संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए भरत को एक आत्मविश्वासी, पुनरुत्थानवादी और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़ा होना चाहिए। संघ के स्थापना के समय इसके संस्थापक द्वारा एक क्षेत्रीय गतिविधि के रूप में नहीं बल्कि राष्ट्रीय गतिविधि के हर क्षेत्र को सक्रिय करने वाले एक गतिशील संगठन के रूप में देखा गया था। सरल शब्दों में व्यक्त किया जाए तो संघ का आदर्श पूरे समाज को संगठित कर राष्ट्र को गौरव के शिखर तक ले जाना है। वास्तव में यह एक वास्तविक राष्ट्रीय और वैश्विक मिशन है।
आरएसएस का इतिहास/उद्देश्य/महत्व
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस को राष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन या राष्ट्रीय सेवा संघ भी कहा जाता है। आरएसएस की स्थापना 1925 में केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। केशव बलिराम हेडगेवार महाराष्ट्र क्षेत्र में रहने वाले एक चिकित्सक थे। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई आंदोलन में भाग लिया। हेडगेवार हिंदू राष्ट्रवादी विचारक विनायक दामोदर सावरकर से काफी प्रभावित थे। उन्होंने "हिंदू राष्ट्र" के निर्माण की आवश्यकता को अपनाया। हेडगेवार ने एक अनुशासित कैडर के रूप में आरएसएस का गठन किया। जो स्वतंत्रता और हिंदू राजनीतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक हितों की सुरक्षा के लिए समर्पित थे। हेडगेवार की मृत्यु के बाद, समूह का नेतृत्व माधव सदाशिव गोलवलकर और बाद में मधुकर दत्तात्रेय देवरस ने संभाला।
हिंदू संस्कृति हिंदुस्थान की प्राणवायु है। अतः स्पष्ट है कि यदि हिन्दुस्तान की रक्षा करनी है तो पहले हमें हिन्दू संस्कृति का पोषण करना चाहिए। यदि हिन्दुस्थान में ही हिन्दू संस्कृति का नाश हो जाता है, और यदि हिन्दू समाज का अस्तित्व समाप्त हो जाता है, तो हिन्दुस्थान के रूप में बनी हुई केवल भौगोलिक इकाई का उल्लेख करना शायद ही उचित होगा। केवल भौगोलिक गांठ से ही राष्ट्र नहीं बनता है। पूरे समाज को इतनी सतर्क और संगठित स्थिति में होना चाहिए कि कोई भी हमारे सम्मान के किसी भी बिंदु पर बुरी नजर डालने की हिम्मत न करे। यह याद रखना चाहिए कि ताकत संगठन के माध्यम से ही आती है। इसलिए प्रत्येक हिंदू का कर्तव्य है कि वह हिंदू समाज को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करे। संघ बस इस सर्वोच्च कार्य को अंजाम दे रहा है। देश का वर्तमान भाग्य तब तक नहीं बदला जा सकता जब तक कि लाखों युवा अपना पूरा जीवन इस उद्देश्य के लिए समर्पित नहीं कर देते। हमारे युवाओं के मन को उस ओर मोड़ना ही संघ का सर्वोच्च उद्देश्य है। (डॉ केशव बलिराम हेडगेवार - आरएसएस संस्थापक)
राष्ट्रीय कार्यकर्ता संघचालक सूची (आरएसएस सरसंघचालक सूची)
आरएसएस मेंम्बर नाम | आरएसएस मेंम्बर सन् |
डॉ केशव बलिराम हेडगेवार | 1925-1930 |
लक्ष्मण वासुदेव परांजपे | 1930-1931 |
के बी हेडगेवार | 1931-1940 |
माधव सदाशिव गोलवलकर | 1940-1973 |
मधुकर दत्तात्रय देवरस | 1973-1994 |
राजेंद्र सिंह | 1994-2000 |
कुप्पल्ली सीतारमैया सुदर्शन | 2000-2009 |
मोहन राव भागवत | 2009-2022 |