Rajasthan Government Launches MBBS in Hindi: हिंदी भाषी राज्यों में ज्यादातर छात्र हिंदी माध्यम स्कूलों से शिक्षा प्राप्त करते हैं। ऐसे में जब बात उच्च शिक्षा की आती है तो अचानक अपनी भाषा को हिंदी से अंग्रेजी में बदलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। राजस्थान में उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए राजस्थान सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
राजस्थान सरकार ने राज्य के मेडिकल कॉलेजों में अंग्रेजी के अलावा हिंदी भाषा में भी पढ़ाए जाने की घोषणा की है। यह घोषणा हिंदी दिवस अर्थात 14 सितंबर पर की गई। गौरतलब हो कि इससे पहले हिंदी भाषी राज्य मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी हिंदी में एमबीबीएस पढ़ाए जाने की घोषणा की गई है।
शैक्षणिक सत्र 2024-2025 से हिंदी में एमबीबीएस
राजस्थान सरकार चरणबद्ध तरीके से इस भाषा को लागू कर रही है। इसके तहत राज्य के दो मेडिकल कॉलेजों में हिंदी में छात्र एमबीबीएस कर सकेंगे। राजस्थान के जोधपुर में संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज और मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध बाड़मेर का मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2024-2025 के शैक्षणिक सत्र से इस बदलाव को अपनाया जायेगा।
हिंदी में एमबीबीएस करना वैकल्पिक
चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौर ने कहा कि छात्रों के लिए हिंदी में एमबीबीएस करना पूर्ण रूप से वैकल्पिक है। यदि छात्र चाहें तो हिंदी भाषा में परीक्षा के लिए उपस्थित हो सकते है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में हिंदी को शामिल करने का प्रस्ताव राज्य के बजट में भी शामिल था।
छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए एक सहज प्रक्रिया की सुविधा के लिए छात्रों को शुरू में हिंदी और अंग्रेजी में से किसी एक को अपने शिक्षण माध्यम के रूप में चुनने का विकल्प दिया जायेगा। पाठ्यक्रम में जोड़ने के लिए अध्ययन सामग्री और पाठ्यपुस्तकों का हिंदी में अनुवाद किया जा रहा है। हिंदी शिक्षण में संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित करने के प्रयास भी किए जायेंगे।
एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में
इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घोषणा की कि राज्य में एमबीबीएस पाठ्यक्रम अब चालू शैक्षणिक सत्र से हिंदी में भी पढ़ाया जायेगा। साय ने कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के दृष्टिकोण को लागू करने में उत्साहित है। इसे उन्होंने 2022 में उत्तर प्रदेश में एक रैली के दौरान व्यक्त किया था।
उन्होंने स्थानीय पत्रकारों से कहा, हमारी सरकार ने हिंदी दिवस पर एक बड़ा फैसला लिया है। एमबीबीएस पाठ्यक्रम अब हिंदी में भी पढ़ाया जायेगा। इस सत्र यानी 2024-2025 से पहले वर्ष में हिंदी में किताबों की छपाई शुरू की जायेंगी। स्वास्थ्य विभाग को किताबें और अध्ययन सामग्री की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।