JNU Protest: जेएनयू प्रशासन द्वारा कुछ महीने पहले छात्रावास हॉस्टल से लेकर अन्य अन्य चीजों में की गई भारी फीस बढ़ोतरी के बाद संस्थान में बने तनावपूर्ण हालात के बीच जेएनयू के शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) और छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के करीब 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने 10 दिसंबर को केंद्रीय एचआरडी मंत्रालय में उच्च-शिक्षा विभाग के सचिव अमित खरे के साथ एक बैठक की। जिसके बाद आज एचआरडी मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि बैठक में जेएनयू प्रशासन ने सचिव को बताया कि जिन बिंदुओं को लेकर जेएनयू प्रशासन ने एक जानकारी मंत्रालय के साथ साझा की थी, उन्हें जल्द ही लागू किया जाएगा। जिसमें विंटर समिस्टेर की परीक्षाओं को लेकर छात्रों से कोई सर्विस और यूटिलिटी चार्ज नहीं लिया जाएगा। जिन्होंने यह चार्ज दिया है। उसकी भरपाई यूजीसी द्वारा की जाएगी।
अगर जेएनयू के छात्रों की ओर से कोई और मसला मंत्रालय के सामने रखा जाता है तो उसपर भी विचार किया जाएगा। वीसी को हटाने के मसले पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई है। जेएनयू के छात्रों के साथ उच्च शिक्षा सचिव की बैठक आज भी होनी है। सुबह की बैठक में जेएनयू वीसी एम.जगदीश कुमार, जेएनयू के रजिस्ट्रार और तीनों रेक्टर मौजूद थे। शाम को उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
जेएनयू प्रशासन, जेएनयू के शिक्षक संघ (जेएनयूटीए), छात्र संघ (जेएनयूएसयू) और केंद्रीय एचआरडी मंत्रालय में उच्च-शिक्षा विभाग के सचिव अमित खरे के साथ हुई बैठक में तमाम विवादित मुद्दों के समाधान के अलावा जेएनयू की बतौर देश के एक प्रतिष्ठित अकादमिक और शोध संस्थान के रूप में धूमिल हो रही प्रतिष्ठा को पुन: वापस स्थापित करने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है।
मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बैठक में विभागीय सचिव ने छात्रों को शुक्रवार तीन बजे एक बार फिर से मंत्रालय में बातचीत के लिए बुलाया है। उक्त बैठक का उद्देश्य इस प्रतिनिधिमंडल में विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ की अगुवाई प्रो़ डी़ के़ लोबीयाल ने की। जबकि जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने छात्रों का प्रतिनिधित्व किया।
गौरतलब है कि बीते रविवार को जेएनयू कैंपस में कुछ नकाबपोशों ने उपद्रव किया था। इसमें जेएनयू की छात्र संघ की अध्यक्ष सहित कई छात्र घायल हुए और कैंपस में भी तनावपूर्ण हालात बन गए थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा मामले की जांच की जा रही है। वहीं जेएनयू कुलपति ने मामले को लेकर हाल ही में केंद्रीय एचआरडी मंत्रालय को जानकारी देते हुए जल्द से जल्द विश्वविद्यालय में हालात सामान्य करने का आश्वासन दिया है।
MHRD Circular Over JNU Protest