Patna News: बिहार के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए 52 विषयों में 4638 सहायक प्रोफेसर बहाली के लिए चयन प्रक्रिया चल रही है। अभी तक दो दर्जन विषयों में 300 पदों पर चयन प्रक्रिया पूरी हुई है। चयन की धीमी रफ्तार से चिंतित सरकार ने इसमें तेजी लाने के लिए शनिवार को विश्वविद्यालय सेवा आयोग के साथ विचार- विमर्श किया। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आयोग से आग्रह किया कि 31 दिसंबर 2022 तक हिंदी, गणित, इतिहास और विज्ञान संकाय जैसे सभी महत्वपूर्ण विषयों के सहायक प्रोफेसर चयन प्रक्रिया पूरा कर लें। आयोग पूरी पारदर्शिता के साथ विभिन्न विषयों में दी गई रिक्ति पर योग्य अभ्यर्थियों का चयन समय पर करा दें। मंत्री ने भरोसा दिया कि नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अधिकारियों और कर्मियों सहित आवश्यक सभी संसाधन आयोग को उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
बिहार विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद
एलएन मिथिला विश्वविद्यालय 856
बीआरए बिहार विवि 603
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय 462
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय 428
मगध विश्वविद्यालय 381
बीएन मंडल विश्वविद्यालय 377
जेपी विश्वविद्यालय 319
टीएमबीयू 287
पटना विश्वविद्यालय 273
मुंगेर विश्वविद्यालय 245
पूर्णिया विश्वविद्यालय 213
केएसडीएस 192
बिहार प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया
आयोग ने जगह औैर कर्मियों की कमी दूर करने का आग्रह किया गया। विचार-विमर्श में राज्य विवि सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राजवर्धन आजाद, सभी सदस्य, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह और शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी मौजूद थे। 2019 में सरकार ने बिहार राज्य विवि सेवा आयोग का गठन कर तेजी से नियुक्ति प्रक्रिया चलाने का निर्देश दिया था। आयोग ने 13 विवि में 4638 सहायक प्रोफेसर की बहाली प्रक्रिया 23 सितंबर 2020 को शुरू की थी।
इन विषयों के शिक्षकों की कमी
शिक्षा मंत्री ने कहा कि विवि और कॉलेजों में हिंदी, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान सहित महत्वपूर्ण विषयों में शिक्षकों की कमी है। चयन प्रक्रिया जल्द पूरा होने से शिक्षकों की कमी दूर होगी और पढ़ाई व्यवस्थित हो सकेगी। आयोग के सचिव ने रिक्ति के विरूद्ध अब तक की गई कार्रवाई की अद्यतन जानकारी दी। साथ ही 31 दिसंबर 2022 तक चयन प्रक्रिया से संबंधित कार्य योजना बताई। आयोग ने चयन प्रक्रिया में तेजी के लिए संसाधन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।