Hybrid Education For UG, PG Medical Education- AIIMS Delhi: मेडिकल की शिक्षा प्राप्त करने का सपना भारत के कई युवाओं का सपना है, जो हर साल अंडरग्रेजुएट कोर्स (UG) और पोस्टग्रेजुएश कोर्स (PG) में प्रवेश प्राप्त करने के लिए मेहनत करते हैं। कहा जा रहा है कि भविष्य में मेडिकल की पढ़ाई में हाइब्रिड शिक्षा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
हाल ही में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नई दिल्ली द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार बात करें तो एम्स का कहना है कि भारत में हाइब्रिड शिक्षा स्नातक (UG) और स्नातकोत्तर (PG) चिकित्सा शिक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
कोरोना काल में जब सभी स्कूल और कॉलेज बंद थे, तो शिक्षा प्राप्त करने का एकमात्र स्रोत, जिसका हम प्रयोग कर रहे थे, वह था ऑनलाइन शिक्षा। अपनी और अन्य लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी ने घर बैठे ऑनलाइन काम किया है तो स्कूली छात्रों से लेकर मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों ने की वर्चुअल शिक्षा प्राप्त की है।
ये सच है कि इस दौरान छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, लेकिन आज छात्र उसी ऑनलाइन शिक्षा का प्रयोग अपनी स्किल डेवलपमेंट और अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करने के लिए दे रहें है।
इसी प्रकार जब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा अध्ययन किया गया तो, उसमें पाया गया कि संरचित आभासी सामूहिक चर्चा (sVGD) प्रारूप पारंपरिक आभासी शिक्षा (GD) की तुलना में अधिक प्रभावी और संवादात्मक है।
sVGD चिकित्सा शिक्षा के लिए एक नवीन तकनीक है, जिसमें छात्रों की सक्रिय भागीदारी के साथ पर्यवेक्षित और अनुपयोगी चर्चा शामिल रही थी।
एम्स के अध्ययन पर क्या कहा प्रोफेसर ने
इस अध्ययन के बारे में सबसे पहले इसके प्रमुख ने क्या कहा वो जानना आवश्यक है। अध्ययन की प्रमुख अन्वेषक डॉ. सिमरन कौर कहती हैं कि चिकित्सा शिक्षा में नया दृष्टिकोण सभी विशिष्टताओं में स्नातक (UG) और स्नातकोत्तर (PG) कोर्स में पढ़ रहे छात्रों के छोटे-समूह शिक्षण को लागू करने के लिए एक पथ प्रदर्शक के रूप में कार्य करेगा।
अध्ययन पर एम्स ने बयान देते हुए बताया कि "हमारे अध्ययन के परिणाम चिकित्सा शिक्षा के एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हुए थे और 2021 में एसोसिएशन ऑफ फिजियोलॉजिस्ट एंड फार्माकोलॉजिस्ट द्वारा नई तकनीकों (देव राज बजाज अवार्ड) के विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र से सम्मानित किया गया था।"