JNU New VC Santishree Dhulipudi Pandit जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को जेएनयू का नया कुलपति घोषित किया। आज 7 फरवरी 2022 को शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने जेएनयू के नए कुलपति का पदभार ग्रहण किया। जेएनयू के इतिहास में पहली बार कोई महिला कुलपति बनी है। इससे पहले प्रोफेसर एम जगदीश कुमार जेएनयू के कुलपति थे, उन्हें यूजीसी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। जबकि शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित पहले सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय एसपीपीयू के वीसी पद पर थीं, अब जेएनयू के वीसी के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगी। प्रोफेसर शांतिश्री पंडित फिलहाल पुणे यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है। वह जेएनयू की पीएचडी की छात्रा रह चुकी हैं।
बता दें कि जेएनयू के कुलपति प्रोफेसर एम जगदीश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2021 को खत्म हो गया था। शिक्षा मंत्रालय के द्वारा उनकी नियुक्ति तक पद पर बने रहने का 23 जनवरी 2021 को एक आर्डर जारी किया था। 27 अक्टूबर 2020 को कुलपति पद के लिए आवेदन मांगे गए थे। जेएनयू में करीब एक साल से कुलपति की तलाश चल रही थी। जेएनयू कुलपति पद के लिए दो नाम की सबसे ज्यादा चर्चा में रहा था। जिसमें प्रोफेसर शांतिश्री पंडित और प्रोफेसर अविनाश कुमार पांडे का नाम शामिल है। इसके अलावा प्रोफेसर गुलशन सचदेवा का भी नाम पिछले दिनों कुलपति पद के दावेदारों में लिया जा रहा था।
आज 7 फरवरी 2022 को शिक्षा मंत्रालय ने शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को जेएनयू की पहली महिला वीसी के रूप में नियुक्त किया है। सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, एसपीपीयू की शांतिश्री धूलिपुडी पंडित जेएनयू के पूर्व वीसी प्रोफेसर एम जगदीश कुमार का स्थान लेंगी। रिपोर्टों के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पंडित को 5 साल के कार्यकाल के लिए नए वीसी के रूप में नियुक्त किया गया है और वह जल्द ही अपना कार्यभार संभालेंगी। इससे पहले, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, जेएनयू में हमेशा सभी पुरुष वीसी रहे हैं और यह पहली बार है कोई महिला इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के कार्यालय की अध्यक्षता करेगी।
शांतिश्री धूलिपुडी पंडित का जन्म सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ और अपने शिक्षण करियर के साथ-साथ वह शोध भी कर रही है। एसपीपीयू में वह राजनीति और लोक प्रशासन विभाग में हैं और विषयों पर अपने ज्ञान के लिए छात्रों और शिक्षकों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। शांतिश्री धूलिपुडी पंडित 1980 से छात्रों को शिक्षा प्रदान कर रही हैं। जेएनयू की कुलपति के रूप में, वह विश्वविद्यालय का पूरा काम देखेंगी।