बैचलर ऑफ आर्ट्स इन इंग्लिश- बीए इंग्लिश कोर्स अंडरग्रेजुएट कोर्स है। इस कोर्स को छात्र कक्षा 12वीं पास बाद कर सकते हैं। बीए इंग्लिश कोर्स की अवधि 3 साल की है जिसे 6 सेमेस्टर में बांटा गया है और एक सिलेबस तैयार किया गया है। बीए इंग्लिश में किसी भी स्ट्रीम का छात्र दाखिला ले सकता है। बीए इंग्लिश कोर्स करने के बाद छात्रों के पास करियर के कई अच्छे स्कोप होते हैं। इस एक कोर्स से छात्रों के लिए कई अच्छे करियर के रास्ते खुल जाते है। छात्र चाहें तो वह इसी क्षेत्र में आगे की पढाई कर सकते हैं या किसी दूसरे प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला ले सकते हैं नहीं तो वह नौकरियों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। आइए जानते हैं कोर्स से जुड़ी और अन्य जरूरी जानकारी।
बीए इन इंग्लिश योग्यता
किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ।
12वीं की किसी भी स्ट्रीम का छात्र बीए इन इंग्लिश के लिए आवेदन कर सकता है। लेकिन हायर सेकेंडरी में छात्र के पास मुख्य विषय के तौर पर इंग्लिश विषय होना चाहिए।
बीए इन इंग्लिश प्रवेश प्रक्रिया
कट ऑफ- कट ऑफ के आधार पर कॉलेज में दाखिला लेने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं में अच्छे अंकों के साथ पास होना जरूरी है। उसी के आधार पर छात्र कट ऑफ लिस्ट में शामिल हो पाएगा।
एंट्रेंस टेस्ट/ प्रवेश परीक्षा- कई संस्थान ऐसे भी हैं जो कट ऑफ के साथ- साथ प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी छात्रों को कॉलेज में प्रवेश देता है। इसके लिए ऊपर दी हुई योग्यता के अनुसार छात्र प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
एंट्रेंस और कट ऑफ दोनों के माध्यम से कॉलेज में प्रवेश देने वाले संस्थान
दिल्ली विश्वविद्यालय
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
जामिया मिलिया इस्लामिया
बीए इन इंग्लिश टॉप कॉलेज
हिंदू कॉलेज, दिल्ली
सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली
हंसराज कॉलेज, दिल्ली
ओपन लर्निंग स्कूल, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, पुणे
एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़
गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स सेक्टर- 14, गुड़गांव
सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची
सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता
पटना महिला कॉलेज, पटना
दिल्ली विश्वविद्यालय
इस कोर्स की फीस 5 हजार रुपये से शुरू होकर 1 लाख सालाना तक जा सकती है। हर कॉलेज की फीस इसके फीस स्ट्रक्चर पर आधारित होती है।
बीए इन इंग्लिश के प्रकार
बीए इंग्लिस छात्र दो तरह से कर सकते हैं। ये कोर्स छात्र फूल टाइम यानी रेगुलर कर सकते हैं और डिस्टेंस मोड यानी ओपन से भी कर सकते हैं।
फूल टाइम बीए इन इंग्लिश
फूल टाइम यानी रेगुलर कोर्स में छात्रों को हर रोज क्लास लेनी होती हैं और इसके साथ ही कोर्स से जुड़े कई कार्यक्रमों में भाग लेने का मौक मिलता है। जो उनकी स्किल्स को और डेवलप करता है।
डिस्टेंस मोड बीए इन इंग्लिश
डिस्टेंस मोड यानी ओपन स्कूल में छात्रों को रोज कॉलेज नहीं जाना होता। वह चाहें तो हफ्ते में एक दिन क्लास ले सकते है नहीं तो नहीं। मुख्य तौर पर ओपन से इस कोर्स को वह छात्र करते हैं जो साथ- साथ और कई चीजे कर रहे होते है।
बीए इन इंग्लिश सिलेबस
सेमेस्टर 1
हिस्ट्री ऑफ इंग्लिश लिटरेचर: द प्री-चौरसियन टू द अगस्तन
कम्युनिकेटिव इंग्लिश
मिडिलस एंड रिनेसेंस पोएट्री: एंड प्लेस
प्री-रोमांटिक पोएट्री
द रेस्टोरेशन एज 1
सेमेस्टर 2
द मैटाफिजिकल एज
द रेस्टोरेशन एज 2
बेसिक ऑफ फोनेटिक्स
ब्रिटिश पोयट्री एंड ड्रामा
एलिजाबेथन एज
सेमेस्टर 3
19th सेंचुरी पोएट्री एंड ड्रामा 1
20th सेंचुरी पोयट्री एंड ड्रामा फिक्शन 1
हिस्ट्री ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेरी फॉर्म्स
सेमेस्टर 4
19th सेंचुरी प्रोस एंड फिक्शन 2
20th सेंचरी इंग्लिश प्रोस एंड फिक्शन 2
लिटरेरी क्रिटिसिज्म
इंडियन राइटिंग इन इंग्लिश- पोएट्री
20th सेंचुरी इंग्लिशप्रोस एंड फिक्शन
सेमेस्टर 5
अमेरिकन लिटरेचर 1
कंटेंपरेरी ब्रिटिश लिटरेचर 1
रोमांटिक एज
विमेन राइटिंग
ड्रामा थ्योरी एंड प्रैक्टिस
सेमेस्टर 6
अमेरिकन लिटरेचर
20th सेंचुरी क्रिटिसिजम एंड थ्योरी
कंटेंपरेरी ब्रिटिश लिटरेचर 2
मॉडल यूरोपीयन ड्रामा
पोस्टकॉलोनियल लिटरेचर
वर्ल्ड लिटरेचर
प्रोजेक्ट
बीए इन इंग्लिस करियर ऑप्शन
बीए इन इंग्लिस करने वाले छात्रों के पास कई अच्छे ऑप्शन होतें हैं। छात्र चाहें तो कोर्स खत्म होने के बाद नौकरी कर सकते हैं नहीं तो आगे की पढ़ाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
एमए इन इंग्लिस
एमबीए
बीएड
पीएचडी
जर्नलिज्म
लॉ
यूपीएससी
जॉब प्रोफाइल
ट्रांसलेटर
कंटेंट राइटर
प्रूफ्रीडर
क्रिएटिव राइटर
ब्लॉगिंग करियर
जर्नलिज्म
फ्रीलांसिंग
शिक्षक
ग्राहक सेवा सहयोगी
सेल्स कोऑर्डिनेटर
इंटरप्रेटर
सहायक प्रोफेसर
डाटा एंट्री ऑपरेटर
टेली-कॉलर
भर्तिक्रता
इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप
इंडिया टुडे ग्रुप
एचटी मीडिया लिमिटेड
हिंदू ग्रुप
अमर उजाला पब्लिकेशन
दैनिक भास्कर
जागरण प्रकाशन
कैंब्रिज प्रूफ्रीडर एलएलसी
प्रोएडिट
प्रूफ रीडिंग सर्विस proofreadingservice.com
डीडीबी मुद्र
एफसीबीए एडवर्टाइजमेंट एजेंसी
ग्रुप एम
टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप
जी टीवी नेटवर्क
एनडीटीवी नेटवर्क
हिंदुस्तान टाइम्स ग्रुप ऑफ पब्लिकेशन
एबीपी
इंडिया टीवी
आज तक
राइटिंग के क्षेत्र करियर में इनकम लेवल
ऊपर दिए राइटिंग करियर ऑप्शन में छात्र अनुभव के आधार पर पैसे कमाते है।
शुरूआत में 2.20 लाख से 2.95 लाख तक सालाना कमाया जा सकता है।
लगभग 2 साल के अनुभव के साथ 3 लाख से 4.25 लाख तक सालाना आराम से कमाया जा सकता है।
4 से 5 साल के अनुभव के साथ 4.25 से 5.49 लाख तक सालाना कमाया जा सकता है।