Best Career Option: अब वह दौर बीतने को है जब एक टॉप टियर कॉलेज में कम्प्यूटर साइंस स्ट्रीम में सीट हासिल करना स्टूडेंट्स का एकमात्र लक्ष्य होता था। इसकी सबसे बड़ी वजह है जॉब मार्केट में एआई, मशीन लर्निंग, क्लाउड कम्प्यूटिंग और साइबरसिक्योरिटी जैसे स्पेशलाइजेशंस की डिमांड तेज होना। एस्पायरिंग माइंड्स की नेशनल एम्प्लॉएबिलिटी रिपाेर्ट फॉर इंजीनियर्स के मुताबिक भी केवल 3 फीसदी इंजीनियर्स के पास ही ऐसी स्किल्स हैं जो उन्हें इमरजिंग टेक्नोलॉजी में जॉब्स दिला सकें। इसी डिमांड को देखते हुए अब देश के कई संस्थान एआई में बीटेक प्रोग्राम की शुरुआत कर रहे हैं।
देश में मौजूद कई आईआईटीज समेत एसआरएम यूनिवर्सिटी, शिव नडार, पीईएस, ग्रेट लेक्स इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान भी हैं जो डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, क्लाउड कम्प्यूटिंग, बिग डेटा एनालिटिक्स, डेटा इंजीनियरिंग और डिजिटल मार्केटिंग सहित कई न्यू एज स्पेशलाइजेशंस ऑफर कर रहे हैं ताकि स्टूडेंट्स मार्केट की डिमांड के लिए तैयार हो सकें। जहां तक एआई की बात है तो यह अब साइंस फिक्शन से बाहर निकलकर रोजाना के जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है।
इसके चलते 58.3 बिलियन डॉलर्स का मौजूदा एआई ग्लोबल मार्केट 39.7 फीसदी की दर से बढ़ते हुए 2026 तक 309.6 बिलियन डॉलर्स का होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि इस फील्ड में टैलेंट की सप्लाय डिमांड से काफी कम है। टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ने भी इस गैप को पहचाना है और डेटा साइंटिस्ट व एनालिस्ट्स की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए कुछ कोर्सेज शुरू किए हैं जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड्स में उपलब्ध हैं।
गूगल क्लाउड
गूगल क्लाउड का यह पांच कोर्स वाला प्रोग्राम आपको एआई प्लेटफॉर्म्स नोटबुक्स, क्लाउड डेटाफ्लो, बिगक्वेरी, बिगक्वेरी एमएल, टेंसरफ्लो, क्लाउड विजन, क्यूबफ्लो पाइपलाइन्स और नैचुरल लैंग्वेज एपीआई की ट्रेनिंग के माध्यम से नई एआई और एमएल टेक्नोलॉजीज के उपयोग के बारे में सिखाता है। यह प्रोग्राम कोर्सेज और स्किल बैज मॉड्यूल्स में बांटा गया है। इसमें शामिल टॉपिक्स हैं - बिग डेटा एंड एमएल फंडामेंटल्स, गूगल क्लाउड पर फाउंडेशनल डेटा, एमएल व एआई टास्क परफॉर्म करना, कॉन्टैक्ट सेंटर एआई से ऑटोमैटिक इंटरएक्शंस, गूगल क्लाउड पर टेंसरफ्लो के साथ एडवांस एमएल, एमएलओप्स फंडामेंटल्स और गूगल क्लाउड पर एमएल पाइपलाइंस।
ऑनलाइन ट्रेनिंग
एनवीडिया का डीप लर्निंग इंस्टीट्यूट एआई, डेटा साइंस, एक्सेलरेटेड कम्प्यूटिंग, ग्राफिक्स और सिम्युलेशन की नॉलेज देने के लिए लर्निंग मटीरियल के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम्स ऑफर करता है। एनवीडिया के ऑनलाइन ट्रेनिंग कोर्सेज को चार श्रेणियों में बांटा गया है। ये हैं डीप लर्निंग, एक्सेलरेटेड कम्प्यूटिंग, डेटा साइंस और ग्राफिक्स व सिम्युलेशन। ये कोर्सेज सेल्फ पेस्ड हैं यानी आप अपने समय के अनुसार इन्हें पूरा कर सकते हैं और समापन पर आपको एनवीडिया डीप लर्निंग इंस्टीट्यूट सर्टिफिकेट भी देता है। आप हैल्थकेयर, रोबोटिक्स और मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज के लिए डीप लर्निंग तैयार करना और डेटा साइंस एप्लीकेशंस का इस्तेमाल भी सीखते हैं।
एआई एकेडमी
इंटेल की एआई एकेडमी सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, डेटा साइंटिस्ट्स और स्टूडेंट्स के लिए फ्री कोर्सेज ऑफर करती है। कोर्सेज की तीन कैटेगरीज हैं- थ्योरी, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर। थ्योरी में एआई के बेसिक्स के साथ टेक्निकल एआई थ्योरी के ग्रेजुएट स्तर के कोर्स हैं। इनमें एमएल, डीप लर्निंग के साथ-साथ एआई, एनएलपी, टाइम सीरीज एनालिसिस, डीप लर्निंग फॉर रोबोटिक्स का इंट्रोडक्शन है। हार्डवेयर कोर्स में एआई ऑन पीसी, एआई ऑन द एज विद कम्प्यूटर विजन और डीप लर्निंग इंटरफेस विद इंटेल एफपीजीएज जैसे टॉपिक्स हैं। सॉफ्टवेयर में एआई एप्लीकेशंस को डेवलप करने के लिए इंटेल अप्लाइड डीप लर्निंग विद टेंसर फ्लो कोर्स ऑफर करता है।
फेसबुक एआई रेजीडेंसी प्रोग्राम
यह फेसबुक का एक वर्ष का रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम है जो फेसबुक एआई में काम के साथ एआई रिसर्च का वास्तविक अनुभव लेने का मौका देता है। प्रोग्राम में स्टूडेंट्स को एआई रिसर्चर और इंजीनियर के साथ मिलकर रिसर्च प्रॉब्लम का हल निकालने और नई डीप लर्निंग एल्गोरिदम्स और टेक्नीक्स ईजाद करने का अवसर मिलता है। इसके बाद रिसर्च को सीवीपीआर, आईसीएमएल, आईसीसीवी, एसीएल और ईएमएनएलपी के साथ कम्युनिकेट किया जाता है।