BHU Introduced 12 New Scholarship: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय जो अपनी उत्कृष्ट शिक्षा के लिए टॉप विश्वविद्यालयों में शामिल है। हाल ही में इस संस्थान द्वारा प्रतिदान योजना के साथ 2 स्कॉलरशिप प्रोग्राम लॉन्च किए थे, लेकिन अब बीएचयू द्वारा 12 नए स्कॉलरशिप प्रोग्राम और शुरू किये जाएंगे। जिसके लिए बीएचयू के पूर्व छात्रों ने दान दिया है।
बीएचयू द्वारा ये 12 नई स्कॉलरशिप पूर्व छात्रों से प्राप्त 60 लाख रुपये की राशि के माध्यम से शुरु की जाएगी। बीएचयू के पूर्व छात्र किशोरी झुनझुनवाला और जगदीश झुनझुनवाला ने छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 60 लाख रुपये का दान दिया है, जिसके माध्यम से 12 स्कॉलरशिप प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे।
किशोर झुनझुनवाला ने दिया 50 लाख रुपये का दान
किशोर झुनझुनवाला जो कि प्रसिद्ध उद्योगपति दीनानाथ झुनझुनवाला की पत्नी है, उन्होंने प्रतिदान योजना के तहत 50 लाख रुपये का दान दिया है। इस दान के माध्यम से 25-25 हजार रुपये की दस स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
8 स्कॉलरशिप प्रोग्राम महिला महाविद्यालय के छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर प्रदान की जाएगी और 2 स्कॉलरशिप संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के आचार्य छात्रों को प्रदान की जाएगी।
जगदीश झुनझुनवाला ने दिया 10 लाख रुपये का दान
जगदीश झुनझुनवाला जो की जेजे प्लास्टैलॉय प्राइवेट लिमिटेड के एमडी है और बीएचयू के पूर्व छात्र भी। जगदीश झुनझुनवाला ने 1973 में परमाणु भौतिकी में एमएससी की शिक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने बीएससी ऑनर्स भौतिकी की शिक्षा प्राप्त करने वाली छात्राओं के लिए स्कॉलरशिप शुरू करने के लिए 10 लाख रुपये का दान दिया गया है।
जगदीश झुनझुनवाला ने किया बीएचयू के लिए आभार प्रकट
जगदीश झुनझुनवाला ने दान देते हुए अपने पूर्व शिक्षकों का आभार प्रकट किया। उन्होंने अपने पिता रामअवतार झुनझुनवाला के बारे में भी बात की और बताया कि किस प्रकार से उनके पिता को गीता पुरुष के नाम से जाना जाता है। क्योंकि वे भगवत गीता के गहन जानकार थे। साथ ही उन्होंने बताया कि किस प्रकार उनके पिता के समर्पण ने उनके भाई दीनानाथ को बीएचयू में अपनी शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। दोनों भाई बीएचयू के पूर्व छात्र थे और आज की तारीख में ये एक बड़े मुकाम पर है।
बीएचयू कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने क्या कहा
बीएचयू प्रतिदान योजना के तहत आए 60 लाख रुपये के दान से छात्रों की बेहतरी के लिए कई स्कॉलरशिप प्रोग्राम योजना शुरू की जाएगी। कुलपति प्रोफेसर जैन ने कहा कि बीएचयू एक महान संस्थान है, जिसने राष्ट्र निर्माण में बहुत योगदान दिया है। बीएचयू के पूर्व छात्रों की भावना, स्नेह और प्यार के माध्यम से संस्थान का विकास हो रहा है और इस विकास में पूर्व छात्रों की भूमिका महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
बता दें कि हिंदी स्कॉलरशिप के बाद बीएचयू में एमबीबीएस स्कॉलरशिप की शुरुआत की गई थी। ये स्कॉलरशिप प्रोग्राम आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए है जो आगे डॉक्टर बन देश के लिए योगदान देना चाहते हैं। बीएचयू के कई पूर्व छात्र प्रतिदान योजना के तहत दान देते हैं, जिसका प्रयोग पूर्णतः स्कॉलरशिप के जरिये छात्रों को वित्तीय सहायता देना के लिए किया जाता है।