Cabinet Approves Setting up 157 New Nursing Colleges: नए वित्त वर्ष के लिए फरवरी में पेश किए गए बजट 2023 के दौरान भारत सरकार ने नए नर्सिंग कॉलेज सह संस्थानों को स्थापित करने की जानकारी दी गई थी। जिसके बजट को अब मंजूरी मिल चुकी है। भारत आने वाले 24 महीनों में नए 157 नर्सिंग कॉलेज की स्थापना के लिए पूरी तरह से तैयार है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने हाल ही में घोषणा की और बताया कि अगले दो वर्षों में भारत को नए 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज मिल जाएंगे। बता दें की वर्तमान समय में भारत में कुल 5,324 नर्सिंग संस्थान है। जो आने वाले दो सालों के बाद 5,431व हो जाएगी। इससे हर साल ग्रेजुएट होने वाले छात्रों की संख्या में भी बढोतरी होगी और हेल्थ सेक्टर में नर्सों की कमी भी पूरी होने लगेगी।
किस की अध्यक्षता में मिली नए संस्थानों को मंजूरी
स्थापित होने वाले सह-स्थान नर्सिंग कॉलेजों को लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंजूरी प्रदान की गई है। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2014 में स्थापित हुए संस्थानों के साथ सह-स्थान में 157 नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना की जाएगी। जिसको लेकर कैबिनेट ने बजट पास कर दिया है।
इस नए 157 नर्सिंग संस्थानों से हर साल 15,700 के करीब छात्र ग्रेजुएट होंगे। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भौगोलिक और ग्रामीण-शहरी असंतुलन को दूर करने में सहायक होगा।
कितने मेडिकल कॉलेज है
कुछ समय पहले केंद्र सरकार द्वारा जारी एक सूचना के अनुसार सरकार ने मेडिकल कॉलेज की वृद्धि के बारे में जानकारी दी, जिससे एमबीबीएस सीटों में वृद्धि हुई। मेडिकल कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करने के लिए अक्सर की छात्र भारत से बाहर के देशों में जाकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, छात्रों को बाहर जाने की बजाय भारत में पढ़ने के लिए अवसर प्रदान करते हुए 2014 में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए थे। केंद्र द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार "मेडिकल कॉलेजों में 2014 से पहले के 387 से अब तक 660 से लगभग 71% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, एमबीबीएस सीटों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है और स्नातकोत्तर सीटें 2013-14 से दोगुनी से अधिक हो गई हैं।"
नए नर्सिंग संस्थानों पर क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को जारी घोषणा कर बताया कि सरकार अगले दो वर्षों के भीतर नए 157 नर्सिंग संस्थानों को पूरा करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से योजना के तहत नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना के लिए किए जा रहे कार्यों की भौतिक प्रगति के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचित करेंगे।" इसमें आगे बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं कि "मेडिकल कॉलेजों में 2014 से पहले के 387 से अब तक 660 से लगभग 71% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, एमबीबीएस सीटों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है और स्नातकोत्तर सीटें 2013-14 से दोगुनी से अधिक हो गई हैं।"
स्वास्थ्य मंत्री बताते हैं कि भारत से नर्सिंग की शिक्षा प्राप्त करने वाली नर्सों की सेवाओं की विदेश में काफी मान्यता है। उनकी गतिशीलता और रोजगार के अधिक से अधिक अवसरों के लिए भारतीय नर्सिंग शिक्षा को वैश्विक मानकों के अनुरूप लाना सबसे महत्वपूर्ण है। "वे अत्यधिक कुशल पेशेवरों के रूप में पहचाने जाते हैं और स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली को चलाते हैं, लेकिन उनकी संख्या वैश्विक मानदंडों से कम है और इसे पर्याप्त रूप से बढ़ाने की आवश्यकता है।"
नर्सिंग संस्थानों के लिए क्या है बजट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों के मंत्रिमंडलीय समिति ने 2014 में स्थापित मेडिकल संस्थानों के साथ सह-स्थान में नए 157 नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी देते हुए 1,570 करोड़ रुपये का बजट को पास किया। इससे मंजूरी देते हुए कहा गया कि "इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भौगोलिक और ग्रामीण-शहरी असंतुलन को दूर करना है।"