संयुक्त राष्ट्र ने अपनी 'वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2022' रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा किया है। जिसके अनुसार 15 नवंबर को वैश्विक आबादी के आठ अरब के आंकड़े को पार करने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत 2023 में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन को पीछे छोड़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि हर 48 साल बाद दुनिया की आबादी दोगुनी हो रही है क्योंकि सन् 1947 में दुनिया की आबादी लगभग 4 अरब थी। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या के अनुमानित डेटा और कई एक्सपर्ट का मानना है कि अगले कुछ दशकों तक कम मौतों और जीवन प्रत्याशा में वृद्धि के कारण दुनिया की आबादी बढ़ती रहेगी। लेकिन उसके कुछ सालों बाद आबादी का ग्राफ नीचे की ओर आएगा और फिर कभी दुनिया की आबादी दोगुनी नहीं होगी।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया की जनसंख्या की वृद्धि बड़े पैमाने पर सबसे गरीब देशों में केंद्रित है - लगभग 70% जन्म निम्न-आय और निम्न-मध्यम-आय वाले देशों में थे। अब और 2037 के बीच, इन देशों के 90% से अधिक विकास के लिए जिम्मेदार होने का अनुमान है।
बता दें कि बढ़ती आबादी का एक अर्थ यह भी है कि लोगों की औसत आयु भी बढ़ रही है। जनसंख्या को दो हिस्सों में बांटकर इसे समझा जा सकता है। 1974 में, वैश्विक आबादी की औसत आयु 20.6 वर्ष थी, जिसका मतलब है कि दुनिया की आधी आबादी की उम्र 22 साल 2 महीने से कम थी जबकि आधी आबादी इससे अधिक उम्र की । वर्तमान वैश्विक औसत आयु 30 साल 5 महीने की है।
जनसंख्या वृद्धि का विस्फोट होगा खत्म, दुनिया की आबादी हुई 8 अरब के पार
जैसे-जैसे जन्म दर में गिरवाट आएगी वैसे ही बढ़ती जनसंख्या की रफ्तार धीमी हो जाएगी। एक बार इसके स्थिर होने पर इसमें गिरावट होगी। हालांकि वर्ष 2100 से पहले 10 अरब को पार कर लेंगे। लेकिन संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या अनुमान डाटा और कई विशेषज्ञ मानते हैं कि दुनिया की आबादी हमेशा के लिए नहीं बढ़ेगी। इस शताब्दी में किसी समय, जनसंख्या पीक पर होगी और उसके बाद घटने लगेगी। ग्राफ को देखा जाए तो आबादी 2086 में 10 अरब से अधिक होगी जो पीक होगा।
जनसंख्या वृद्धि के कारण 2023 तक चीन को पीछे छोड़ देगा भारत
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत चीन को साल 2023 तक पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। गौर करने वाली बात तो यह है कि चीन और भारत दोनों देशों की कुल आबादी दुनिया को कई देशों की कुल आबादी मिलाकर भी उससे कहीं अधिक होगी। एक वक्त ऐसा था जब चीन ने बढ़ती आबादी पर रोक लगाने के लिए कड़े नियम बनाए थे लेकिन अब चीन चाह रहा है कि उसके देश की आबादी बढ़े। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में कई विवाहित जोड़े केवल एक ही बच्चा पैदा करना चाहते हैं जबकि सरकार की कोशिश है कि लोग कम से कम 3 बच्चे पैदा करें।