इंजीनियरिंग कोर्स करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को जो स्पेस या विमान से संबंधित इंजीनियरिंग में दिलचस्पी रखते हैं वह छात्र बीटेक इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। बैचलर इन टेक्लनोलॉजी इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग जिसे शॉर्ट में बीटेक इन एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कोर्स 4 साल का फूल टाइम कोर्स है जिसे छात्र कक्षा 12वीं के बाद कर सकते हैं। इस कोर्स में छात्रों को रॉकेट, विमान, उड़ान, डेवलपरमेंट, डिजाइन, पावर, फिजिकल प्रोपर्टिस, शटल आदि के बारे में सिखाया जाता है। साथ इस कोर्स में कैलकुलेशन मैट्रिक्स अलजेब्रा, मैकेनिक ऑफ मटेरियल, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, मटेरियल फॉर एविएशन स्पेस आदि विषयों की जानकारी भी दी जाती है। इस कोर्स को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है जिसमें सिलेबस को थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल के माध्यम से भी पढ़ाया जाता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र एयरोनॉटिकल इंजीनियर, एयरोनॉटिकल मैकेनिकल इंजीनियर, एयरोनॉटिकल इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर और फ्लाइट इंजीनियर जैसे कई पदों पर साल का 4 से 8 लाख रुपये आरम से कमा सकते हैं।
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : योग्यता
- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं पास छात्र इस कोर्स को कर सकता है।
- छात्र का साइंस स्ट्रीम से होना अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं में छात्र के पास मुख्य विषय के तौर फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स के साथ अंग्रेजी विषया का ज्ञान आवश्यक है।
- कक्षा 12वीं के छात्र के कम से कम 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य है।
- आरक्षित श्रेणी के छात्रों को सरकारी द्वारा दी गाइडलाइंस के अनुसार अंक प्रतिशत में छूट प्राप्त होगी।
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : प्रवेश प्रक्रिया
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी कोर्स में प्रवेश लेने की इच्छा रखने वाले छात्रों को बता दें इस कोर्स में प्रवेश केवल प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दिया जाता है। मेरिट बेस पर प्रवेश नहीं प्राप्त होता है।
छात्रों को इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश होने वाली प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर उन परीक्षाओं में शामिल होना है। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों और रैंक के अनुसार काउंसलिंग प्रोसेस में उन्हें संस्थान अलॉट किया जाता है।
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : प्रवेश परीक्षा के नाम
- जेईई मेन
- जेईई एडवांस्ड
- डब्ल्यूबीजेईई
- एमएचटी सीईटी
- बिटसैट
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : कॉलेज और फीस
- आईआईटी मद्रास चेन्नई - 75,116 रुपये
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे - 2,11,400 रुपये
- आईआईटी कानपुर कानपुर - 2,16,000 रुपये
- आईआईटी खड़गपुर खड़गपुर - 82,070 रुपये
- मद्रास प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई - 50,000 रुपये
- एमिटी यूनिवर्सिटी गौतम बुद्ध नगर - 3,11,000 रुपये
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मणिपाल, कर्नाटक - 3,35,000 रुपये
- जवाहरलाल नेहरू तकनीकी विश्वविद्यालय हैदराबाद - 12,500 रुपये
- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) चंडीगढ़ - 96,750 रुपये
- राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान अमेठी - 2,50,000 रुपये
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : सिलेबस
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग 4 साल की अवधि वाला फूल टाइम कोर्स है। इस कोर्स को सेमेस्टर सिस्टम के तहत 8 सेमेस्टर में बांटा गया है। हर सेमेस्टर के बाद परीक्षा का आयोजन किया जाता है। आइए आपको आठों सेमेस्टर का सिलेबस बताएं।
सेमेस्टर 1
कम्युनिकेटिव इंग्लिश
कैलकुलेशन मैट्रिक्स अलजेब्रा
कंप्यूटेशनल थिंकिंग एंड प्रॉब्लम्स सॉल्विंग
फिजिक्स/ केमिस्ट्री
फिजिक्स/ केमिस्ट्री लैब
वर्कशॉप ए/ वर्कशॉप बी
इंजीनियरिंग ड्रॉइंग सीएडी
कल्चरल एजुकेशन
सेमेस्टर 2
वेक्टर कैलकुलस एंड ऑर्डिनरी डिफरेंशियल इक्वेशन
केमिस्ट्री/ फिजिक्स
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स
इंट्रोडक्शन टू एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी
केमिस्ट्री लैब/ फिजिक्स लैब
वर्कशॉप ए / वर्कशॉप बी
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैब
क्लचरल एजुकेशन 2
सेमेस्टर 3
ह्यूमैनिटी इलेक्टिव 1
अमृता वैल्यू प्रोग्राम 1
ट्रांसफॉर्मर एंड पार्शियल डिफरेंशियल इक्वेशन
मकैनिक ऑफ फ्लूड
मैकेनिक ऑफ मटेरियल
मटेरियल फॉर एविएशन स्पेस
इंट्रोडक्शन टू थर्मोडायनेमिक्स
मेजरमेंट एंड इंस्ट्रूमेंटेशन लैब
फिजिक्स 2
सेमेस्टर 4
ह्यूमैनिटी 2
अमृता वैल्यूस प्रोग्राम 2
कैलकुलस आफ वेरिएशंस एंड न्यूमेरिकल
एयरोडायनेमिक्स 1
कंप्रेसिबल फ्लुएड फ्लो
एयरोस्पेस स्ट्रक्चर 1
इंट्रोडक्शन टू कंट्रोल थ्योरी
फ्यूएड मैकेनिक्स लैब
मेटिरियल टेस्टिंग लैब
सॉफ्ट स्किल 1
सेमेस्टर 5
लिनियर अलजेब्रा
एयरोडायनेमिक्स 2
एयरोस्पेस प्रोपोलुयशन
एयरोस्पेस स्ट्रक्चर 2
एवीनिक्स
इलेक्टिव 1
सॉफ्ट सिल्स 2
लिव इन - लैब
सेमेस्टर 6
फिनिटी एलिमेंट मेथड फॉर एयरोस्पेस
फ्लाइट मैकेनिक
इलेक्टिव 2
साइंस इलेक्टिव
एनवायरमेंटल स्टडीज
प्रोपोलुयशन लैब
लो-स्पीड एयरोडायनेमिक
इनोवेशन लैब
सॉफ्ट सक्लिस 3
सेमेस्टर 7
कंप्यूटेशनल फ्लूएड डायनामिक्स फॉर एयरोस्पेस
एयरोडायनेमिक डिजाइन
फ्लाइट डायनेमिक एंड कंट्रोल
इलेक्टिव 3
इलेक्टिव 4
यूएवी लैब
लिव इन - लैब
प्रोजेक्ट फेस 1
सेमेस्टर 8
इलेक्ट्रिक 5
इलेक्ट्रिक 6
प्रोजेक्ट फेस 2
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : स्किल्स
- स्पीड और एक्यूरेसी- चूंकि एयरक्राफ्ट की सर्विस कम समय में करनी होती है
- मैनुअल, तकनीकी और यांत्रिक योग्यता
- उत्तरदायित्व की प्रबल भावना
- सतर्कता और मन की उपस्थिति
- नेतृत्व के गुण होने चाहिए लेकिन एक टीम में काम करने में भी सक्षम होना चाहिए
- सामान्य रंग विजन
- शारीरिक फिटनेस और अच्छी हाइट
- मजबूत विश्लेषणात्मक क्षमता
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
असिस्टेंट इंस्ट्रक्टर - 420,430 रुपये सालाना
डिजाइन इंजीनियर - 6 लाख रुपये सालाना
एयरोस्पेस इंजीनियर - 819,950 रुपये सालाना
सिस्टम सेफ्टी मैनेजमेंट इंजीनियर -
प्रोफेसर - 913,650 रुपये सालना
अन्य जॉब प्रोफाइल
- एयरोनॉटिकल इंजीनियर
- एयरोनॉटिकल मैकेनिकल इंजीनियर
- एयरोनॉटिकल इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर
- फ्लाइट इंजीनियर
- एनालिसिस इंजीनियर
- कॉरपोरेट ट्रेनर कम डिजाइन इंजीनियर
- एयरोस्पेस चीफ इंजीनियर
- लेक्चर एंड प्रोफेसर
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : टॉप रिक्रूटर्स
- एयरबस
- बोइंग
- नासा
- इसरो
- डीआरडीओ
- सिविल एविएशन डिपार्टमेंट
- एयरोनॉटिकल डिपर्टमेंट इस्ट्रैब्लिशमेंट
- एयर इंडिया
- डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेट्रीज
- हेलीकॉप्टर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड
- नेशनल एंड एरोनॉटिकल लिमिटेड लैब
- पवनहंस
- इंडियन एयर फोर्स
- प्राइवेट एयरलाइंस
- एयरोस्पेस या मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- वैमानिकी इंजीनियरिंग
- कॉलेज और विश्वविद्यालय
- विमान डिजाइन कंपनियां
- विंड टर्बाइन ब्लेड डिजाइन कंपनियां
बीटेक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग : स्कोप
बीटेक इन एयरोनॉटिकल कोर्स करने के बाद छात्र भारत की कई बड़ी कंपनीयों और सरकारी संस्थानों में कार्य कर सकता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र ऊपर दिए गए निम्न पदों पर साल का 4 से 10 लाख रुपये कमा सकता है। एयरोनॉटिकल स्पेस धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के पास कई तरह के करियर ऑप्शन होते हैं और भारत की कई कंपनीयों में उन्हें नौकरी प्राप्त होती है। लेख में ऊपर टॉप रिक्रूटर्स की लिस्ट दी गई है।
इसके अलावा यदि छात्र आगे पढ़ने की इच्छा रखते हैं तो वह एमटेक और पीएचडी भी कर सकते हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद छात्रों के लिए और करियर ऑप्शन खुल जाते हैं।
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