उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल की टाइमिंग बदल दी गई है। पहले जहां स्कूलों की टाइमिंग सुबह 8:30 से 1 बजे तक की थी, अब वो बदलकर सुबह 7 बजे से 11:30 कर दी गई है। बता दें कि यह फैसला उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लू की स्थिति को देखते हुए लिए गया है। इस बीच, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल सरकार ने भी तापमान में वृद्धि देखते हुए राज्यों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है।
उत्तर प्रदेश की तापमान की बात करें तो लखनऊ में आज अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को छू गया है तो वहीं आगरा (42 डिग्री सेल्सियस), अलीगढ़ (41 डिग्री सेल्सियस), बरेली (42 डिग्री सेल्सियस), इटावा (42 डिग्री सेल्सियस), फर्रुखाबाद-कम-फतेहगढ़ (41 डिग्री सेल्सियस), फिरोजाबाद (42 डिग्री सेल्सियस) में आज 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया।
इसके अलावा, गाजियाबाद में (41 डिग्री सेल्सियस), गोरखपुर (41 डिग्री सेल्सियस), हापुड़ (42 डिग्री सेल्सियस), झांसी (41 डिग्री सेल्सियस), कानपुर (42 डिग्री सेल्सियस), लोनी (41 डिग्री सेल्सियस), मथुरा (42 डिग्री सेल्सियस) डिग्री सेल्सियस), मौनाथ भंजन (42 डिग्री सेल्सियस), मेरठ (42 डिग्री सेल्सियस), मुरादाबाद (42 डिग्री सेल्सियस), मुजफ्फरनगर (41 डिग्री सेल्सियस), नोएडा (41 डिग्री सेल्सियस) और रामपुर में (42 डिग्री सेल्सियसस) तापमाप मापा गया है।
दरअसल, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से 23 अप्रैल तक सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को बंद करने की घोषणा करते हुए कहा है कि चिलचिलाती गर्मी छात्रों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। उन्होंने राज्य के निजी स्कूलों से भी मौसम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए ऐसा करने की अपील की।
वहीं पश्चिम बंगाल में ङी भीषण गर्मी की स्थिति को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को 22 अप्रैल तक बंद करने का आदेश दिया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित और सहायता प्राप्त स्कूलों में गर्मी की छुट्टी भी उज्ज्वल रही है। राज्य भर में भीषण गर्मी के मद्देनजर ग्रीष्मावकाश 24 मई के पूर्व कार्यक्रम के बजाए 2 मई से शुरू होगा।