Indian Air Force Day 2024: वायु सेना दिवस से जुड़े 10 रोचक तथ्य, जो बढ़ाते हैं भारत की शान

भारतीय वायु सेना (IAF) का गठन 8 अक्टूबर 1932 को हुआ था, और तब से लेकर अब तक यह देश की सुरक्षा और संप्रभुता का प्रमुख स्तंभ बनी हुई है। हर साल 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस मनाया जाता है, जो हमारे देश की वायुसेना की बहादुरी और तकनीकी कौशल का प्रतीक है।

भारतीय वायु सेना न केवल देश की हवाई सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि आपदा राहत, शांति अभियानों और मानवीय सहायता में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वायु सेना दिवस न केवल हमारे जवानों को सम्मानित करने का दिन है, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि हमारी सेना हमेशा हमारे साथ खड़ी है।

Indian Air Force Day 2024: वायु सेना दिवस से जुड़े 10 रोचक तथ्य, जो बढ़ाते हैं भारत की शान

इस लेख में हम भारतीय वायु सेना दिवस 2024 के मौके पर भारतीय वायु सेना से जुड़े 10 ऐसे रोचक तथ्यों पर नज़र डालेंगे, जो न केवल हमारी शान को बढ़ाते हैं, बल्कि हमें गर्व का अहसास भी कराते हैं।

1. 1932 में हुआ गठन
भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। प्रारंभ में इसे 'रॉयल इंडियन एयर फोर्स' के नाम से जाना जाता था, और 1950 में भारत के गणतंत्र बनने के बाद इसका नाम बदलकर भारतीय वायु सेना (IAF) कर दिया गया। उस समय इसकी ताकत बहुत सीमित थी, लेकिन आज यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे सक्षम वायु सेनाओं में से एक है।

2. 'टच द स्काई विद ग्लोरी'
भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य है "नभः स्पृशं दीप्तम्", जिसका अर्थ है "महिमा के साथ आकाश को छूना"। यह वाक्य भगवान श्रीकृष्ण के भगवद गीता में अर्जुन को दिए गए उपदेश से लिया गया है, जिसमें उनकी दिव्यता और शक्ति का उल्लेख है। यह वाक्य भारतीय वायु सेना की उन्नति और उसके साहसिक कार्यों का प्रतीक है।

3. IAF का विश्व में चौथा स्थान
भारतीय वायु सेना को उसकी क्षमता, संसाधनों और शक्ति के आधार पर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना माना जाता है। इसके पास अत्याधुनिक लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और अन्य आधुनिक तकनीकी उपकरण हैं, जो इसे वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाते हैं।

4. IAF की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक - 1971 का युद्ध
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय वायु सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस युद्ध में IAF ने पाकिस्तानी वायुसेना को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया और 13 दिनों में ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। इस युद्ध ने भारतीय वायु सेना की युद्ध क्षमता और रणनीतिक कौशल को पूरी दुनिया में मान्यता दिलाई।

5. मानवीय मिशनों में अग्रणी भूमिका
भारतीय वायु सेना न केवल युद्धकाल में बल्कि शांति और आपदा राहत अभियानों में भी अग्रणी भूमिका निभाती है। चाहे नेपाल में आए भूकंप के दौरान राहत अभियान हो, या 2004 में सुनामी के बाद तटीय क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने का कार्य, भारतीय वायु सेना हमेशा तत्पर रही है। यह किसी भी आपदा के समय तेजी से सहायता पहुंचाने में माहिर मानी जाती है।

6. सर्जिकल स्ट्राइक्स और बालाकोट एयरस्ट्राइक
भारतीय वायु सेना की सैन्य क्षमता का उदाहरण बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019) में देखने को मिला, जब भारतीय विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर सफलतापूर्वक बमबारी की। इससे पहले भी 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए IAF ने यह साबित किया कि वह न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सकती है, बल्कि जरूरत पड़ने पर दुश्मन के इलाके में भी जाकर जवाबी कार्रवाई कर सकती है।

7. महिला फाइटर पायलट्स
भारतीय वायु सेना ने महिलाओं के लिए लड़ाकू विमानों को उड़ाने के दरवाजे खोल दिए हैं। 2016 में अवनी चतुर्वेदी, भावना कंठ, और मोहना सिंह पहली महिला फाइटर पायलट्स बनीं। यह एक ऐतिहासिक कदम था, जिसने न केवल भारतीय वायु सेना में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाया बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना।

8. आधुनिक तकनीक और नए विमानों का समावेश
IAF ने समय-समय पर अपनी वायु शक्ति को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और नए विमानों को शामिल किया है। 2020 में फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप आई, जिसने भारतीय वायु सेना की ताकत में उल्लेखनीय वृद्धि की। इसके अलावा, सुखोई-30MKI, मिग-29, और मिराज 2000 जैसे लड़ाकू विमान IAF के शस्त्रागार को और मजबूत बनाते हैं।

9. एयर वॉरियर म्यूज़ियम
भारतीय वायु सेना की बहादुरी और इतिहास को जानने के लिए दिल्ली में स्थित 'एयर फोर्स म्यूज़ियम' एक बेहतरीन स्थान है। इस म्यूजियम में वायु सेना के पुराने विमानों से लेकर आधुनिक तकनीकी उपकरणों तक का संग्रह है। यह जगह उन वीरों की गाथाओं को संजोए हुए है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

10. IAF की अंतर्राष्ट्रीय भूमिका
भारतीय वायु सेना केवल भारत तक ही सीमित नहीं है। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय अभियानों और संयुक्त युद्धाभ्यासों में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान है। IAF ने कई संयुक्त अभ्यास किए हैं, जैसे अमेरिका के साथ 'कोप इंडिया', रूस के साथ 'अविया इंद्रा', और फ्रांस के साथ 'गरुड़'। इससे भारतीय वायु सेना की वैश्विक प्रतिष्ठा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी भूमिका का विस्तार हुआ है।

भारतीय वायु सेना दिवस 2024 हमारे लिए गर्व का दिन है। यह दिन हमें हमारे बहादुर वायु योद्धाओं के बलिदान और उनकी अद्वितीय क्षमता की याद दिलाता है। भारतीय वायु सेना की गाथा केवल उसके सैन्य अभियानों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से हम अपने देश की सुरक्षा, तकनीकी विकास, और मानवीय सहायता में उनके योगदान को भी सराहते हैं। वायु सेना दिवस पर हमें यह अहसास होता है कि हमारी वायु सेना न केवल आकाश की ऊँचाइयों को छू रही है, बल्कि देश के सम्मान और सुरक्षा की ऊँचाइयों को भी सुदृढ़ कर रही है।

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English summary
The Indian Air Force (IAF) was formed on 8 October 1932, and since then it has remained the main pillar of the country's security and sovereignty. In today's article, on the occasion of Indian Air Force Day 2024, we will look at 10 such interesting facts related to the Indian Air Force, which not only enhance our glory but also make us feel proud.
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