भारत नदियों की भूमि के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है और ये शक्तिशाली जल निकाय देश के आर्थिक विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। भारत में नदियों को दो भागों में विभाजित किया गया है, अर्थात् हिमालयी नदियाँ (हिमालय से निकलने वाली नदियाँ) और प्रायद्वीपीय नदियाँ (प्रायद्वीप में उत्पन्न होने वाली नदियाँ)। हिमालयी नदियाँ बारहमासी हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ वर्षा पर निर्भर हैं। आइए आज के इस आर्टिकल में हम भारत की शीर्ष 10 सबसे लंबी नदियों के बारे में बात करेंगे।
भारत की शीर्ष 10 सबसे लंबी नदियों की सूची
नदियों का नाम | लंबाई (किमी) | |
1. सिंधु नदी | 2900 | |
2. ब्रह्मपुत्र नदी | 2900 | |
3. गंगा नदी | 2525 | |
4. गोदावरी नदी | 1465 | |
5. कृष्णा नदी | 1400 | |
6. यमुना नदी | 1376 | |
7. नर्मदा नदी | 1312 | |
8. महानदी नदी | 851 | |
9. कावेरी नदी | 800 | |
10. तापी नदी | 724 |
1. सिंधु नदी
लंबाई (किमी): 2900
उत्पत्ति: सिंधु नदी तिब्बत में मानसरोवर झील के पास कैलाश श्रेणी के उत्तरी ढलानों में उत्पन्न होती है।
सहायक नदियां: (बायां सहायक नदियां- ज़ांस्कर नदी, सुरू नदी, सोन नदी, झेलम नदी, चिनाब नदी, रावी नदी, ब्यास नदी, सतलुज नदी, पंजनाद नदी, घग्गर-हकरा नदी, लूनी नदी); (दाहिनी सहायक नदियां- श्योक नदी, हुंजा नदी, गिलगित नदी, स्वात नदी, कुनार नदी, काबुल नदी, कुर्रम नदी, गोमल नदी, झोब नदी)।
निर्वहन: अरब सागर
2. ब्रह्मपुत्र नदी
लंबाई (किमी): 2900
उत्पत्त: ब्रह्मपुत्र नदी हिमालय की कैलाश पर्वतमाला से उत्पन्न होती है।
सहायक नदियां: (बायां सहायक नदियां- दिबांग नदी, लोहित नदी, धनसिरी नदी, कोलोंग नदी); (दाहिनी सहायक नदियां- कामेंग नदी, मानस नदी, बेकी नदी, रैदक नदी, जलधाका नदी, तीस्ता नदी, सुबनसिरी नदी)
निर्वहन: बंगाल की खाड़ी
3. गंगा नदी
लंबाई (किमी): 2525
उत्पत्ति: गंगोत्री
सहायक नदियां: (बायां सहायक नदियां-रामगंगा, गर्रा, गोमती, घाघरा, गंडक, बूढ़ी गंडक कोशी, महानंदा); (दाहिनी सहायक नदियां- यमुना, तमसा, सोन, पुनपुन, किऊल, कर्मनासा, चंदन)।
निर्वहन: बंगाल की खाड़ी
4. गोदावरी नदी
लंबाई (किमी): 1465
उत्पत्ति: महाराष्ट्र में नासिक के पास उत्पन्न होती है।
सहायक नदियां: (बाएं सहायक नदियां- बाणगंगा, कदवा, शिवना, पूर्णा, कदम, प्राणहिता, इंद्रावती, तालीपेरु, सबरी); (दाहिनी सहायक नदियां- नसरदी, डरना, प्रवर, सिंधफाना, मंजीरा, मनैर, किन्नरसानी)।
निर्वहन: बंगाल की खाड़ी
5. कृष्णा नदी
लंबाई (किमी): 1400
उत्पत्ति: महाबलेश्वर के ठीक उत्तर में, अरब सागर से लगभग 64 किमी पश्चिमी घाट में लगभग 1337 मीटर की ऊंचाई पर निकलती है।
सहायक नदियाँ: (बायाँ सहायक नदियाँ- भीमा, डिंडी, पेद्दावगु, मुसी, पलेरू, मुनेरु; (दाईं सहायक नदियाँ- वेन्ना, कोयना, पंचगंगा, दूधगंगा, घटप्रभा, मालाप्रभा, तुंगभद्रा)।
निर्वहन: बंगाल की खाड़ी
6. यमुना नदी
लंबाई (किमी): 1376
उत्पत्ति: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बंदरपूंछ चोटी पर यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है।
सहायक नदियां: (बाएं सहायक नदियां- हिंडन, शारदा, हनुमान गंगा, ससुर खादेरी); (दाहिनी सहायक नदियां- चंबल, बेतवा, गिरि, ऋषिगंगा, केन, सिंध, टोंस)।
7. नर्मदा नदी
लंबाई (किमी): 1312
उत्पत्ति: मध्य प्रदेश में अमरकंटक के पास उत्पन्न होती है नर्मदा नदी।
सहायक नदियां: (बाएं सहायक नदियां- बुरहनेर नदी, बंजार नदी, शेर नदी, शकर नदी, दुधी नदी, तवा नदी, गंजल नदी, छोटा तवा नदी, कावेरी नदी, कुंडी नदी, गोई नदी, कर्जन नदी);
(दाहिनी सहायक नदियां- हिरन नदी, तेंदोनी नदी, चोरल नदी, कोलार नदी, मान नदी, उरी नदी, हटनी नदी, ओरसांग नदी)।
निर्वहन: अरब सागर
8. महानदी नदी
लंबाई (किमी): 851
उत्पत्ति: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले से निकलती है।
सहायक नदियाँ: (बाएं सहायक नदियाँ- सिवनाथ, मंड, इब, हसदेव); (दाहिनी सहायक नदियाँ- ओंग, पैरी नदी, जोंक, तेलेन)
निर्वहन: बंगाल की खाड़ी
9. कावेरी नदी
लंबाई (किमी): 800
उत्पत्ति: कर्नाटक के कूर्ग जिले के तालकावेरी में पश्चिमी घाट में पहाड़ियों की ब्रह्मगिरी रेंज में उत्पन्न होती है।
सहायक नदियाँ: (बाएं सहायक नदियाँ- हरंगी जलाशय, हेमावती, शिमशा, अर्कावती; (दाईं सहायक नदियाँ- लक्ष्मण तीर्थ, काबिनी, भवानी नदी, नोय्याल, अमरावती नदी, मोयर नदी)।
निर्वहन: ग्रैंड एनीकट (दक्षिण)
10. तापी नदी
लंबाई (किमी): 724
उत्पत्ति: सतपुड़ा रेंज
सहायक नदियां: पूर्णा नदी, गिरना नदी, गोमई, पंजारा, पेढ़ी, अर्ना, अनुराती, सुकी, वाघुर, बुरा, सिपना
निर्वहन: खंभात की खाड़ी (अरब सागर)