Corona In Delhi: भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली के कई स्कूलों-कॉलेजों में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। कई निजी स्कूल प्रबंधकों ने स्कूलों को बंद कर दिया है और ऑनलाइन पढ़ाई पर वापस आ गए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर भी 5 फीसदी से ऊपर हो चुकी है। आइसोलेशन में रह रहे लोगों की संख्या एक सप्ताह में ही दोगुनी हो गई है। 8 अप्रैल को 388 संक्रमित आइसोलेशन में रह रहे थे। जबकि 16 अप्रैल को इनकी संख्या बढ़कर 772 हो गई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए डीडीएमए ने 20 अप्रैल को बैठक बुलाई है। जिसमें कोरोना के बढ़ते मामलों, मास्क व कोविड-19 के नियमों के पालन पर चर्चा की जाएगी।
डीडीएमए के सूत्रों का कहना है कि मास्क की अनिवार्यता को दोबारा से लागू किया जा सकता है। वहीं चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि मास्क ओर कोविड-19 के नियमों का ठीक से पालन करना शुरू नहीं किया गया तो आने वाले समय में चौथी वेव को आने से रोकना मुश्किल हो सकता है। वहीं आईसीएमआर व डब्ल्यूएचओ की एडवाइजर डाॅ. सुनीला गर्ग का कहना है कि हम भले ही एनडेमिक की ओर बढ़ रहे है, लेकिन अभी हालात पूरी तरह से ऐसे नहीं नजर आ रहे है कि मास्क की अनिवार्यता को खत्म किया जा सके।
दिल्ली में सरकार ने कोविड-19 के नियमों को सख्ती से लागू किया गया था। पुलिस ने गत 17 अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक मास्क नहीं पहनने वाले, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 14,82,073 चालान काटे गए थे। इसमें से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करले वाले 70 हजार से अधिक चालान, मास्क नहीं लगाने वालों के 13,81,494 लाख चालान के साथ 37,809 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
दिल्ली में स्कूलों के फिर से खुलने और कोरोना प्रोटोकॉल में ढील देने के कारण छात्र, शिक्षक और स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में, दिल्ली एनसीआर के कई स्कूलों ने नए कोरोना के मामले दर्ज किए हैं। ये मामले सिर्फ छात्रों में ही नहीं बल्कि शिक्षकों और अन्य स्टाफ सदस्यों में भी पाए गए हैं। जबकि स्कूलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बीमारों को घर भेज दिया है। आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में केवल 0.52% सक्रिय मामले इस समय अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। यहां चौंकाने वाली बात यह है कि अस्पताल में भर्ती होने वालों में 27 फीसदी बच्चे हैं। इसका मतलब है कि संस्थागत देखभाल के तहत लगभग 12 से 14 बच्चे बच्चे हैं।
इस बीच, दिल्ली के स्कूलों को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा नए दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है। दिल्ली सरकार ने कहा है कि दिल्ली के स्कूल बंद रहेंगे, भले ही एक भी मामला सामने आए। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या स्कूल फिर से बंद हो सकते हैं? इसको लेकर एक्स्पर्ट्स का कहना है कि स्कूल फिर से बंद नहीं होंगे। क्योंकि अस्पताल में भर्ती होना अभी भी नियंत्रण में है। इस समय, सुरक्षित रहने का एकमात्र तरीका मास्क लगाना है।
स्कूलों को यह समझने की जरूरत है कि यदि कोई सकारात्मक पाया जाता है तो छात्रों और शिक्षकों को उनके घर वापस भेजना होगा। दिल्ली के स्कूलों को अपने गार्ड फिर से बढ़ाने और अपने कोरोना सुरक्षा नियमों के बारे में सख्त होने की जरूरत है। सभी को यह समझना चाहिए कि कोरोना प्रोटोकॉल का फिर से पालन करके हम कोरोना को फिर से हरा सकते हैं।