अकाउंटिंग में बैचलर ऑफ कॉमर्स, जिसे आमतौर पर बीकॉम अकाउंटिंग कहा जाता है, एक 3 साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जो ऑडिटिंग और अकाउंटेंसी से संबंधित है। बीकॉम कोर्स में कुल 6 सेमेस्टर होते हैं जो कि प्रत्येक वर्ष 2 सेमेस्टर में विभाजित होते हैं। बीकॉम अकाउंटिंग मुख्य रूप से लेखांकन प्रथाओं और वाणिज्यिक कानून, वित्तीय लेखांकन, व्यावसायिक अर्थशास्त्र, आयकर आदि जैसे विषयों पर केंद्रित है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बीकॉम अकाउंटिंग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर अकाउंटिंग में बीकॉम करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में अकाउंटिंग में बीकॉम करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- बीकॉम अकाउंटिंग
• कोर्स का प्रकार- ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• पात्रता- कक्षा 12वीं (कॉमर्स स्ट्रीम)
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• अवरेज सैलरी- 2 से 10 लाख तक
• कोर्स फीस- 10,000 से 1 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- लेखाकार, वित्त प्रबंधक, संचालन प्रबंधक, खाता कार्यकारी, वित्तीय विश्लेषक, कार्यकारी सहायक, चार्टर्ड एकाउंटेंट, मुख्य लेखा अधिकारी, लेखा फर्म पार्टनर, वित्त निदेशक, लेखा परीक्षा प्रबंधक, आदि।
• जॉब फील्ड- बैंक, कॉलेज, स्कूल, अस्पताल, कानून फर्म, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सरकारी क्षेत्र जैसे आयकर विभाग, लोक निर्माण विभाग, उद्योग, होटल आदि।
बीकॉम अकाउंटिंग: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड सें कॉमर्स स्ट्रीम में 12वीं कक्षा की मार्कशीट होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के 12वीं कक्षा में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में कुछ प्रतिशत छूट प्रदान दी जाती है।
बीकॉम अकाउंटिंग: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में बीकॉम अकाउंटिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ कॉलेजों में मेरिट आधार पर भी एडमिशन दिए जाते हैं।
अकाउंटिंग में बीकॉम के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार बीकॉम अकाउंटिंग में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि बीकॉम अकाउंटिंग के लिए एडमिशन प्रोसेस आईपीयू सीईटी, ड्यूएट, एनपीएटी, यूपीईएस डीएटी, बीएचयू-यूईटी, एमएचटीसीईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें अकाउंटिंग में बीकॉम का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
बीकॉम अकाउंटिंग: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- वित्तीय लेखा- I
- व्यावसायिक अर्थशास्त्र
- व्यावसायिक संगठन
- व्यापार कानून
- सामान्य अंग्रेजी 2
- गणित और सांख्यिकी के मूल तत्व
सेमेस्टर 2
- वित्तीय लेखा - द्वितीय
- व्यावसायिक अर्थशास्त्र - II
- लागत लेखा - I
- व्यापार संचार
- पर्यावरण विज्ञान
- व्यावसायिक आंकड़े
सेमेस्टर 3
- निगमित लेखांकन
- लेखा परीक्षा
- लागत लेखा - II
- कॉर्पोरेट कानून
- आयकर कानून और अभ्यास
- सूचना प्रौद्योगिकी और लेखा (प्रयोगशाला आधारित)
सेमेस्टर 4
- उन्नत कॉर्पोरेट लेखा
- वित्तीय जानकारी देना
- प्रबंधन लेखांकन
- वित्तीय प्रबंधन
- अप्रत्यक्ष कर
- व्यापार अनुसंधान के तरीके
सेमेस्टर 5
- उन्नत खाते
- वित्तीय बाजार संचालन
- कॉर्पोरेट कर कानून और अभ्यास
- व्यापार संचार - II
- मूल्य, नैतिकता और शासन
- व्यापार विश्लेषण
- ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण रिपोर्ट
सेमेस्टर 6
- कॉर्पोरेट रिपोर्टिंग
- प्रबंधन सूचना प्रणाली
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट - वाइवा वॉयस
- ऐच्छिक पाठ्यक्रम: निम्नलिखित में से कोई चार पाठ्यक्रम:-
- उन्नत वित्तीय प्रबंधन
- उन्नत प्रदर्शन प्रबंधन
- उन्नत कराधान
- उन्नत लेखापरीक्षा और आश्वासन
- व्यापर के सिद्धान्त
- ई वाणिज्य
- उद्यमिता
- संगठन व्यवहार
- बैंकिंग और बीमा
- ऑपरेशन अनुसंधान
- मानव संसाधन प्रबंधन
- कम्प्यूटरीकृत लेखा (प्रयोगशाला आधारित)
बीकॉम अकाउंटिंग: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- मिरांडा हाउस, दिल्ली- फीस 14,160
- लेडी श्री राम महिला कॉलेज, दिल्ली- फीस 10,000
- हिंदू कॉलेज, दिल्ली- फीस 17,560
- सेंट स्टीफन कॉलेज- फीस 40,420
- प्रेसीडेंसी कॉलेज- फीस 1,267
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी- फीस 95,200
- सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स- फीस 11,000
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय- फीस 96,000
- डॉन बॉस्को आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज- फीस 15,823
- नालंदा कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस- फीस 30,055
बीकॉम अकाउंटिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- बिजनेस एनालिस्ट- सैलरी 8 लाख
- अकाउंटिंग क्लर्क- सैलरी 2 लाख
- अकाउंटेंट- सैलरी 3 लाख
- फाइनेंस ऑफिसर- सैलरी 3.5 लाख
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