What is PM Vidyalakshmi Scheme 2024: केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पीएम विद्यालक्ष्मी योजना को मंजूरी दे दी गई है। इसकी जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देते हुए इसकी सराहना की। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना केंद्रीय क्षेत्र के तहत मेधावी और शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
शिक्षा मंत्री प्रधान ने बताया कि यह योजना भारत के प्रतिभाशाली युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए लॉन्च की गई है। इस योजना के तहत 21वीं सदी की उच्च शिक्षा तक मेधावी छात्र पहुंच सकेंगे और उन्हें शिक्षा में सहायता प्रदान की जायेगा। प्रेस सूचना ब्यूरो की ओर से जारी अधिसूचना के माध्यम से उन्होंने यह भी बताया कि 3600 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ यह योजना उच्च शिक्षा में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी और देश की युवा शक्ति को अपने सपनों को साकार करने में सक्षम बनायेगी।
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना क्या है?
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना भारत सरकार द्वारा छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक पहल है। यह योजना उन छात्रों के लिए सहायक है जो विभिन्न बैंकों से शिक्षा ऋण लेना चाहते हैं। इस योजना के अंतर्गत एकल प्लेटफार्म पर छात्रों को ऋण आवेदन प्रक्रिया, छात्रवृत्ति योजनाओं और वित्तीय सहायता की जानकारी प्राप्त होती है।
पीएम विद्यालक्ष्मी स्कीम का उद्देश्य क्या है?
इस संबंध में अतिरिक्त जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि पीएम विद्यालक्ष्मी के तहत जमानत-मुक्त और गारंटर-मुक्त शिक्षा ऋण से मेधावी छात्रों की उच्च शिक्षा तक पहुंच बढ़ेगी। इस योजना के तहत यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि वित्तीय बाधाओं के कारण कोई भी प्रतिभाशाली छात्र अपनी पूर्ण शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहें।
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के लिए कौन होंगे पात्र?
प्रधान ने बताया कि 8 लाख रुपये तक की वार्षिक पारिवारिक आय वाले छात्र 10 लाख रुपये तक के शिक्षा ऋण पर 3% ब्याज छूट पाने के पात्र होंगे। उन्हें 7.5 लाख रुपये तक के ऋण पर 75% क्रेडिट गारंटी मिलेगी। शिक्षा ऋण पारदर्शी, छात्रों के अनुकूल और डिजिटल आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से दिए जाएंगे जो सभी बैंकों के लिए समान होगी।
किसे मिलेगा पीएम विद्यालक्ष्मी स्कीम का लाभ
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनआईआरएफ के आधार पर देश के शीर्ष 860 उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को पीएम विद्यालक्ष्मी के तहत शिक्षा ऋण की सुविधा दी जायेगी। इससे हर साल 22 लाख से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता एनईपी 2020 की एक प्रमुख सिफारिशों में शामिल है। पीएम विद्यालक्ष्मी एनईपी के कार्यान्वयन की दिशा में एक और ठोस कदम है। उन्होंने कहा कि पीएम विद्यालक्ष्मी गरीब और मध्यम वर्ग के लाखों छात्रों को सशक्त बनायेगी। यह योजना सार्वजनिक और निजी उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) दोनों में विभिन्न तंत्रों के माध्यम से योग्य छात्रों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर जोर देती है।
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के अंतर्गत छात्रों को शिक्षा ऋण प्राप्त करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करना होगा। विद्यार्थी विद्यालक्ष्मी पोर्टल के माध्यम से विभिन्न बैंकों में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के लिए आवेदन करने के चरण निम्नलिखित है:
चरण 1. विद्यालक्ष्मी योजना के आधिकारिक पोर्टल www.vidyalakshmi.co.in पर जाएं।
चरण 2. होम स्क्रीन पर दिख रहे अप्लाई नाउ पर क्लिक करें
चरण 3. आपके सामने लॉगिन पेज खुल जायेगा।
चरण 4. सबसे पहले अपना अकाउंट खोलें, इसके लिए अपने व्यक्तिगत विवरण दर्ज करें।
चरण 5. विद्यालक्ष्मी योजना के लिए आवेदन के लिए दिए गए दिशानिर्देशों को पढ़ें।
चरण 6. विद्यालक्ष्मी योजना के तहत शिक्षा ऋण के लिए आवेदन करें
चरण 7. उस बैंक को चुनें जिससे आप ऋण प्राप्त करना चाहते हैं।
चरण 8. आवेदन फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें जैसे कोर्स का नाम, संस्थान का नाम, फीस की जानकारी आदि।
चरण 9. आवेदन फॉर्म सबमिट करें।
चरण 10. भविष्य के संदर्भ के लिए इसका एक प्रिंट अपने पास रखें।