झारखंड सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना ही घोषणा की है। छात्रों के शैक्षिक अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम के अंतर्गत, झारखंड कैबिनेट ने सरकारी स्कूलों में कक्षा 1-8 में पढ़ने वाले छात्रों को स्कूल बैग प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
आपको बता दें झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या लगभग 37 लाख से अधिक है। इस योजना के तहत सभी सरकारी विद्यालयों के कक्षा 1 से कक्षा 8वीं तक पढ़ने वाले छात्रों को स्कूल बैग प्रदान किया जायेगा।
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्रों को आवश्यक स्कूल आपूर्ति तक पहुंच हो और उन्हें मूल सुविधाओं के साथ शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
स्कूल बैग परियोजना का खर्च कितना है?
कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने परियोजना के लिए 57.06 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। उन्होंने कहा, "कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के सभी छात्रों को सालाना स्कूल बैग उपलब्ध कराया जायेगा। प्रत्येक बैग की कीमत 140 रुपये से 160 रुपये तक होगी।"
कैबिनेट ने बैठक के दौरान स्कूल बैग पहल के अलावा 53 प्रस्तावों को मंजूरी दी। इनमें झारखंड मिलेट मिशन के लिए 50 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गयी। दादेल ने बताया, "मिशन के तहत, बाजरा खेती का क्षेत्रफल मौजूदा 40,000 हेक्टेयर से बढ़ाकर पांच लाख हेक्टेयर किया जायेगा।" कैबिनेट ने किसान समृद्धि योजना (2023-24) के लिए 80 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी। स्कूल बैग उपलब्ध कराने के कदम से राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्रों को लाभ होने की उम्मीद है, जिससे उन्हें अधिक आरामदायक और संगठित सीखने का माहौल सुनिश्चित होगा।