Nipun Assessment Test 2023: 'निपुण भारत मिशन' को प्रभावी ढंग से लागू करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य सरकार आज से निपुण मूल्यांकन परीक्षा (NAT) का आयोजन करने जा रही है। निपुण मूल्यांकन परीक्षाएं 11 से 16 सितंबर तक आयोजित की जाएंगी, जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की भाषा और गणित विषयों में मूल्यांकन किया जाएगा।
जबकि कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों का गणित और विज्ञान विषयों में मूल्यांकन किया जाएगा। बता दें कि निपुण मूल्यांकन परीक्षाएं 'सरल ऐप' के माध्यम से आयोजित की जाएंगी, जिसके सवालों के जवाब छात्रों को ओएमआर शीट पर देने होंगे।
![Nipun Assessment Test 2023: निपुण मूल्यांकन परीक्षाएं आज से शुरू, 16 सितंबर तक होंगी परीक्षा Nipun Assessment Test 2023: निपुण मूल्यांकन परीक्षाएं आज से शुरू, 16 सितंबर तक होंगी परीक्षा](https://images.careerindia.com/hi/img/2023/09/nat2023-1694418478.jpg)
दरअसल, निपुण मूल्यांकन परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए सभी जिलों के बीएसए और डायट प्राचार्यों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिसमें की शिक्षकों को सामुदायिक भागीदारी और गृह दौरे के माध्यम से छात्रों की 100% उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
मूल्यांकन पूरा होने के बाद ओएमआर शीट के माध्यम से छात्र का डेटा शिक्षक द्वारा 'सरल ऐप' के माध्यम से स्कैन किया जाएगा। ओएमआर शीट केवल काले बॉल पेन से भरी जाएगी। कक्षा 4 से 8 तक के बच्चों को अधिकतम ₹5 प्रति पेन कंपोजिट ग्रांट से क्रय कर उपलब्ध कराया जायेगा।
परीक्षा पत्रों के मूल्यांकन के बाद, रिपोर्ट कार्ड तैयार किए जाएंगे और बाद में सभी छात्रों को वितरित किए जाएंगे। नकलविहीन एवं पारदर्शी मूल्यांकन के लिए विकास खण्डवार उड़न दस्तों का गठन कर बेसिक शिक्षा एवं अन्य विभागों सहित जिला स्तरीय अधिकारियों को निगरानी एवं क्रॉस-विजिलेंस सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं।
जिला परियोजना कार्यालयों में परीक्षा से संबंधित नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं. परीक्षा का समय अधिकतम 1 घंटा 30 मिनट होगा। जांच के बाद एक घंटे के अंदर स्कैनिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। यह समयावधि बच्चों की संख्या के अनुसार निर्धारित की जा सकती है।
निपुण भारत मिशन 2020 या समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा एनईपी (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) के अनुरूप समग्र शिक्षा योजना (प्रीस्कूल से कक्षा 12 तक विस्तारित स्कूली शिक्षा क्षेत्र के लिए एक व्यापक कार्यक्रम) के तहत शुरू किया गया था। यह योजना सुनिश्चित करती है कि 2026 के अंत तक भारत में कक्षा 1 से 3 तक का प्रत्येक बच्चा एफएलएन (बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता) कौशल हासिल कर सके।
निपुण मूल्यांकन परीक्षा के बारे में...
*परीक्षा में कक्षा 1 से 3 तक एक ओएमआर शीट पर आठ बच्चों का मूल्यांकन किया जा सकेगा, जबकि कक्षा 4 से 8 तक प्रत्येक बच्चे के लिए एक ओएमआर शीट का उपयोग किया जाएगा।
*कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों की ओएमआर शीट पर शिक्षकों द्वारा छात्र आईडी नंबर भरा जाएगा। शिक्षक प्रत्येक छात्र से प्रश्न पत्र में उल्लिखित प्रश्न पूछेंगे और उनके उत्तरों के अनुसार ओएमआर शीट भरेंगे।
*कक्षा 4 से 8 तक के सभी छात्रों को प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट वितरित करने के बाद, शीट भरते समय गलतियों से बचने के लिए प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट भरने की विधि उदाहरणों के साथ समझाई जाएगी।
*यदि कोई बच्चा प्रश्न पत्र में दिए गए निर्देशों के अनुसार सही उत्तर देता है तो शिक्षक द्वारा संबंधित प्रश्न के सापेक्ष बनाए गए गोले को काले बॉल पेन से भर दिया जाएगा अन्यथा वह खाली छोड़ दिया जाएगा। ओएमआर शीट काले बॉल पेन से ही भरी जाएगी।