What is Bharat Mandapam: भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाला है। इसके लिए तैयारी जोरों पर है, पूरी दिल्ली आने वाले विदेशी मेहमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है। 9 और 10 सितंबर को दिल्ली में होने वाला जी20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन समेत कई देशों के प्रमुख शामिल होने वाले हैं।
जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र परिसर में किया जाएगा, जिसे एक दूसरे नाम 'भारत मंडपम' के नाम से जाना जाता है। भारत मंडपम जी20 को लेकर बहुत अधिक चर्चा में है। बता दें कि 26 जुलाई 2023 में इस कॉम्पलेक्स का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। भारत मंडपम में एक कन्वेंशन सेंटर, एम्फीथिएटर, प्रदर्शनी हॉल सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल की गई है।
जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन इसी भारत मंडपम में किया जाएगा। अपनी खूबसूरती और आउटस्टैंडिंग लुक को लेकर भारत मंडपम पिछले कुछ दिनों से लगातार खबरों में बना है तो आइए आपको आज इस लेख में इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दें...
भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर
दिल्ली प्रगति मैदान में स्थित है भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर, जिसका नाम है भारत मंडपम। इस कन्वेंशन सेंटर की क्षमता 7,000 से अधिक लोगों तक की है। इस कन्वेंशन का नाम केंद्र द्वारा भारत के महान राजा भरत के नाम पर रखा गया है। बता दें कि इस सेंटर का उद्घाटन 2022 में किया गया था, जो जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारत मंडपम में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेता भाग लेने वाले हैं और बहुत से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं।
कितनों हॉलों में है ये सेंटर विभाजित
भारत मंडपम को तीन हॉल में विभाजित किया गया है। इसमें प्लेनरी हॉल, प्रदर्शनी हॉल और बैंक्वेट हॉल शामिल है। प्लेनरी हॉल इसमें सबसे बड़ा हॉल है, जिसमें 7000 से अधिक लोग उपस्थित हो सकते हैं। वहीं प्रदर्शनी हॉल का उपयोग व्यापार शो या अन्य कार्यक्रमों के लिए किया जा सकता है। भारत मंडपम के तीसरे हॉल की क्षमता 2,000 लोगों के बैठने की है।
जी20 शिखर सम्मेलन के चलते भारत मंडपम और उसके आसपास के क्षेत्रों में आम जनता का जाना प्रतिबंधित है। दिल्ली पुलिस,एनएसजी और सेना के जवानों की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा के उपाय मजबूत है। इतना ही नहीं फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की सख्त मनाही है। प्रवेश के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आईडी के माध्यम से ही प्रवेश लिया जा सकता है।
कब दिया गया था भारत मंडपम का प्रोजेक्ट
भारत सरकार द्वारा इस मंडपम का प्रोजेक्ट 2016 में दिया गया था, जिसके आर्किटेक्ट संजय सिंह ने बताया कि इसे बनाने के लिए उन्होंने भारत के हर कोने के सार को समाहित करते हुए और आधुनिकता का लक्ष्य साथ में रखते हुए कई ब्लूप्रिंट डिजाइन किए थे। उसके बाद सरकार द्वारा मंजूरी प्राप्त करने के बाद इसका निर्माण शुरू किया गया है।
संजय सिंह ने बताया कि 'भारत मंडपम परियोजना' के लिए कई सहयोगी कंपनियों के 200 वास्तुकारों, इंजीनियरों, तकनीशियनों, डिजाइनरों और सलाहकारों को सहयोग लिया गया था। भारत मंडपम के निर्माण के लिए 6,000 से अधिक मजदूरों शामिल थे। भारत मंडपम के निर्माण से बहुत लोगों को रोजगार मिला है।
2016 से परियोजना का काम शुरू कर दिया है, जिसे पूरा करने के लिए कई लोगों की कड़ी मेहनत लगी है। लंबे समय के काम के बाद भारत मंडपम का उद्घाटन 26 जुलाई 2023 को किया गया था।
भारत मंडपम का क्या अर्थ है
भारत मंडपम भगवान बसवेश्वर की अनुभव मंडपम की अवधारणाओं से प्रेरणा लेता है। मूल रूप से ये सार्वजनिक समारोहों के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिसका डिजाइन भारत की विरासत और परंपराओं का प्रतीक है।
भारत मंडपम से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
➤ भातर मंडपम 123 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है।
➤ इसका कुल निर्मित क्षेत्र 1 मिलियन वर्ग फुट से अधिक का है।
➤ ये केंद्र कई सुरक्षा सुविधाओं से भी सुसज्जित है, जिसमें बायोमेट्रिक एक्सेस कंट्रोल सिस्टम और सीसीटीवी की निगरानी प्रणाली शामिल है।
➤ वर्षा के जल का संचयन और सौर पैनल जैसी कई टिकाऊ सुविधाओं शामिल है।
➤ जारी एक सरकारी बयान के अनुसार भारत मंडपम की लागत 2,700 करोड़ रुपये की है।
➤ ये भारत को एक प्रमुख वैश्विक व्यापार गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करेगा।
➤ भारत मंडपम में बैठक कक्ष, लाउंज, सभागार, एक एम्फीथिएटर और सुसज्जित व्यापार केंद्र शामिल है।
➤ भारत मंडपम को भव्य अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों, व्यापार मेले, सम्मेलनों और विभिन्न प्रकार के प्रतिष्ठित समारोहों की मेजबानी के लिए डिजाइन किया गया है।
➤ प्लेनरी हॉल की क्षमता 7,000 लोगों की है।
➤ एम्फीथिएटर की क्षमता 3,0000 लोगों की है।
➤ कुल 10,000 लोगों की क्षमता है इस कन्वेंशन सेंटर की क्षमता।
➤ इस कन्वेंशन सेंटर में तीन फ्लोर हैं।
➤ आधुनिक टेक्नॉलॉजी वाला कॉन्फ्रेंस रूम भी शामिल है।
➤ कई वाआईपी लॉन्ज बनाए गए हैं।
➤ भारत मंडपम के सामने 28 फीट ऊंची दुनिया की सबसे ऊंची नटराज की प्रतिमा खड़ी है।
➤ भारत मंडपम दुनिया के टॉप 10 कन्वेंशन सेंटर में शामिल है।
➤ इसकी वास्तुकला पर दिया गया है खास ध्यान। पंच महाभूत के आधार पर नींव का निर्माण किया गया है, जिसमें आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी जैसे पांच खंडों को दर्शाया गया है।
➤ भारत मंडपम की दीवारों और अग्रभाग में भारत की पारंपरिक कला और संस्कृति को दर्शाया गया है।
➤ 6000 मजदूरों ने इसके निर्माण में अपनी भूमिका निभाई है।
➤ 200 वास्तुकारों, इंजीनियरों, तकनीशियनों, डिजाइनरों और सलाहकारों के सहयोग से इसका ब्ल्यू प्रिंट बनाया गया था।