उत्तर प्रदेश में अगर आप स्टार्ट-अप खोलना चाहते हैं और उसके लिए आपके पास बेहतरीन आईडिया है, तो सीधे लखनऊ विश्वविद्यालय के इन्क्यूबेशन सेंटर से संपर्क कर सकते हैं। जी हां, विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर ने स्टार्ट-अप और स्टार्ट-अप आईडिया के लिए आवेदन मांगे हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय ने गुरुवार को ट्विटर के माध्यम से नोटिस जारी किया। दरअसल प्रो. राय के दिशा-निर्देश में 2020 में इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त यह केंद्र दो वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहा है।
क्या होता है इनक्यूबेशन सेंटर
इनक्यूबेशन सेंटर एक प्रकार का केंद्र होता है जो उद्यमी या उद्योगपति के लिए एक प्रारंभिक मंच की तरह होता है। यह शुरुआती दौर में स्टार्टअप की संरचना उसे आगे बढ़ने में उद्यमी की मदद करता है।
इसका मुख्य उद्देश्य उद्यमियों के लिए एक सुगम वातावरण प्रदान करना होता है, जहां वे नए व्यवसाय की शुरुआत करते हैं और अपने स्टार्टअप की विकास योजनाओं को सफलतापूर्वक आगे ले बढ़ाते हैं। सेंटर में कार्यरत विशेषज्ञ उद्यमी को उपयोगी सलाह और तकनीकी सहायता प्रदान करते हैं जो उन्हें अपने बिजनेस को विकसित करने में मदद करते हैं। इनक्यूबेशन सेंटर में उद्यमियों को नई तकनीकी, उपकरण, वित्तीय सहायता, मार्केट रिसर्च, उद्यमिता प्रशिक्षण आदि दिया जाता है साथ ही यह बताया जाता है कि वे अपने स्टार्टअप के लिए पैसा कहां से जुटाएं।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने आवेदन मांगे
आपको बता दें कि दिसंबर 2022 में लखनऊ विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर नवांकुर फाउंडेशन ने 21 वर्षीय अमन शर्मा को स्टार्टअप के लिए सहायता मुहैया करायी। अमन बीमॉम के छात्र हैं और वे अपना स्टार्टअप गोरखपुर में खोलने जा रहे हैं। उनका स्टार्टअप बी2बी मॉडल पर काम करेगा। इसी तरह अगर आप भी यूपी में हैं और आपके पास स्टार्टअप के लिए कोई अच्छा आईडिया है, तो आप भी लखनऊ विश्वविद्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय ने स्वयं आवेदन मांगे हैं।
यही नहीं आप चाहें तो गूगल फॉर्म के इस लिंक के जरिए भी विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के नवांकुर फाउंडेशन के चेयरमैन कुलपति प्रो. अलोक राय हैं। वहीं फार्मास्युटिकल साइंस विभाग के डॉ. पुष्पेंद्र त्रिपाठी एवं रसायन विभाग की डॉ. सीमा मिश्रा केंद्र के अतिरिक्त निदेशक हैं। वहीं कंप्यूटर साइंस विभाग के डॉ. हिमांशु पांडेय, रसायन विभाग की डॉ. प्रतिभा बंसल, आईएमएस की डॉ. आस्था शर्मा इस केंद्र की सदस्य हैं। आप इनमें से किसी से भी संपर्क कर सकते हैं।