उत्तर प्रदेश बीटीसी डीएलएड प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के परिणाम आते ही छात्रों में एक अलग उत्साह दिखाई दिया, खास तौर से तृतीय सेमेस्टर के छात्रों में। हो भी क्यों न, अब वो छात्र से शिक्षक बनने से मात्र छह महीने दूर हैं और संयोग तो देखिए देश की 18वीं लोकसभी भी बस मात्र छह महीने की दूरी पर है। सीधे शब्दों में कहीं तो बीटीसी के छात्रों के लिए बहुत जल्द नौकरियां निकल सकती हैं।
यह हम नहीं बल्कि शिक्षा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं। बीटीसी के शिक्षकों का आने वाला भविष्य कैसा होगा, उनकी कितनी सैलरी होगी, इन सब पर बात करने से पहले दो महीने पीछे चलते हैं।
दरअसल, अगस्त 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने एक विशेष निर्णय के अंतर्गत राज्य सरकार को आदेश दिया था कि कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए बीएड डिग्री धारक आवेदन नहीं कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यूपी डीएलएड में आवेदकों की संख्या में तेज़ी से बढ़ोत्तरी हुई। फैसला आते ही मात्र एक सप्ताह के भीतर दो लाख से अधिक लोगों ने बीटीसी के लिए आवेदन किया।
इस निर्णय से बीएड की डिग्री की वैल्यू पर तो कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन हॉं, बीटीसी की वैल्यू जरूर बढ़ गई। अरे हां, आपके लिए यह समझना जरूरी है कि डीएलएड बीटीसी का ही नया नाम है। इस कोर्स को पूरा करने वाले अभ्यर्थी किसी भी प्राइवेट प्राइमरी स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। बात अगर सरकारी की करें, तो वहां पढ़ाने का मौका उन्हें तब मिलता है, जब सरकार रिक्तियां निकालती है।
पूरे उत्तर प्रदेश में करीब 1.26 लाख पद खाली हैं, जिन पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। शिक्षा विभाग के अनुसार 16 अक्टूबर को बीपीएससी भर्ती के परिणाम जारी किये जा सकते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पहले 11वीं और 12वीं के शिक्षकों की भर्ती के परिणाम आयेंगे। उसके बाद माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती के और फिर प्राइमरी के। दरअसल यह मामला कोर्ट में है, इसलिए सरकार प्राइमरी के शिक्षकों की भर्ती के परिणाम थोड़ा रुक कर निकालेगी। हालांकि अधिकारी देरी के पीछे ओएमआर शीट में त्रुटियां,डॉक्यूमेंट पूरे नहीं होने, आदि को भी कारण बता रहे हैं।
क्या होगा यूपी के शिक्षकों का वेतन
कक्षा मूल वेतन इन हैंड सैलरी
- कक्षा 1 से 5 रु. 25,000/- रु. 44,130/-
- कक्षा 6 से 8 रु. 28,000/- रु. 49,050/-
- कक्षा 9 से 10 रु. 31,000/- रु. 53,970/-
- कक्षा 1 से 5 रु. 32,000/- रु. 55,610/-
Preparation Tips for Government Jobs: सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कैसे करें
अब बात तीसरा सेमेस्टर देने वाले छात्रों की
जिस भर्ती का जिक्र हमने ऊपर किया है, उनके लिए केवल वो लोग अर्हता रखते हैं, जिन्होंने डीएलएड पास कर लिया है। वो छात्र जिन्होंने अभी-अभी तृतीय सेमेस्टर पास किया है, वो शिक्षक भर्ती के अगले बैच में आवेदन कर सकेंगे। उन्हें भी ठीक वैसे ही आवेदन करना होगा, जैसे वर्तमान बीटीसी डिग्री धारकों ने किया है।
कब होगी अगली भर्ती
रिक्त पदों की बात करें, तो वर्तमान प्रक्रिया के अंतर्गत भर्ती पूरी होने के बाद भी प्रदेश में शिक्षकों के पद खाली होंगे। ऐसे में छह महीने बाद डीएलएड की पढ़ाई पूरी करने वालों के लिए सुनहरा मौका होगा। यह बात ठोस रूप से इसलिए भी कही जा सकती है, क्योंकि 2024 में लोक सभा चुनाव हैं और उत्तर प्रदेश से लोकसभा की 80 सीटें हैं और राज्य में भाजपा की सरकार भी है। ऐसे में शिक्षकों का वोट बैंक पाने के लिए अगले बैच की भर्ती प्रक्रिया मार्च से पहले ही अधिसूचित की जा सकती है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा
ध्यान रहे अगर आप बीटीसी की पढ़ाई पूरी कर लेते हैं, तो उसके बाद आप सरकारी टीचर बन जायेंगे, यह जरूरी नहीं है। उसके लिए आपको परीक्षा देनी होगी। यूपीटीईटी द्वारा आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा में दो पेपर होते हैं। दोनों में 150 वैकल्पिक प्रश्न आते हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र के कुल अंक 150 होते हैं। प्रथम प्रश्न पत्र में बाल विकास, हिन्दी भाषा, गणित, अंग्रेजी/संस्कृत/उर्दू और पर्यावरण विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे आते हैं। वहीं दूसरे प्रश्न पत्र में बाल विकास, हिन्दी, अंग्रेजी/संस्कृत/उर्दू, गणित एवं विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं।
दोनों प्रश्न पत्र ढाई घंटे के होते हैं और इसमें कोई भी निगेटिव मार्किंग नहीं होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस में 12वीं कक्षा के स्तर के प्रश्न आते हैं, लेकिन ध्यान रहे सामान्य ज्ञान किसी कक्षा तक सीमित नहीं होता। लिहाज़ा अगर आप सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो एसएससी या बैंकिंग परीखा के स्तर के समान्य ज्ञान की तैयारी ही आपकी मदद करेगा।
अभी से करें तैयारी
आपको बता दें कि यूपी टीईटी की परीक्षाओं में प्रश्न पत्र आम तौर पर एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के आधार पर तय किेय जाते हैं। लिहाजा़ा आप कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक के सामाजिक विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान का गहन अध्ययन कर लें। वहीं गणित में अंक गणित, लाभ हानि, ज्यामिति, साधारण समीकरण, प्रायिक्ता, साधारण ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, आदि को जरूर तैयार कर लें। इसके अलावा पर्यावरण से जुड़े सामान्य ज्ञान के अलावा करंट अफैयर्स पर भी नज़र बनाये रखें।