Bihar School Teacher Jobs 2022 बिहार के प्रारंभिक स्कूलों में इस साल अगस्त से सातवें चरण के तहत लगभग 80 हजार से अधिक शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया शुरू होगी। छठे चरण की बहाली प्रक्रिया 25 फरवरी को नियुक्ति पत्र वितरण के साथ ही समाप्त हो जाएगी। इसके बाद शिक्षा विभाग सातवें चरण की बहाली के लिए जिलों से रोस्टर के हिसाब से रिक्ति लेगा। छठे चरण में अभी 90762 प्रारंभिक शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया चल रही है। इसमें दो फेज में काउंसिलिंग के बाद 38 हजार अभ्यर्थी चयनित हो चुके हैं। तीसरे चरण में 28 जनवरी तक 1368 नियोजन इकाइयों में 12495 पदों के लिए काउंसिलिंग होनी है। 17 से 19 जनवरी तक नगर निकायों के 35 नियोजन इकाइयों में 460 पदों के लिए काउंसिलिंग हुई, जिसमें 207 योग्य शिक्षक अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। कुल पद और चयन की स्थिति को देख कर साफ है कि छठे चरण में लगभग 47 हजार सीटें रिक्त रह जाएंगी।
19 सितंबर 2019 तक लगभग 71 हजार प्रारंभिक स्कूलों से शिक्षकों की रिक्ति ली गई थी। तब रिक्ति 90762 थी। अब जब सातवें चरण में रिक्ति ली जाएगी तो 19 सितंबर 2019 के बाद स्कूलों में शिक्षकों के रिटायर होने के बाद रिक्त हुए सीटों की गणना होगी। इसके साथ ही छठे चरण में रिक्त रहने वाले लगभग 47 हजार सीटों को जोड़ने के बाद रिक्ति लगभग 80 हजार से अधिक होने की संभावना है।
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि छठे चरण की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद सातवें चरण की प्रक्रिया शुरू होगी। छठे चरण में 90762 सीटों में आधी से अधिक सीट रिक्त रहने की संभावना है। पिछली बहाली प्रक्रिया शुरू हुए लगभग ढाई साल हो चुके हैं। रोस्टर के हिसाब से सीटों का आकलन कर वेकेंसी जारी कर दी जाएगी।
शिक्षा विभाग प्रारंभिक स्कूलों में सातवें चरण के तहत शिक्षकों की बहाली की तैयारी शुरू कर दी है। पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को पत्र लिख कर 2021 नवंबर में 2019-21 सत्र की डीएलएड परीक्षा का रिजल्ट जल्द जारी करने के लिए कहा है, ताकि ये अभ्यर्थी सातवें चरण की बहाली में शामिल हो सकें।
सातवें चरण में बहाली के लिए अभ्यर्थियों से केंद्रीयकृत (सेंट्रलाइज) तरीके से ऑनलाइन आवेदन लेने की तैयारी चल रही है। शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा कि शिक्षकों के चयन में किसी प्रकार का विवाद और शिकायत नहीं रहे।
प्रारंभिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट के बाद डीएलएड या सीटीईटी या समकक्ष डिग्री। इसके साथ ही टीईटी या सीटीईटी उत्तीर्णता आवश्यक। शिक्षक प्रशिक्षण के लिए राज्य में 66 सरकारी संस्थान हैं।