भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास ने हाल ही में घोषणा की कि पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर - आईआईटी मद्रास ज़ांज़ीबार की कमान एक महिला निदेशक संभालेगी। यह पहला आईआईटी होगा जिसे एक महिला संभालेगी। आपको बता दें कि तंजानिया देश में स्थित यह कैंपस दो कोर्सेज के साथ अक्टूबर 2023 में शुरू होगा।
कौन हैं प्रीति अघलायम?
प्रीति अघलायम आईआईटी मद्रास की पूर्व छात्रा हैं जहां उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया। आईआईटी मद्रास ज़ांज़ीबार की प्रभारी निदेशक, प्रीति अघलायम ने मीडिया से कहा, "मैं आईआईटी मद्रास की पूर्व छात्रा हूं और संस्थान और देश के लिए इतना बड़ा कुछ करना बहुत बड़ा सम्मान है।"
आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामाकोटी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "अघालयम आईआईटी निदेशक बनने वाली पहली महिला हैं। जिनसे हमें कई और उत्साहजनक चीजें देखने को मिलेंगी। हम सतत विकास लक्ष्यों का पालन कर रहे हैं और एक महत्वपूर्ण लक्ष्य यह बताता है कि हमें लिंग संतुलन लाने की जरूरत है।"
1995 में, अघालयम ने आईआईटी मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने अपनी पीएच.डी. की पढ़ाई की। मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट विश्वविद्यालय में, इसे 2000 में पूरा किया। डॉक्टरेट की पढ़ाई के बाद, उन्होंने एमआईटी, कैम्ब्रिज में पोस्टडॉक्टरल शोधकर्ता के रूप में और बाद में आईआईटी बॉम्बे में एक संकाय सदस्य के रूप में कार्य किया।
2010 से, अघलायम आईआईटी मद्रास से जुड़ी हुई हैं, जहां वह वर्तमान में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के पद पर हैं। हाल ही में, उन्हें प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय से एसटीईएम में 75 महिलाओं में से एक के रूप में मान्यता मिली।
भारत-तंजानिया ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये
भारत और तंजानिया ने हाल ही में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिसने आईआईटी मद्रास को तंजानिया के ज़ांज़ीबार में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय परिसर शुरू करने की सुविधा प्रदान की। संस्थान दो पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों की पेशकश कर रहा है और प्रवेश के लिए आवेदन पहले से ही खुले हैं।