भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त वॉशिंगटन में हैं। पीएम की यूएस यात्रा के दौरान कई सारी डील साइन की जाएंगी, जिनमें शिक्षा, सैन्य, ऊर्जा आदि की डील प्रमुख मानी जा रही है। आखिर ऐसे क्या कारण हैं, जो अमेरिका इस वक्त भारत को इतना महत्व दे रहा है। उत्तर है- भारत के विकास की गति। और जिस तरह आप किलोमीटर प्रति घंटा में अपने वाहन की गति देखते हैं, उसी तरह अलग-अलग पैमाने पर हम आपको बतायेंगे कि प्रति मिनट भारत की गति क्या है? और हां, लेख के अंत में भारत का खास स्पीडोमीटर देखना मत भूलियेगा...
भारत के विकास की स्पीड पर फोकस करने से पहले आपको 10 साल पीछे ले चलते हैं, जब अमेरिका में बराक ओबामा की सरकार थी और जो बाइडेन उपराष्ट्रपति थे। 24 जुलाई 2013 को जो बाइडेन ने अपनी भारत यात्रा के दौरान कहा था, "India is no longer an economic island -- and a rising, rising economic power." यानि कि भारत अब आर्थिक द्वीप नहीं रह गया है, यह उभर रहा है, यह उभरती हुई आर्थिक शक्ति है।
आज जब जो बाइडेन राष्ट्रपति हैं। 7 जून 2023 को प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा के पहले बाइडेन की ओर से उनके प्रवक्ता ने कहा, "India is playing a critical role globally. For US, there is no better partner than India in this challenging 21st century. यानि कि भारत पूरे विश्व में बेहद अहम भूमिका निभा रहा है। चुनौतियों से भरी इस 21वीं सदी में अमेरिका के लिए भारत से बेहतर पार्टनर कोई और नहीं हो सकता।
बाइडेन के ये दो वक्तव्य पर्याप्त हैं, यह समझने के लिए कि पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा कितनी महत्वपूर्ण है। दरअसल इसमें कोई दो राय नहीं कि भारत के विकास की गति तेजी से बढ़ रही है और यह बात अमेरिका भी जानता है। बस इसी गति को विस्तार से बताने का एक प्रयास यह लेख है।
और हां, जब-जब गति की बात आती है तब आपके ज़हन में किमी/घंटा, मीटर/सेकेंड ही आता है। तो आइये इसी तर्ज पर जानते हैं कि विभिन्न क्षेत्रों में भारत प्रति मिनट कितनी गति से आगे बढ़ रहा है।
- सड़क निर्माण - बीते 7 वर्षों में भारत में सड़क निर्माण की गति तेज़ी से बढ़ी है। 2016 में जहां पूरे वर्ष में 6061 किमी सड़क बनी, यानि गति थी, 11 मीटर प्रति मिनट, वहीं वर्ष 2022 में यह गति बढ़ कर 19 मीटर प्रति मिनट हो गया, क्योंकि पूरे वर्ष में 10,450 किमी सड़कें बनीं।
- ऊर्जा क्षेत्र - हमारे देश में हर मिनट 2644.63 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है। वहीं क्लीन एनर्जी के लिए संकल्पबद्ध भारत ने अक्षय ऊर्जा की गति भी बढ़ा कर 241647.64 बिलियन यूनिट प्रति मिनट कर ली है।
- वाहनों का उत्पादन- 2021-22 के डाटा के अनुसार भारत में एक वर्ष में 22.9 मिलियन वाहनों का निर्माण हुआ, यानि कि यहां हर मिनट में 43 वाहन बनते हैं। वहीं हर मिनट में भारत से 13 वाहन एक्सपोर्ट होते हैं, यानि कि एक महीने में 577,875 वाहन बने।
- फार्मास्युटिकल प्रोडक्शन - भारत में फार्मा उत्पादों की बात करें तो हम हर मिनट में 46 हजार डॉलर का निर्यात करते हैं। इस गति से 2022 में भारत ने 221.6 बिलियन डॉलर का निर्यात फार्मा उत्पादों का किया।
एक्सपोर्ट एवं इम्पोर्ट प्रति वर्ष एवं प्रति मिनट
भारत सरकार द्वारा जारी मार्च 2023 के डाटा के अनुसार भारत निम्न गति से आयात एवं निर्यात कर रहा है।
विवरण | मार्च 2023 में (बिलियन डॉलर) | गति प्रति मिनट (लाख डॉलर में) |
मर्केंडाइज़ एक्सपोर्ट | 38.38 | 8.7 |
मर्केंडाइज़ इम्पोर्ट | 58.11 | 13.2 |
सर्विस एक्सपोर्ट | 27.75 | 6.3 |
सर्विस इम्पोर्ट | 14.07 | 3.2 |
कुल एक्सपोर्ट | 66.14 | 15 |
कुल इम्पोर्ट | 72.18 | 16.3 |
आगे देखिए भारत यूरेनियम, सीमेंट, कोयला, पेट्रोलियम एवं रिफाइनरी प्रॉडक्ट्स, अनाज, एग्रोकेमिकल्स, फर्टिलाइज़र प्रोडक्शन और इस्पात का उत्पादन किस गति से कर रहा है। किल्क करें अगर आपको नहीं दिख रहा है स्पीडोमीटर।