NEP 2020: मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पिछले सत्र से लागू कर दी गई है। भोपाल के एक्सीलेंस इंस्टीट्यूट फॉर एक्सीलेंस इन हायर एजुकेशन में सेमेस्टर सिस्टम के तहत इसे लागू किया गया है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गए अध्यादेश की एक शर्त के कारण यहां के स्टूडेंट्स की ईयर बैक लग रही है और उन्हें अगले सेमेस्टर में पढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है। दरअसल, यूजी के स्टूडेंट्स को सेमेस्टर के कुल क्रेडिट में से 50% क्रेडिट प्राप्त करना जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर स्टूडेंट को अगले सेमेस्टर में प्रमोट नहीं कर जीरो घोषित किया जा रहा है। ऐसा ही नियम वार्षिक पद्धति में भी लागू है।
सेमेस्टर में अलाऊ टू कीप टर्म (एटीकेटी) का प्रावधान भी है। इसके तहत यदि विद्यार्थी दो विषयों में फेल भी हो जाता है तो उसे अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया जा सकता है, लेकिन न्यूनतम क्रेडिट की शर्त के कारण इसका भी लाभ नहीं मिल रहा है। अब एक्सीलेंस इंस्टीट्यूट ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिख अध्यादेश की इस शर्त पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। एक्सीलेंस इंस्टीट्यूट में पहले सेमेस्टर में 60 स्टूडेंट फेल हुए हैं। दूसरे सेमेस्टर में 19 स्टूडेंट फेल हो गए हैं।
प्रोफेसर्स का कहना है कि क्रेडिट पॉलिसी लचीली होनी चाहिए। सेमेस्टर सिस्टम से ज्यादा वार्षिक पद्धति के छात्र प्रभावित होंगे। अभी वार्षिक पद्धति में यूजी के करीब 70 हजार छात्रों की परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन सप्लीमेंट्री का प्रावधान होने के बाद भी इन छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। इसमें एक वर्ष 40 क्रेडिट का है और पास होने के के लिए न्यूनतम 20 क्रेडिट अंक प्राप्त करने होंगे।
उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त दीपक सिंह ने कहा कि इस संबंध में पुन: विचार किया जाएगा। छात्रों को अगले सेमेस्टर प्रमोशन क्यों नहीं मिल रहा है। इसका परीक्षण कराएंगे। वहीं उच्च शिक्षा विभाग ने सत्र 2021-22 में प्रवेशित विद्यार्थियों से जुड़ा एक सर्कुलर जारी किया है। इसके अनुसार विद्यार्थी दूसरे वर्ष में माइनर सब्जेक्ट को मेजर में बदल सकते हैं। लेकिन इसके लिए उसे माइनर विषय के पहले प्रश्नपत्र को पास करना होगा।
एक सेमेस्टर 20 क्रेडिट का -एक्सीलेंस इंस्टीट्यूट में एक सेमेस्टर 20 क्रेडिट का है। इसमें मेजर और माइनर विषय 6-6 क्रेडिट और जरनल इलेक्टिव कोर्स (जीईसी) व एबिलिटी इनहांसमेंट कोर्स 4-4 क्रेडिट के हैं। इन विषयों में न्यूनतम 10 क्रेडिट प्राप्त करने वाले छात्र को अगले सेमेस्टर में प्रमोट किया गया है।