नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) जेएनयू में रविवार रात जमकर हिंसा (JNU Violence) हुई। लाठी, डंडे और तेजाब से लैस पुरुषों और महिलाओं ने जेएनयू परिसर में जमकर उपद्रव मचाया। नकाबपोश लोगों के समूह ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया। जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस हमले की पूरे देश में निंदा हो रही है। जेएनयू हिंसा की निंदा करने के लिए विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने रविवार आधी रात को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन किया।
जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और कुणाल कामरा ने मोमबत्ती जलाकर अपना विरोध जताया। हिंसा की निंदा के लिए विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने गेटवे ऑफ इंडिया मोमबत्तियां जलाकर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार रात हुई हिंसा में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष ऐशे घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने परिसर में तब प्रवेश किया जब जेएनयू शिक्षक संघ द्वारा परिसर में हिंसा के मुद्दे पर बैठक की जा रही थी।
हमलावरों ने छात्रों और प्रोफेसरों के साथ मारपीट की। सोशल मीडिया और टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित वीडियो फुटेज में महिला और पुरुषों को हॉकी स्टिक लेकर जाते हुए दिखाया जा रहा है, लेकिन सभी के चेहरों पर नकाब बंधा हुआ था। वाम दल, जेएनयूएसयू और आरएसएस समर्थक एबीवीपी ने इस घटना के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया।