देश के कई डीम्ड विश्वविद्यालयों में एमबीबीएस की सीटें खाली हैं। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अंतर्गत मेडिकल काउंसलिंग कमिटी ने देश भर के 51 डीम्ड विश्वविद्यालयों में सभी सीटों के लिए तीन राउंड की काउंसलिंग आयोजित की। तीन राउंड काउंसलिंग के बाद, तमिलनाडु के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अखिल भारतीय कोटा के तहत तकरीबन एक चौथाई एमबीबीएस की सीटें खाली हैं।
मेडिकल काउंसलिंग कमिटी की ओर से किये गये सीट आवंटन के तीसरे राउंड के बाद लगभग 51 डीम्ड विश्वविद्यालों में एमबीबीएस की कुल 8378 सीटों में से 7922 आवंटित की गईं। वहीं देश के 10 डीम्ड विश्वविद्यालयों में अब भी करीब 450 से एमबीबीएस की सीटें खाली हैं।
नई दिल्ली स्थित स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के चिकित्सा परामर्श समिति द्वारा केंद्रीय शिक्षण संस्थानों और डीम्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को सीटें आवंटित करने के लिए परामर्श राउंड आयोजित की जाती है। इसके साथ ही साथ समिति द्वारा राज्य स्तर पर संचालित मेडिकल कॉलेजों में अखिल भारतीय कोटा सीटों के लिए परामर्श सत्र आयोजित की जाती है।
गौरतलब हो कि इस वर्ष तमिलनाडु के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पहले राउंड के परामर्श से पहले सीट मैट्रिक्स पर करीब 835 सीटें प्रदर्शित की गईं। तीसरे राउंड की काउंसलिंग के बाद, तमिलनाडु के चेन्नई स्थित श्री सत्य साई मेडिकल कॉलेज और रिसर्च इंस्टीट्यूट में करीब 80 प्रतिशत सीटें अर्थात कुल 250 सीटों में से करीब 198 सीटें खाली रह गईं। वहीं भारत मेडिकल कॉलेज की कुल 150 में से 58 सीटें खाली हैं। राज्य के श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज में 47 एवं श्री लक्ष्मी नारायण मेडिकल कॉलेज में करीब 45 सीटें खाली हैं।
आपको बता दें कि देश के जिन 10 डीम्ड विश्वविद्यालयों की हम बात कर रहे हैं, उनमें से 9 विश्वविद्यालय तमिलनाडु राज्य और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के हैं। वहीं विशाखापत्तनम स्थित गीतम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड रिसर्च में कुल 150 में से 31 सीटें खाली हैं।
एसीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यदि काउंसलिंग के अंतिम चरण के स्ट्रे राउंड में अभ्यर्थियों द्वारा इन खाली सीटों को नहीं चुना जाता है, तो ये सीटें खाली रहने की संभावना है। एक अंग्रजी अखबार को दिये बयान के अनुसार, एमसीसी अधिकारियों का कहना है कि जिन छात्रों को ये सीटें आवंटित की गई हैं, यदि वे कॉलेजों में दाखिला नहीं लेते हैं, तो ऐसी स्थिति में सीटों को खाली माना जायेगा और स्ट्रे वेकेंसी के लिए सीट मैट्रिक्स में जोड़ा जायेगा। स्ट्रे राउंड एजेंसी द्वारा काउंसलिंग का आखिरी राउंड है और उसके बाद जो सीटें खाली रह जायेंगी एवं उन्हें रिक्त घोषित कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों के विपरीत हम कैंपस प्रवेश के लिए कॉलेजों को सीटें वापस नहीं करेंगे।
क्यों रह गईं सीटें खाली
मेडिकल काउंसलिंग के दौरान छात्रों की पसंद और प्राथमिकता के अनुसार उन्हें सीटें आवंटित की जाती हैं। इस वर्ष प्रीमियम मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें खाली हैं, क्योंकि काउंसलिंग अधिकारी पहले राउंड में मुफ्त निकास की अनुमति देते हैं। दूसरे राउंड में, जो उम्मीदवार अपनी सीटें छोड़ना चाहते हैं, वे केवल सुरक्षा जमा देकर सीट छोड़ सकते हैं। बता दें कि उन्हें मॉप-अप राउंड में शामिल होने की अनुमति है।
डीम्ड विश्वविद्यालय और उनमें खाली सीटों की सूची
कॉलेज का नाम | कुल सीटें | रिक्त सीटें |
श्री सत्य साईं मेडिकल कॉलेज, चेन्नई | 250 | 198 |
भारत मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, चेन्नई | 150 | 58 |
एसीएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, चेन्नई | 250 | 51 |
श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, चेन्नई | 250 | 47 |
श्री लक्ष्मी नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, पुडुचेरी | 250 | 45 |
आरूपाडई वीडु मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पुडुचेरी | 150 | 36 |
जीआईटीएएम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड रिसर्च, विशाखापत्तनम | 150 | 32 |
विनायक मिशन्स मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, करिकल | 150 | 25 |
वीएमकेवी मेडकल कॉलेज एवं अस्पताल, सेलम | 150 | 13 |
महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, पुडुचेरी | 250 | 08 |