NCERT PARAKH Report: राष्ट्रीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसी) की इकाई परख की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को भारत के स्कूल बोर्डों में टॉप प्रदर्शन करने वाला बोर्ड माना गया है। रिपोर्ट में पांच मापदंडों के आधार पर 32 स्कूल बोर्डों का मूल्यांकन किया गया। इनमें पाठ्यक्रम, मूल्यांकन, बुनियादी ढाँचा, समग्रता और प्रशासन आदि शामिल हैं।
हालांकि, समग्र विकास के लिए ज्ञान का प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा और विश्लेषण (PARAKH) रिपोर्ट में कहा गया है कि "स्कूल बोर्ड में से एक" ने पाठ्यक्रम के प्रश्नों का प्रयास नहीं किया क्योंकि वे "केवल परीक्षाएं आयोजित करते हैं"। परख ने बोर्ड का नाम उजागर नहीं करने का फैसला किया।
परख द्वारा किया गया विश्लेषण एक स्व-रिपोर्टिंग सर्वेक्षण पर आधारित है। इसमें 32 सहभागी स्कूल बोर्डों में पांच मापदंडों - प्रशासन, पाठ्यक्रम, मूल्यांकन, बुनियादी ढाँचा और समग्रता शामिल है। इन पांच मापदंडों पर बोर्डों का आकलन करने के लिए लक्षित 58 प्रश्न शामिल थे। इसके बाद बोर्डों को अंक आवंटित किए गए, जिन्हें फिर 0 से 100 के पैमाने पर आवंटित किया गया। परख के अनुसार, ये प्रश्न राज्य बोर्ड के सदस्यों द्वारा हल किए गए थे, जिन्होंने पिछले एक साल में आयोजित विभिन्न क्षेत्रीय कार्यशालाओं में भाग लिया था। यह स्पष्ट नहीं है कि प्रत्येक बोर्ड के लिए कितने नमूने लिए गए थे।
पाठ्यक्रम के मामले में सीबीएसई सबसे आगे
यदि बात केवल पाठ्यक्रम की करें तो, इस मामले में सीबीएसई सबसे आगे रहा। उसके बाद पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) का स्थान रहा। विश्लेषण में यह बात सामने आई कि केरल में बोर्ड पब्लिक एग्जामिनेशन और बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एग्जामिनेशन ने खराब प्रदर्शन किया, जिसमें क्रमशः 0% और 2% अंक मिले। केरल के इन दो बोर्डों ने अपने पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ) 2023 के अनुरूप नहीं बनाया और व्यावसायिक विषयों के विकल्पों की कमी थी।
क्या है मूल्यांकन मेट्रिक्स
मूल्यांकन मानदंड में परीक्षा उपनियम, ऑनलाइन और ऑन-डिमांड परीक्षा प्रावधान, पेपर सेटिंग, परीक्षा पैटर्न और मूल्यांकन विधियों की जांच की गई। गोवा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने इस क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उसके बाद महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन (MSBSHSE) और CBSE का स्थान रहा।
मूल्यांकन के मामले में सीबीएसई, गोवा बोर्ड और एमएसबीएसएचएसई शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बोर्ड रहे। इसके विपरीत, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मणिपुर को इस श्रेणी में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला बोर्ड माना गया। बुनियादी ढांचे के मामले में सीबीएसई ने फिर से सबसे ज़्यादा अंक हासिल किए। इसके बाद यूपीएमएसपी और ओडिशा उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद का स्थान रहा। इस पैरामीटर में केरल बोर्ड के अंक सबसे कम रहे।
प्रशासनिक मापदंड में उपनियमों के लिए भाषा नीति दिशा-निर्देश और प्रशासनिक कार्यों में बोर्ड की भागीदारी शामिल थी। यहां उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद, ओडिशा; सीबीएसई; और नागालैंड बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन ने सबसे अधिक अंक प्राप्त किए। वहीं, केरल का बोर्ड ऑफ पब्लिक एग्जामिनेशन और बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एग्जामिनेशन सबसे निचले पायदान पर रहे। परख द्वारा किया गया यह व्यापक विश्लेषण इस बात की स्पष्ट तस्वीर प्रस्तुत करता है कि भारत में विभिन्न स्कूल बोर्ड महत्वपूर्ण शैक्षिक मापदंडों पर कैसा प्रदर्शन करते हैं।
पाठ्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ 5 स्कूल बोर्ड
- सीबीएसई: 86
- पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद: 79
- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद: 74
- उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद, ओडिशा: 73
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, हरियाणा: 68
पाठ्यक्रम में बॉटम 5 बोर्ड
- बोर्ड ऑफ पब्लिक एग्जामिनेशन्स केरल: 0
- बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एग्जामिनेशन्स, केरल: 2
- छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल: 18
- मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन: 21
- असम हायर सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल: 27
मूल्यांकन में सर्वश्रेष्ठ 5
- गोवा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: 84
- महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: 76
- सीबीएसई: 74
- पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद: 72
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान: 72
मूल्यांकन में बॉटम 5 बोर्ड
- मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: 52
- छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल: 56
- गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक बोर्ड: 56
- असम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद: 56
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मणिपुर: 56