Career Tips: वैश्वीकरण के दौर में अब एक से अधिक भाषाओं की जानकारी जितनी प्रोफेशनल्स और बिजनेस की दुनिया में जरूरी है उतनी ही स्टूडेंट्स के लिए भी है। वर्तमान स्थिति को ही देखें तो रिमोट वर्क ने लोगों के लिए पूरी दुनिया की ऑपर्च्युनिटीज को खोल दिया है जहां लोग किसी भी देश में स्थित कंपनी के लिए अपने घर से ही काम कर सकते हैं। दरअसल कोविड-19 के चलते इंटरनेशनलाइजेशन में आई तेजी ने लैंग्वेज स्किल्स की डिमांड को भी बढ़ाया है और मल्टीलिंगुअल प्रोफेशनल्स को इसका फायदा भी मिल रहा है।
लैंग्वेज स्किल्स की बढ़ती मांग ने कई एप्स, प्लेटफॉर्म्स और रिसोर्सेज को जन्म दिया है जो नई भाषा सीखने में मददगार साबित हो सकते हैं और महामारी की शुरुआत के बाद यहां नई भाषा सीखने के इच्छुक लोगों की संख्या में बड़ा इजाफा भी देखने काे मिला है। दूसरी ओर स्टूडेंट्स के लिए तो एक से ज्यादा भाषा की जानकारी कई तरह से फायदेमंद है ही। ऐसे में अगर आप भी मल्टीलिंगुअल होने के प्रोफेशनल व एकेडमिक फायदों के बारे में जानने के साथ-साथ यह भी जानना चाहते हैं कि किसी नई भाषा को सीखने में आपको कितना समय लगेगा तो यह जानकारी आपके काम आएगी।
नई भाषा सीखने के फायदे
- स्वीडिश साइंटिस्ट्स ने दूसरी भाषा सीखने वाले लोगों के ब्रेन की एक स्टडी में यह पाया कि विदेशी भाषा आपके ब्रेन के आकार को बढ़ाती है जिससे मेमोरी मजबूत होती है।
- ब्रेन में ग्रे मैटर की डेंसिटी बढ़ती है जिससे कम्युनिकेशन और सिग्नल्स को प्रोसेस करने की क्षमता बेहतर होती है और ब्रेन के फंक्शन का स्तर भी बढ़ता है।
- बायलिंगुअल लोगों में एग्जीक्यूटिव फंक्शन भी बेहतर होता है जिससे उनके नियंत्रण और फोकस करने की क्षमता बढ़ती है। इससे उन्हें इवेंट्स को समझने और प्लान करने में भी मदद मिलती है।
- कॉर्न/फेरी इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव रिक्रूटर इंडेक्स के अनुसार 88% एग्जीक्यूटिव रिक्रूटर्स मानते हैं कि एक से ज्यादा भाषाओं की जानकारी इंटरनेशनल बिजनेस की सफलता के लिए जरूरी है।
- साइंस कहती है कि एक से ज्यादा भाषाएं जानने वाले बेहतर तरीके से फोकस कर पाते हैं और देर तक याद भी रख पाते हैं। यही वजह है कि ये लोग न केवल एकेडमिक्स में बल्कि प्रोफेशन में भी ज्यादा कामयाब होते हैं।
कम समय में सीखने के टिप्स
किसी भी नई भाषा को सीखने के लिए कितना समय लगेगा यह हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है। हालांकि कुछ टिप्स हैं जिनकी मदद से इस समय को कुछ हद तक कम किया जा सकता है जैसे -
छोटे और ज्यादा स्टडी सेशंस रखें
इससे शब्द, वाक्य और ग्रामर आपके दिमाग में ताजा बनी रहेगी और जल्दी-जल्दी सेशंस रखने से हाल ही सीखी गई इंफॉर्मेशन को दोहराने का मौका भी मिल पाएगा। इसी के मद्देनजर दिन में 3 घंटे लगातार पढ़ने की बजाए 30 मिनट के 3-4 स्टडी सेशंस रखें।
ज्यादा से ज्यादा बोलने की प्रैक्टिस करें
संभव हो तो एक ऐसा ट्यूटर हायर करें जो उस भाषा का देशी वक्ता हो जिसे आप सीखना चाहते हैं। लैंग्वेज की प्रैक्टिस के लिए आप अगर संबंधित देश की यात्रा कर सकें तो और बेहतर होगा।
रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बनाएं
मनुष्य के तौर पर हम उन चीजों को ज्यादा याद रख पाते हैं जो हमारे लिए महत्वपूर्ण हों। ऐसे में अगर आप कोई भाषा सीखने की योजना बना रहे हैं तो उसे किसी वजह से जोड़ दें मसलन आप किसी दूसरे देश की यात्रा पर जा रहे हों या किसी विदेशी दोस्त से कम्युनिकेशन बेहतर बनाना चाह रहे हों। साथ ही नई भाषा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। इसके लिए इस भाषा की फिल्में देख सकते हैं या बुक्स पढ़ सकते हैं।
नई भाषा सीखने में कितना समय लगता है?
किसी भी नई भाषा को धाराप्रवाह सीखने में आपको कितना समय लगेगा यह कई तथ्यों पर निर्भर करता है। दरअसल दुनिया में 6000 से ज्यादा भाषाएं हैं जिनमें कुछ आसान तो कुछ काफी मुश्किल भी हैं। उदाहरण के लिए इंग्लिश बोलने वालों के लिए स्पैनिश सीखना आसान है जबकि कई तरह के अक्षर और संकेतों का इस्तेमाल करने वाली अरबी या मैंडरिन को सीखना काफी मुश्किल हो सकता है। दूसरा सबसे बड़ा फैक्टर जो नई भाषा में सीखने वाले समय को प्रभावित करता है वह यह है कि आप सीखने का कौनसा तरीका इस्तेमाल करते हैं मसलन लैंग्वेज क्लास जॉइन करते हैं, ऑनलाइन क्लास लेते हैं या संबंधित देश की यात्रा करने की योजना बनाते हैं।