Kargil Vijay Diwas 2024 History and Significance: कारगिल विजय दिवस, अर्थात विजय का दिन। कारगिल विजय दिवस को राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति का प्रतीक माना जाता है। क्योंकि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान देश भर के कोने-कोने से सशस्त्र बलों के जवानों ने मिलकर देश की सुरक्षा की। इस वर्ष यह दिन और भी अधिक खास है, क्योंकि वीरों के शौर्य और पराक्रम की यह 25वीं वर्षगांठ है, अर्थात इस साल हम 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहे हैं।
देश की रक्षा के लिए सीमा कारगिल पर हजारों सैनिकों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था। विजय दिवस के दिन देश का हर नागरिरक उन्हीं शहीद वीरों को नमन किया जाता है और श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। विजय दिवस के दिन नागरिकों के बीच राष्ट्रीय गौरव की भावना बढ़ती है और देश का हर नागरिक वीरों की वीरता को सलाम करते हैं। युद्ध से बहादुरी और वीरता की कहानियां भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती हैं। उनमें राष्ट्र के प्रति कर्तव्य और समर्पण की भावना पैदा करती हैं।
प्रत्येक वर्ष कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत का सम्मान करने, शहीदों को श्रद्धांजलि देने और सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। यह राष्ट्रीय गौरव, एकता और विशेष स्मरण के दिन के रूप में मनाया जाता है। कारगिल विजय दिवस भारत में हर साल 26 जुलाई को पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह युद्ध मई से जुलाई 1999 तक जम्मू और कश्मीर के कारगिल जिले में हुआ था। यहां इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाए जाने के मुख्य कारण दिए गए हैं:
कारगिल युद्ध (1999) कब शुरू हुआ?
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष तब शुरू हुआ जब पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भारतीय हिस्से में घुसपैठ की और कारगिल क्षेत्र में रणनीतिक ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया। मई 1999 में स्थानीय चरवाहों ने घुसपैठ का पता लगाया और भारतीय सेना ने घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए "ऑपरेशन विजय" शुरू किया।
क्या है ऑपरेशन विजय?
ऑपरेशन विजय के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच, भारतीय सीमा के बेहद कठिन इलाकों, जहां मौसम की स्थिति बेहद नाजुक है, वहां भीषण लड़ाई शुरू हुई। भारतीय वायुसेना के समर्थन से भारतीय सशस्त्र बलों ने एक-एक करके चोटियों पर कब्ज़ा कर लिया। ऑपरेशन आधिकारिक तौर पर 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ। उस वक्त भारत ने घुसपैठ वाले क्षेत्रों पर सफलतापूर्वक नियंत्रण हासिल कर लिया। ऑपरेशन विजय की सफलता के लिए प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
विजय दिवस 26 जुलाई को क्या हुआ था?
मई 1999 में भारतीय सेना ने घुसपैठ का पता लगाया, जिसके बाद ऑपरेशन विजय की शुरुआत की गई। कारगिल युद्ध के नाम से मशहूर इस संघर्ष में मई से जुलाई 1999 तक कारगिल जिले के चुनौतीपूर्ण पहाड़ी इलाकों और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भीषण लड़ाई हुई। भीषण लड़ाई के बाद भारतीय सेना ने टाइगर हिल समेत कई अहम ठिकानों पर सफलतापूर्वक कब्ज़ा कर लिया। युद्ध का समापन 26 जुलाई, 1999 को हुआ, जिसमें भारत ने जीत हासिल की, लेकिन महत्वपूर्ण हताहतों का सामना करना पड़ा, लगभग 100,000 सैनिकों की हानि हुई।
26 जुलाई के दिन भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने के साथ ऑपरेशन विजय के सफल समापन की घोषणा की। यह दिन युद्ध में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी, बलिदान और वीरता का प्रतीक है। कारगिल विजय दिवस संघर्ष के दौरान अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देने का दिन है। देश भर में विशेष रूप से द्रास, कारगिल और नई दिल्ली में उनकी स्मृति और बलिदान का सम्मान करने के लिए समारोह और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
कारगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह
कारगिल विजय दिवस के दिन युद्ध स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की जाती है और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जाती है। मुख्य समारोह जम्मू और कश्मीर के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर होता है। वहीं देश भर के स्कूल, कॉलेज और विभिन्न संगठन लोगों को इस दिन के महत्व और सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान के बारे में शिक्षित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करते हैं। देशभक्ति गीत, भाषण और वृत्तचित्र प्रस्तुत किए जाते हैं ताकि लोगों में राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा हो और उन्हें प्रेरणा मिले।
कारगिल विजय दिवस पर पुरस्कार और सम्मान के माध्यम से सैनिकों की बहादुरी को सम्मानित किया जाता है। कारगिल युद्ध के दिग्गजों और उनके परिवारों को अक्सर अपने अनुभव और वीरता की कहानियाँ साझा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। कारगिल विजय दिवस भारतीय राष्ट्र की एकता के लिए विश्व भर में याद किया जाता है। इस दिन युवा पीढ़ी को बहादुरी, समर्पण और देशभक्ति के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करने के लिए तमाम आयोजन किये जाते हैं।