल इंटीरियर एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस 1
इलेक्टिव्स
सेमेस्टर 6
इंटीरियर डिजाइन 6
फर्नीचर डिजाइन 4
डिजाइन एग्जीक्यूशन ड्रॉइंग 2
लैंडस्केप इन एनवायरनमेंट साइंस 2
इंटीरियर टेक्नोलॉजी एंड मैटेरियल्स 3
ऐस्टीमेटिंग कॉस्टिंग एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस 2
इलेक्टिव्स
बीए इंटीरियर डिजाइन टॉप कॉलेज और उनकी फीस
मणिपाल स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, मणिपाल - 1.95 लाख रुपए
आर्क कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस जयपुर - 3.8 लाख रुपए
पुणे इंस्टिट्यूट ऑफ़ एप्लाइड टेक्नोलॉजी - 4 लाख रुपए
विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर - 600000 रुपये
डीसी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, इडुक्की - 70000-80000 रुपए
अरविंदभाई पटेल पर्यावरण डिजाइन संस्थान, वल्लभ विद्यानगर - 107000 रुपए
सिंघानिया विश्वविद्यालय झुंझुनू - 12000 रुपए
बीए इंटीरियर डिजाइन को बाद जॉब प्रोफाइल
इंटीरियर डिजाइनर
स्पेस मैनेजर
हेड ऑफ मैनेजमेंट
टीचर असिस्टेंट
स्पेस एंड डिजाइन प्लानर
प्रोडक्ट डिजाइनर
सिविल इंजीनियर
कंसलटेंट एंड एडवाइजर
टॉप भर्तिकर्ता
आर्किटेक्चर फर्म
टीचिंग इंस्टिट्यूशन
कंस्ट्रक्शन कंपनीज
असिस्टेंट टू आर्किटेक्ट और इंजीनियर
जॉब प्रोफाइल और इनकम
हेड ऑफ मैनेजमेंट के तौर पर आप 2 से 4 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
टीचर एंड लेक्चरर्स के तौर पर 3 से 4 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर 5 से 8 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
प्रोडक्ट डिजाइनर के तौर पर 5 से 6 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
स्पेस एंड डिजाइन प्लानर के तौर पर 2 से 4 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
कंसलटेंट एंड एडवाइजरके तौर पर 7 से 10 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।