History of 2 January: 2 जनवरी का दिन भारतीय इतिहास के लिए बेहद खास है क्योंकि इस दिन यानि कि 2 जनवरी 1913 को महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल में टॉलस्टॉय फार्म छोड़ा। जिसके कुछ सालों बाद 2 जनवरी 1947 को महात्मा गांधी ने पूर्वी बंगाल में शांति के लिए मार्च शुरू किया। इसके अलावा मोहनदास करमचंद गांधी के तीसरे पुत्र रामदास मोहनदास गांधी का जन्म 2 जनवरी 1897 को हुआ था।
चलिए आज के इस आर्टिकल में आपको 2 जनवरी से जुड़े इतिहास के बारे में बताते हैं कि आखिर इस दिन से जुड़ी प्रमुख एतिहासिक घटनाएं कौन सी है। साथ ही हम ये भी बताएंगे कि इस दिस किस प्रमुख हस्ती का जन्म हुआ था और किसकी मृत्यु हुई थी।
2 जनवरी से जुड़ा भारतीय इतिहास
1893 - भारतीय अभिनेता, गायक, फिल्म निर्देशक और निर्माता गिप्पी ग्रेवाल, जिनका काम पंजाबी और हिंदी फिल्म उद्योग में फैला हुआ है। इनका जन्म 2 जनवरी 1893 को हुआ था।
1912 - पूरन चंद्र गुप्ता एक भारतीय पत्रकार थे जिन्होंने दैनिक जागरण मीडिया समूह में हिंदी भाषा के प्रकाशन की स्थापना की। पूरन चंद्र गुप्ता का जन्म 2 जनवरी 1912 को हुआ था।
1932 - 1980 के दशक में पंजाब विद्रोह के दौरान हरचंद सिंह लोंगोवाल अकाली दल के अध्यक्ष थे। जिनका जन्म 2 जनवरी 1932 को हुआ था।
1937 - भारतीय कवि, लोकगायक और कन्नड़ फ़िल्मों के फ़िल्म निर्देशक चंद्रशेखर कंबारा का जन्म 2 जनवरी 1937 को हुआ था।
1953 - स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री और 17वीं लोकसभा के सदस्य अश्विनी कुमार चौबे का जन्म 2 जनवरी 1953 को हुआ था।
1959 - भारतीय व्यवसायी राजिंदर गुप्ता का जन्म 2 जनवरी 1959 को हुआ था।
1964 - भारतीय अभिनेत्री और नृत्यांगना शांति कृष्णा, जिन्हें मलयालम और तमिल फ़िल्मों में उनकी प्रमुख भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। इनका जन्म 2 जनवरी 1964 को हुआ था।
1972 - पंजाबी मनोरंजन उद्योग में सक्रिय भारतीय अभिनेता, हास्य अभिनेता, गायक और फिल्म निर्माता करमजीत अनमोल का जन्म 2 जनवरी 1972 को हुआ था।
1960 - भारतीय क्रिकेटर रमन लांबा का जन्म 2 जनवरी 1960 को हुआ था।
1987 - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता हरेकृष्ण महताब का निधन 2 जनवरी 1987 को हुआ था।
1989 - कम्युनिस्ट नाटककार और निर्देशक सफ़दर हाशमी की मृत्यु 2 जनवरी 1989 को हुई थी।
2006 - मलयालम फ़िल्म अभिनेत्री फिलोमिना का निधन 2 जनवरी 2006 को हुआ था।
2019 - कानून में बदलाव के लिए विरोध प्रदर्शन के बाद 2 जनवरी 2019 को दो महिलाएं केरल राज्य में भारत के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली पहली महिला बनीं।