Who is Bihar's Young Coder Ishika Jha: सपने देखने के लिए आपको किसी खास जगह या संस्थान की आवश्यकता नहीं होती। सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए केवल आप में जुनून होना जरूरी है। यदि आपमें दुनिया जीतने का जुनून हो तो आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसा ही कुछ कर दिखाया आईआईआईटी की छात्रा इशिका झा ने। बिहार के भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, भागलपुर में बीटेक तृतीय वर्ष की छात्रा इशिका झा ने अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
एक अंग्रेजी समाचार वेबसाइट के अनुसार, हरियाणा की रहने वाली, इशिका केवल एक विशिष्ट तकनीकी विशेषज्ञ नहीं, बल्कि वह अपने कैंपस प्लेसमेंट से 83 लाख रुपये की अविश्वसनीय पैकेज के साथ नौकरी पाने वाली छात्रा बन गई है। गूगल हैकथॉन के आखिरी राउंड में इशिका झा नाम की छात्रा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करके जंगल की आग की भविष्यवाणी पर एक प्रोजेक्ट बनाकर सभी को प्रभावित किया। उनके शीर्ष प्रदर्शन ने उन्हें शानदार अंक दिलाए और शीर्ष 2.5% आवेदकों में जगह दी।
इशिका को कैसे लगा कोडिंग का जुनून
हरियाणा के एक छोटे से शहर से तकनीकी गलियारों तक सुर्खियों में आने वाली इशिका का सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है। बचपन से ही कंप्यूटर और कोडिंग के प्रति प्रेम से प्रेरित होकर, उन्होंने शुरुआत से ही कोडिंग करना शुरू कर दिया। उसका समर्पण और अभ्यास रंग लाया और कोडिंग के प्रति जुनून ने उसे सफलता की ओर अग्रसर किया।
इशिका का ब्रेकआउट मोमेंट गूगल हैकथॉन में आया। आखिरी दौर में, जो एक आइडियाथॉन पर आधारित था। इशिका ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करके जंगल की आग की भविष्यवाणी पर एक परियोजना बनाई। इशिका ने अपने इस शानदार प्रदर्शन से जजों को आश्चर्यचकित कर दिया। इसके साथ ही इशिका को गूगल हैकथॉन में शीर्ष अंक प्राप्त हुए। इशिका ने शीर्ष आवेदकों में अपना स्थान हासिल किया। वह अब अपने तकनीकी डोमेन कौशल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिस्पर्धी कोडिंग और वेब विकास सीख रही है।
रूढ़िवादिता को तोड़ना, क्षेत्र में बदलाव लाना
समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, इशिका को जो बात अलग बनाती है, वह सिर्फ उसका तकनीकी कौशल नहीं है, बल्कि इस क्षेत्र में बदलाव लाना, उसकी प्रेरणा है। वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए तकनीक का उपयोग करने का जुनून, इशिका की एक बड़ी ताकत है। इस सोच के साथ तकनीकी की सहायता है वास्तविक दुनिया की समस्याओं के समाधान के लिए इशिका का निरंतर प्रयास जारी रहेगा।
प्रतिभा की कोई सीमा नहीं होती
युवा तकनीकी दिग्गजों में अपना नाम शुमार करने वाली इशिका की यह यात्रा कई मानदंडों को चुनौती देती है और साबित करती है कि प्रतिभा की कोई सीमा नहीं होती। यंग कोडर इशिका अपने अगले अध्याय के लिए तैयार हो रही हैं। उसकी कहानी आने वाली भावी पीढ़ी के युवा कोडर्स को प्रेरित करेगी। उसकी कहानी से लोग सिखेंगे कि जुनून, नवीनता और दृढ़ संकल्प के साथ किया गया कुछ भी असंभव नहीं होता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहीं से भी आएं या किसी भी संस्थान से हों।
रिपोर्ट के अनुसार, इशिका को जो बड़े पैमाने पर नौकरी की पेशकश की गई है, वह आमतौर पर आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी आदि संस्थानों के छात्रों को मिलती है। अपनी शानदार उपलब्धि के साथ, उन्होंने बाधाओं को तोड़ दिया है और स्थापित किया है कि वास्तविक प्रतिभा की कोई सीमा नहीं होती।