बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम) ई-कॉमर्स एक 3 साल की ग्रेजुएशन डिग्री है जो ई-कॉमर्स से संबंधित लेखांकन सिद्धांतों से संबंधित है। बता दें कि ई-कॉमर्स इंटरनेट और प्रौद्योगिकी के सार के साथ एक नई व्यापार पद्धति है। बीकॉम ई-कॉमर्स कोर्स छात्रों को भविष्य के वाणिज्य और व्यापार प्रथाओं के बारे में सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने पर केंद्रित है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बीकॉम ई-कॉमर्स से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर ई-कॉमर्स में बीकॉम करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में ई-कॉमर्स में बीकॉम करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- बैचलर ऑफ कॉमर्स इन इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स
• कोर्स का प्रकार- ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• पात्रता- कक्षा 12वीं (कॉमर्स स्ट्रीम)
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• अवरेज सैलरी- 3 से 6 लाख तक
• कोर्स फीस- 5,000 से 30,000 तक
• जॉब प्रोफाइल- लेखाकार, मुनीम, वित्त प्रबंधक, विपणन प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, आदि।
• जॉब फील्ड- बैंक, बिजनेस कंसल्टेंसी, फॉरेन ट्रेड, इंडस्ट्रियल हाउस, इन्वेंटरी कंट्रोल, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, इंवेस्टमेंट बैंकिंग, पब्लिक अकाउंटिंग फर्म, मार्केटिंग, मर्चेंट बैंकिंग, पॉलिसी प्लानिंग, पब्लिक अकाउंटिंग फर्म, वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट, ट्रेजरी और फॉरेक्स डिपार्टमेंट आदि।
बीकॉम ई-कॉमर्स: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा की मार्कशीट होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में कुछ प्रतिशत छूट प्रदान दी जाती है।
बीकॉम ई-कॉमर्स: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में बीकॉम ई-कॉमर्स कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।
अकाउंटिंग में ई-कॉमर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार बीकॉम ई-कॉमर्स में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि बीकॉम ई-कॉमर्स के लिए एडमिशन प्रोसेस आईपीयू सीईटी, ड्यूएट, एनपीएटी, यूपीईएस डीएटी, बीएचयू-यूईटी, एमएचटीसीईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें ई-कॉमर्स में बीकॉम का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
बीकॉम ई-कॉमर्स: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- अंग्रेजी- I
- लेखांकन के सिद्धांत
- व्यापार संगठन और कार्यालय प्रबंधन
- सूचना प्रौद्योगिकी का परिचय
- कंप्यूटर अनुप्रयोग: एमएस ऑफिस
- भाषा- I
सेमेस्टर 2
- भाषा- II
- अंग्रेज़ी- II
- उन्नत लेखा
- डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली
- कंप्यूटर अनुप्रयोग: ओरेकल
- व्यापार के लिए गणित
- शिक्षा - मानव अधिकार
सेमेस्टर 3
- व्यापर के सिद्धान्त
- सी++ के साथ ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग
- लागत लेखांकन
- व्यापार के लिए सांख्यिकी
- कंप्यूटर अनुप्रयोग: सी ++
- वाणिज्यिक कानून
सेमेस्टर 4
- ऑडिटिंग के सिद्धांत
- इंटरनेट और वेब डिजाइनिंग
- कार्यकारी व्यापार संचार
- कम्पुटर अनुप्रयोग
- प्रबंधन के सिद्धांत
- कंपनी लॉ
- ऐच्छिक
- आयकर कानून और अभ्यास
- ब्रांड प्रबंधन
- बीमा की बुनियादी बातें
- अप्रत्यक्ष कर
सेमेस्टर 5
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
- प्रबंधन लेखांकन
- ई-कॉमर्स प्रौद्योगिकी
- जावा प्रोग्रामिंग
- कंप्यूटर अनुप्रयोग: जावा प्रोग्रामिंग
- बैंकिंग और बीमा कानून
- ऐच्छिक
- आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन
- आर्थिक बाज़ार
- वयापार वित्त
- उद्यमिता विकास
सेमेस्टर 6
- ई-कॉमर्स-II (रणनीति और अनुप्रयोग)
- विजुअल बेसिक के साथ सॉफ्टवेयर विकास
- कंप्यूटर अनुप्रयोग: विजुअल बेसिक
- निर्वाचित
- सायबर कानून
- परियोजना कार्य
बीकॉम ई-कॉमर्स: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- अय्या नादर जानकी अम्मल कॉलेज, शिवगंगा- फीस 5,000
- बिशप हेबर कॉलेज, तिरुचिरापल्ली- फीस 13,500
- डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़- फीस 22,000
- डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद- फीस 8,400
- डॉ जी आर दामोदरन कॉलेज ऑफ साइंस, कोयंबटूर- फीस 16,500
- गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, कोयम्बटूर- फीस 1,250
- जीटीएन आर्ट्स कॉलेज, डिंडीगुल- फीस 22,500
- गुरुकुल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली- फीस 20,000
- निज़ाम कॉलेज हैदराबाद- फीस 5,330
- पीएसजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयंबटूर- फीस 18,800
- पीएसजीआर कृष्णमल कॉलेज फॉर विमेन कोयम्बटूर- फीस 1,500
बीकॉम ई-कॉमर्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- मार्केटिंग मैनेजर- सैलरी 6 से 12 लाख
- बजट मैनेजर- सैलरी 3 से 6 लाख
- फाइनेंस मैनेजर- सैलरी 9 से 12 लाख
- अकाउंटेंट- सैलरी 6 से 10 लाख
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