दिल्ली सरकार ने 7 नवंबर 2024 को छठ पूजा के अवसर पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस महत्वपूर्ण त्योहार के मद्देनजर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है, जिससे दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में रहने वाले हजारों परिवार छठ पूजा का पर्व पूरी श्रद्धा और परंपरा के साथ मना सकें।
छठ पूजा, विशेष रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल समुदाय के लोगों का एक प्रमुख त्योहार है। इस पर्व में सूर्य देवता की उपासना की जाती है और नदियों, तालाबों या अन्य जल स्रोतों में स्नान कर सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है। इस पूजा के दौरान महिलाएं और पुरुष व्रत रखकर उपासना करते हैं और संतान की मंगलकामना तथा सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं।
मुख्यमंत्री आतिशी ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "छठ पूजा हमारी सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा है। यह त्योहार परिवार और समुदाय को जोड़ता है और हमारी सांस्कृतिक एकता को मजबूत करता है। इसलिए, दिल्ली सरकार ने 7 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है ताकि हर परिवार इस पर्व को पूरे सम्मान और उल्लास के साथ मना सके।"
इस घोषणा का स्वागत दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल समुदाय ने गर्मजोशी से किया है। समाज के लोगों ने सरकार के इस फैसले की सराहना की और इसे उनकी आस्था का सम्मान बताते हुए मुख्यमंत्री आतिशी का आभार व्यक्त किया। दिल्ली में इस अवकाश से बच्चों और परिवारों को पर्व में शामिल होने का अवसर मिलेगा और शिक्षा के क्षेत्र में भी थोड़ा विराम मिलेगा।
दिल्ली सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी संबंधित विभाग इस अवकाश के दौरान आवश्यक सेवाओं का ध्यान रखें, ताकि किसी भी नागरिक को असुविधा का सामना न करना पड़े। छठ पूजा के लिए घाटों और जलाशयों पर सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं, ताकि लोग सुरक्षित रूप से पूजा कर सकें।
मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा घोषित यह अवकाश दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए एक नई परंपरा की शुरुआत है, जो छठ पूजा को और भी खास बना देगा।