कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, 1947 से लेकर अब तक किसने पूरा किया कार्यकाल, कब-कब लगा राष्ट्रपति शासन

Karnataka's New Chief Minister Siddaramaiah: कर्नाटक में भारी बहुमत से जीत हासिल करने के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पद पर पांच दिनों के गहन मंथन के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया को प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया है। वहीं कांग्रेस के लोकप्रिय नेता डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री के रूप में नामित किया गया।

कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, 1947 से लेकर अब तक किसने पूरा किया कार्यकाल

आपको बता दें कि कांग्रेस के आलाकमान ने दोनों नेताओं के लिए बारी-बारी से ढाई साल का कार्यकाल तय किया है। यह निर्णय दक्षिणी राज्य कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी द्वारा जोरदार जीत दर्ज करने के बाद लिया गया। मुख्यमंत्री बनने की रेस में सिद्धरामैया और डीके शिवकुमार दोनों ही समान रूप से आगे थें, हालांकि अंतिम निर्णय आलाकमान द्वारा लिया गया। प्राप्त जानकारियों के अनुसार, नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण 20 मई को बेंगलुरु में होगा।

इससे पहले बीते बुधवार को कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के बारे में आज या कल फैसला किया जाएगा और 72 घंटे के भीतर नया मंत्रिमंडल बन जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी द्वारा गुरुवार शाम को करीब 7 बजे कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई है। माना जा रहा है कि इसके बाद मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा की जायेगी और जल्द ही मंत्रालय का विभाजन किया जायेगा।

मुख्यमंत्री के लिए रोटेशन फॉर्मूला

कांग्रेस पार्टी ने दोनों नेताओं को राज्य की जनता की सेवा का मौका देने का फैसला किया है। इसके लिए पार्टी रोटेशन फॉर्मूले पर सहमत होने के फैसले पर पहुंच गई है। अर्थात सिद्धारमैया 2.5 साल की अवधि के लिए सीएम रहेंगे, जिसके बाद अगले ढाई वर्ष के लिए शिवकुमार सीएम का पद संभालेंगे।

कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, 1947 से लेकर अब तक किसने पूरा किया कार्यकाल

स्पष्ट समर्थन में सिद्धारमैया आगे

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल 135 सीटों पर शानदार जीत हासिल की। कांग्रेस के पर्यवेक्षकों द्वारा पार्टी आलाकमान को भेजी गई एक रिपोर्ट के अनुसार, वकील से राजनेता बने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पास स्पष्ट रूप से 85 विधायकों का समर्थन था। वहीं कनकपूरा से आठ बार विधायक रह चुके कद्दावर और बागी नेता डीके शिवकुमार पर चल रहे मुकद्दमें और बहुमत संख्या में विधायकों का समर्थन ना होने के कारण एवं पार्टी में सीएम के चेहरे को लेकर और अधिक कलह ना हो इसके लिए पार्टी हाईकमान ने पहले मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया को चुना है, ताकि अपने कार्यकाल के दौरान दोनों नेता मिलकर राज्य को एक स्थिर सरकार दे सके।

सिद्धारमैया के राजनीतिक करियर की शुरुआत

जनता दल परिवार के साथ सिद्धारमैया ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1985 में की थी। 75 वर्षीय कुरुबा नेता सिद्धारमैया एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) से निकाले जाने के बाद वर्ष 2005 में कांग्रेस में शामिल हो गए। कहा जाता है कि कर्नाटक राज्य में दलित, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यकों के बीच सिद्धारमैया की पकड़ सबसे अच्छी है। इसलिए भी उनको राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाना आवश्यक था।

अपना कार्यकाल पूरा करने वाले दूसरे मुख्यमंत्री

कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत से ही काफी प्रसिद्ध रहें। सिद्धारमैया ने जनता दल (सेक्यूलर) में रहते हुए कुल चार बार विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें दो बार जीत हासिल हुई और दो बार हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2006 में राज्य में उपचुनावों के दौरान वे कर्नाटक कांग्रेस में शामिल हुए और कुल छह बार विधानसभा चुनाव के लिए खड़े हुए, जिसमें वर्ष 2018 में वे चामुंडेश्वरी सीट से हार गये। जनता दल में पहली बार 1996 से लेकर 1999 तक और 2004 से लेकर 2005 तक सिद्धारमैया ने उपमुख्यमंत्री का पद संभाला।

वर्ष 2013 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर वरूणा सीट से पहली बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वरूणा सीट से जीत हासिल करने के बाद ही सिद्धारमैया पहली बार कांग्रेस के मुख्यमंत्री बनें। इस बार भी उन्होंने वरूणा सीट से ही जीत हासिल की है और उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला है।

जानकारी के लिए बता दें कि कर्नाटक पांचवीं विधानसभा चुनाव के बाद डी देवराज उर्स पहली बार कांग्रेस के मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने वर्ष 1972 से 1977 तक अपना कार्यकाल पूरा किया और अपना कार्यकाल पूरा करने वाले प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनें। पूर्व मुख्यमंत्री डी देवराज उर्स के बाद पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले सिद्धारमैया दूसरे मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने 2013 से लेकर 2018 तक अपना कार्यकाल पूरा किया।

कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, 1947 से लेकर अब तक किसने पूरा किया कार्यकाल

कर्नाटक में कितनी बार लगा है राष्ट्रपति शासन

कर्नाटक राज्य में पहली बार राष्ट्रपति शासन 19 मार्च 1971 को लगाया गया था, जो कि 20 मार्च 1972 तक चला था। इसके बाद राज्य में दूसरी बार राष्ट्रपति शासन 31 दिसंबर 1977 से 28 फरवरी 1978 तक, तीसरी बार राष्ट्रपति शासन 21 अप्रैल 1989 से 30 नवंबर 1989 तक, चौथी बार राष्ट्रपति शासन 10 अक्टूबर 1990 से 17 अक्टूबर 1990 तक, पांचवीं बार राष्ट्रपति शासन 8 अक्टूबर 2007 से 12 नवंबर 2007 तक लगाया गया था। वहीं राज्य में आखिरी बार राष्ट्रपति शासन 20 नवंबर 2007 से लेकर 29 मई 2008 तक अर्थात 191 दिनों के लिए लगाया गया था।

जानिए आजादी से लेकर अब तक के मुख्यमंत्रियों की सूची

संख्यामुख्यमंत्रीतारीख सेतारीख तकपार्टी
1बसवराज बोम्मई28 जूलाई 2021अब तकभाजपा
2बी एस येदियुरप्पा26 जूलाई 201928 जूलाई 2021भाजपा
3एचडी कुमारास्वामी23 मई 201823 जूलाई 2019जेडी(एस)
4बी एस येदियुरप्पा17 मई 201823 मई 2018भाजपा
5सिद्धारमैया13 मई 201315 मई 2018आईएनसी
6जगदीश शेट्टार12 जूलाई 201212 मई 2013भाजपा
7डीवी सदानंदा गौड़ा04 अगस्त 201112 जूलाई 2012भाजपा
8बी एस येदियुरप्पा30 मई 200831 जूलाई 2011भाजपा
9राष्‍ट्रपति शासन20 नवंबर 200727 मई 2008-
10बी एस येदियुरप्पा12 नवंबर 200719 नवंबर 2007भाजपा
11राष्‍ट्रपति शासन09 अक्टूबर 200711 नवंबर 2007-
12एचडी कुमारास्वामी03 फरवरी 200608 अक्टूबर 2007जेडी(एस)
13धरम सिंह28 मई 200428 जनवरी 2006आईएनसी
14एसएम कृष्‍णा11 अक्टूबर 199928 मई 2004आईएनसी
15जेएच पटेल31 मई 199607 अक्टूबर 1999जेडी(एस)
16एचडी देवे गौड़ा11 दिसंबर 199431 मई 1996जेडी(एस)
17एम वीरप्पा मोइली19 नवंबर 199211 दिसंबर 1994आईएनसी
18एस बांगरप्पा17 अक्टूबर 199019 नवंबर 1992आईएनसी
19राष्‍ट्रपति शासन10 अक्टूबर 199017 अकटूबर 1990-
20वीरेंद्र पाटिल30 नवंबर 198910 अक्टूबर 1990आईएनसी
21राष्‍ट्रपति शासन21 अप्रैल 198930 नवंबर 1989-
22एसआर बोमई13 अगस्त 198821 अप्रैल 1989जेएनपी
23रामकृष्‍ण हेगड़े16 फरवरी 198610 अगस्त 1988जेएनपी
24रामकृष्‍ण हेगड़े08 मार्च 198513 फरवरी 1986जेएनपी
25रामकृष्‍ण हेगड़े10 जनवरी 198329 दिसंबर 1984जेएनपी
26आर गुंडू राव12 जनवरी 198006 जनवरी 1983आईएनसी
27डी देवाराज उर्स28 फरवरी 197807 जनवरी 1980आईएनसी
28राष्‍ट्रपति शासन31 दिसंबर 197728 फरवरी 1978-
29डी देवाराज उर्स20 मार्च 197231 दिसंबर 1977आईएनसी
30राष्‍ट्रपति शासन19 मार्च 197120 मार्च 1972-
31वीरेंद्र पाटिल29 मई 196818 मार्च 1971आईएनसी
32एस निजालिंगप्पा21 जून 196228 मई 1968आईएनसी
33एस आर कांति14 मार्च 196220 जून 1962आईएनसी
34बीडी जट्टी16 मई 195809 मार्च 1962आईएनसी
35एस निजालिंगप्पा01 नवंबर 195616 मई 1958आईएनसी
36कडिडाल मंजप्पा19 अगस्त 195631 अक्टूबर 1956आईएनसी
37के हनुमंथैया30 मार्च 195219 अगस्त 1956आईएनसी
38के चेंगलरैया रेड्डी25 अक्टूबर 194730 मार्च 1952आईएनसी
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English summary
The Indian National Congress has elected senior Congress leader Siddaramaiah as the next chief minister of the state after five days of intense brainstorming for the post of chief minister after winning a landslide victory in Karnataka. While popular Congress leader DK Shivakumar was named as the Deputy Chief Minister. Let us tell you that the Congress high command has fixed a two-and-a-half-year term for both the leaders by rotation. The decision was taken after the Congress party registered a landslide victory in the southern state of Karnataka. Both Siddaramaiah and DK Shivakumar were equally frontrunners in the race to become the chief minister, though the final decision was taken by the high command. According to the information received, the swearing-in of the new Chief Minister will take place on May 20 in Bengaluru.
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