Medical Courses After 12th: नीट में सेलेक्शन नहीं हुआ; फिर भी नहीं होगा साल बर्बाद; इन कोर्सेस में ले दाखिला

After 12th Popular Medical Courses Without NEET 2023: राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने 13 जून को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातक) रिजल्ट की घोषणा कर दी है। इस वर्ष करीब 20 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने नीट यूजी की परीक्षा में हिस्सा लिया, जहां कुल 11,45,976 उम्मीदवारों ने नीट यूजी 2023 क्वालीफाई किया है।

नीट में सेलेक्शन नहीं हुआ; फिर भी नहीं होगा साल बर्बाद; इन कोर्सेस में ले दाखिला

प्रत्येक वर्ष एमबीबीएस करने और डॉक्टर बनने का सपना लिए लाखों की संख्या में उम्मीदवार नीट यूजी परीक्षा में शामिल होते हैं। कई उम्मीदवारों को श्रेष्ठ प्रदर्शन से सफलता प्राप्त होती है तो वहीं कई छात्र कठिन प्रतियोगिता के कारण असफल हो जाते हैं। नीट परीक्षा में असफल हुए कई छात्र फिर से अगले साल नीट की तैयारी में लग जाते हैं, हालांकि एमबीबीएस के अलावा कई ऐसे मेडिकल कोर्सेस उपलब्द्ध हैं, जो मेडिकल के क्षेत्र में ही उन्हें उज्ज्वल भविष्य बनाने का अवसर प्रदान करते हैं।

आपको बता दें कि ऐसे कई मेडिकल कोर्स और स्पेशलाइजेशन की मांग में पहले की तुलना में वृद्धि देखी गई है। इन कोर्सेस में दाखिला लेने के लिए नीट के लिए उपस्थित होने की कोई बाध्यता नहीं है। यहां वर्ष 2023 के कुछ ऐसे ही टॉप मेडिकल कोर्सेस की जानकारी दी जा रही है, जिन्हें आप नीट की परीक्षा दिए बिना कर सकते हैं।

1. बीएससी बायोटेक्नोलॉजी (BSc Biotechnology)

कक्षा 12वीं के बाद यदि आप मेडिकल के क्षेत्र में ही भविष्य बनाने की योजना बना रहे हैं तो बीएससी बायोटेक्नोलॉजी एक बेहतर करियर विकल्प साबित हो सकता है। बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, एक अंडरग्रैजूएट कोर्स है जिसकी अवधि तीन वर्ष होती है। हालिया समय में मेडिकल इंडस्ट्री में बूम के साथ ही बीएससी बायोटेक्नोलॉजी कोर्स की मांग में वृद्धि देखी गई है, क्योंकि इसमें कई करियर विकल्प उपलब्द्ध हैं। श्रेष्ठ करियर विकल्पों के साथ ही बीएससी बायटेक्नोलॉजी में ग्रैजूएशन करने के बाद छात्र देश में और विदेश में अच्छी सैलरी पर नौकरी पा सकते हैं।

BSc. Biotechnology के लिए भारत के टॉप कॉलेज

बीएससी बायोटेक्नोलॉजी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है। बीएससी बायोटेक्नोलॉजी करने के इच्छुक छात्र यहां से विभिन्न कॉलेजों के लिए संदर्भ ले सकते हैं।

  • जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
  • क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु
  • जय हिन्द कॉलेज, मुंबई
  • एसवीकेएम मिठीबाई कॉलेज ऑफ आर्ट्स, मुंबई
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
  • एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई
  • माउंट कार्मेल कॉलेज, बेंगलुरु
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली
  • वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर
  • सावित्री बाई फूले पुणे यूनिवर्सिटी, पुणे

2. बी फार्मा (B.Pharma)

कक्षा 12वीं में विज्ञान के विषयों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बी फार्मा को करियर विकल्प के रूप में चुन सकते हैं। हालांकि फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में आने के लिए आपके पास दो रास्ते हैं, एक है बी. फार्मा यानी बैचलर ऑफ फार्मा और दूसरा डी. फार्मा यानी डेप्लोमा इन फार्मा। अंडर ग्रैजूएट कोर्स बीफार्मा के लिए कुल अवधि 4 वर्ष है, वहीं डी-फार्मा जो कि एक डिप्लोमा कोर्स है, के लिए कुल अवधि 2 साल होगी। इसके बाद उम्मीदवार चाहे तो एमफार्मा भी कर सकते हैं। खास बात यह है कि बीफार्मा में दाखिला लेने के लिए उम्मीदवार को नीट परीक्षा में उपस्थित नहीं होना होगा। फार्मा इंडस्ट्री में विभिन्न पदों और भूमिकाओं में कई करियर ऑप्शन मौजूद हैं।

B.Pharma के लिए भारत के टॉप कॉलेज

बी.फार्मा के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है। बीफार्मा करने के इच्छुक छात्र यहां से विभिन्न कॉलेजों के लिए संदर्भ ले सकते हैं।

  • बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी
  • रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई में एक सार्वजनिक राज्य विश्वविद्यालय है,
  • जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी ऊटी
  • दिल्ली औषधि विज्ञान और अनुसंधान संस्थान
  • अन्नामलाई विश्वविद्यालय चिदंबरम
  • बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
  • डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय
  • अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयम्बटूर परिसर
नीट में सेलेक्शन नहीं हुआ; फिर भी नहीं होगा साल बर्बाद; इन कोर्सेस में ले दाखिला

3. बीएससी माइक्रोबायोलॉजी (BSc Microbiology)

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी एक 3 साल की स्नातक डिग्री है, जो सूक्ष्म जानवरों, वायरस, बैक्टीरिया और कवक के एक कोशिकीय और समूहों का अध्ययन करने पर केंद्रित है। बीएससी माइक्रोबायोलॉजी पाठ्यक्रम में विभिन्न प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया के बारे में जानकारी होती है और वे मानव कोशिकाओं में कैसे काम करते हैं। बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12 या समकक्ष पूरा करना होगा। देश और विदेश की कई टॉप कंपनियां हर साल इस क्षेत्रों से माइक्रोबायोलॉजिस्ट के रूप में उम्मीदवारों का चुनाव करती है।

BSc Microbiology के लिए भारत के टॉप कॉलेज

बीएससी माइक्रोबायोलॉजी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की सूची नीचे दी जा रही है। बीएससी माइक्रोबायोलॉजी करने के इच्छुक छात्र यहां से विभिन्न कॉलेजों के लिए संदर्भ ले सकते हैं।

  • मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई
  • सेंट जेवियर्स कॉलेज (स्वायत्त), मुंबई
  • माउंट कार्मेल कॉलेज स्वायत्त, बेंगलुरु
  • फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे
  • जय हिंद कॉलेज, मुंबई
  • सेंट जेवियर्स कॉलेज (स्वायत्त), कोलकाता
  • पीएसजी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयंबटूर
  • सेंट जोसेफ विश्वविद्यालय, बेंगलुरु
  • एसवीकेएम का मीठीबाई कॉलेज ऑफ आर्ट्स, मुंबई
  • सेंट अलॉयसियस कॉलेज (स्वायत्त), मंगलुरु

4. बीएससी फिजियोथेरेपी (BSc Physiotherapy)

बीएससी फिजियोथेरेपी 3 साल का स्नातक स्तर का कोर्स है। फिजियोथेरेपिस्ट का कार्य चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करना है। लंबी बीमारी, दुर्घटना, आघाट या चोट लगने से उत्पन्न शारीरिक समस्याओं से बाहर निकलने में विशेष ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है जो एक फिजियोथेरेपिस्ट देते हैं। एक सफल फिजियोथेरेपिस्ट बनने के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है और पीड़ितों के साथ अत्यंत सावधानी से व्यवहार करने में निपुणता होनी आवश्यक है। इस क्षेत्र में प्रारंभिक वेतन 4 से 5 लाख रुपये होती है।

BSc Physiotherapy के लिए भारत के टॉप कॉलेज

बीएससी फिजियोथेरेपी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है। इन कॉलेजों में आप बीएससी फिजियोथेरेपी डिग्री कोर्स के लिए दाखिला ले सकते हैं।

  • सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली
  • हिंदू कॉलेज, नई दिल्ली
  • पारुल विश्वविद्यालय, वडोदरा
  • लेडी श्री राम महिला कॉलेज
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी), वेल्लोर
  • भारतीय स्वास्थ्य शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, पटना
  • अपोलो कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी, रायपुर
  • निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
  • पंडित दीन दयाल उपाध्याय इंस्टीट्यूट फॉर द फिजिकली हैंडीकैप्ड, दिल्ली
  • सीएमआर यूनिवर्सिटी बेंगलुरु

5. बीएससी न्यूट्रिशन और डाइटिशियन (B.sc Nutrition & dietetics)

बीएससी न्यूट्रिशन और डाइटिशियन एक स्नातक पूर्णकालिक पाठ्यक्रम है, जो आम तौर पर 3 साल की अवधि का होता है। इस कोर्स का चयन जीव विज्ञान के छात्रों द्वारा किया जाता है। इसमें पोषण और आहारशास्त्र के क्षेत्र के विषय शामिल है। इस कोर्स को करने वाले छात्र, लोगों के लिए उचित आहार कैसे तैयार किया जाए, भोजन प्रबंधन, संतुलित आहार के घटक, खाने की आदतें और जीवन शैली प्रबंधन आदि विषयों का ज्ञान रखते हैं। बीएससी न्यूट्रिशन और डाइटिशियन के तौर पर आप देश व विदेश के कई बड़े अस्पतालों में कार्य कर सकते हैं। बीएससी न्यूट्रिशन और डाइटिशियन कोर्स के बाद शुरुआती वेतन 4 से 5 लाख सालाना हो सकती है।

B.sc Nutrition & dietetics के लिए भारत के टॉप कॉलेज

बीएससी न्यूट्रिशन और डाइटिशियन के लिए भारत के टॉप कॉलेजों की सूची नीचे दी जा रही है। बीएससी न्यूट्रिशन और डाइटिशियन करने के इच्छुक छात्र यहां से विभिन्न कॉलेजों के लिए संदर्भ ले सकते हैं।

  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
  • आरवीएस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, तमिलनाडु
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर
  • शूलिनी विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश
  • माउंट कार्मेल कॉलेज, बेंगलरु
  • न्यायमूर्ति बशीर अहमद सईद महिला कॉलेज, तमिलनाडु
  • आंध्र विश्वविद्यालय, आंध्र प्रदेश
  • एसजीटी विश्वविद्यालय, हरियाणा
  • मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, हरियाणा
  • क्वीन मैरी कॉलेज, तमिलनाडु

इसके अलावा आप निम्न कोर्सेस में भी दाखिला ले सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों को करने के लिए उम्मीदवारों को नीट यूजी परीक्षा के लिए उपस्थित होना आवश्यक नहीं है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि निम्नलिखित कोर्स को करने के बाद आप चाहे तो आगे की पढ़ाई यानी संबंधित विषय पर एमएससी या पीजी कोर्सेस कर सकते हैं अथवा विभिन्न संस्थानों में नौकरी के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। मेडिकल क्षेत्र में निम्न कोर्स की मांग में हाल के कुछ वर्षों में वृद्धि हुई है। इसके लिए शुरुआती वेतन 4 लाख से 8 लाख रुपये सालाना हो सकती है।

  • बीएससी औषधीय रसायन शास्त्र (BSc Medicinal Chemistry)
  • बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी (Bachelor of Occupational Therapy)
  • बीएससी प्राकृतिक चिकित्सा और यौगिक विज्ञान (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences)
  • बीएससी पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी (B.Sc in Paramedical Technology)
  • बैचलर ऑफ ऑडियोलॉजी या स्पीच थेरेपी (Bachelor in Audiology or Speech Therapy)
  • बीएससी चिकित्सा इमेजिंग प्रौद्योगिकी (BSc in Medical Imaging Technology)
  • बीएससी जैव रसायन में विज्ञान (Bachelor of Science in Biochemistry)
  • बीएससी बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी (Bachelor of Technology in Biomedical Engineering)
  • बैचलर ऑफ रेस्पिरेटरी थेरेपी (Bachelor of Respiratory Therapy)
  • बीएससी आनुवंशिकी में विज्ञान (Bachelor of Science in Genetics)
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English summary
Every year lakhs of candidates appear for the NEET UG exam to pursue MBBS and dream of becoming a doctor. Many candidates get success due to excellent performance while many students fail due to tough competition. Many students who failed in the NEET exam again start preparing for NEET next year, although there are many medical courses available apart from MBBS, which provide them an opportunity to make a bright future in the medical field itself.
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