World Day for Safety and Health at Work 2023: सुरक्षा और स्वास्थ्य एक व्यक्ति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। जब हम काम करते हैं तो अक्सर देखा जाता है कि कई लोग असुरक्षित होते हैं तो कई अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। माना काम करना आपके लिए आवश्यक है लेकिन उसमें डूब जाना, अपने स्वास्थ्य से कॉम्प्रोमाइज करने के बराबर है।
करियर को नई दिशा देना जितना आवश्यक है उतना ही आवश्यक स्वास्थ्य और सुरक्षा है। अगर आप स्वस्थ रहेंगे तभी तो अपने काम को महत्व दे पाएंगे, उसे बेहतर रूप से कर पाएंगे।
कई स्टडीज में पाया गया है कि लोग अपने काम में इतना खो जाते है कि दिन-रात एक बराबर कर देते हैं। वह बीमार होने पर भी काम करना नहीं छोड़ते हैं, जिसके कारण उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और ऐसी स्थिति में कम नींद, अधिक टेंशन और अगले दिन के वर्क प्लान को लेकर स्ट्रेस उनकी सेहत को खराब कर देता है। जब तक हमें इसके बारे में पता लगता है, सच मानिए देर हो चुकी होती है। क्योंकि तब तक आप कई बीमारियों से ग्रसित हो चुके होते हैं।
साथ ही साथ कार्य स्थल पर घटना भी अब आम सी बात हो गई है। कई बार इस तरह की खबरें टीवी में सुनी जाती है, जिसमें बताया जाता है कि कार्यस्थल पर हुई घटना से लोगों की जान चली गई। इसी को ध्यान में रखते हुए और इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 28 अप्रैल को कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा मनाया गया था। आइए आपको इस दिवस के बारे में विस्तार से बताएं...
कब हुई थी कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस
इस दिवस की शुरुआत वर्ष 2003 में हुई थी, उसी साल पहला कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस मनाया गया था। दिवस की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा की गई थी।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईओएल) एक एजेंसी है, जो संयुक्त राष्ट्र के तहत एक एजेंसी है। ये संगठन श्रमिक मुद्दों निपटने का काम करती है, जैसें की अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानक, सामाजिक और व्यक्तिगत सुरक्षा, नए काम के अवसर आदि।
कार्यस्थल पर घटनाओं और बीमारियों की रोकथाम पर जोर देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने इस दिवस का आयोजन किया और इसके माध्यम से आईएलओ की त्रिपक्षीयता और सामाजिक संवाद की पारंपरिक ताकत का लाभ उठाया। ये दिवस आईएलओ (अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन)की व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य पर वैश्विक रणनीति का एक अभिन्न अंग है।
वैश्विक राजनीति का मुख्य स्तंभ, जिसकी वकालत आईएलओ करता है, वह है कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना और इसी दिशा में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत आईएलओ के संस्थापक सदस्यों में से एक है। आईएलओ को 1969 में, कई देशों के बीच बंधुत्व और शांति के क्षेत्र में सुधार हासिल करने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार भी मिला है।
क्यों 28 अप्रैल को मनाया जाता है कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस
कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस को मनाए जाने के लिए क्यों 28 अप्रैल को तिथि को चुना गया? ये एक महत्वपूर्ण सवाल है, जिसके बारे में जानना सभी के लिए आवश्यक है, तो बता दें कि इसी दिन 1996 में ट्रेड यूनियन आंदोलन द्वारा दुनिया भर में मृत और घायल श्रमिकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्मरणोत्सव दिवस आयोजित किया गया था और आज भी किया जाता है। यही कारण रहा कि कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस के लिए 28 अप्रैल की तिथि का चयन किया गया।
कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस 2023 - थीम
हर साल इस दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता है, इस साल कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस 2023 की थीम है "एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण एक मौलिक सिद्धांत और कार्यस्थल पर अधिकार के रूप में।"
काम पर उभरते जोखिम क्या हैं
काम पर नए और उभरते व्यावसायिक जोखिम तकनीकी नवाचार, सामाजिक या संगठनात्मक परिवर्तन के कारण हो सकते हैं और वह जोखिम इस प्रकार है -
• नई प्रौद्योगिकियां और उत्पादन प्रक्रियाएं, उदाहरण के लिए नैनो प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी आदि।
• काम करने की नई परिस्थितियां, उदाहरण के लिए उच्च वर्कलोड, डाउनसाइजिंग से कार्य गहनता, काम के लिए प्रवासन से जुड़ी खराब स्थितियां और अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में नौकरियां आदि।
• रोजगार के उभरते रूप, उदाहरण के तौर पर स्वरोजगार, आउटसोर्सिंग, अस्थायी अनुबंध आदि।
• काम से संबंधित तनाव पर मनोसामाजिक कारकों का प्रभाव।
• कोविड बीमारी से हमें सीख मिली है कि किस तरह के एक दूसरे की सहायता कर खतरनाक से खतरनाक स्थिती से बचा जा सकता है। कोविड के दौरान काम पर पर्याप्त सुरक्षा और स्वास्थ्य उपाय को ध्यान में रखते हुए श्रमिकों और समाज की रक्षा करते हुए बीमारी के प्रसार को रोकने में सभी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। COVID-19 संकट से निपटने में सरकार, नियोक्ताओं और श्रमिकों सभी की भूमिका अहम रही है।
एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य संस्कृति क्या है?
• भारतीय श्रम संगठन एक स्वस्थ कार्य संस्कृति को परिभाषित करता है जहां।
• एक सुरक्षित और खुशहाल कार्य वातावरण के अधिकारों का सम्मान किया जाता है और इसे सभी स्तरों पर प्रदान किया जाता है।
• कार्यस्थल के सभी सदस्य एक साथ काम करते हैं और परिभाषित अधिकारों और जिम्मेदारियों का पालन करके एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण को सुरक्षित करने के लिए सक्रिय रूप से भाग लेते हैं|
• रोकथाम के नियम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
क्या है विश्व सुरक्षा और स्वास्थ्य दिवस का मुख्य उद्देश्य
• विश्व सुरक्षा और स्वास्थ्य दिवस का प्राथमिक उद्देश्य दुनिया भर में बीमारियों और व्यावसायिक दुर्घटनाओं को रोकना है।
• इस दिवस को जागरूकता बढ़ाने वाले अभियान के रूप में भी जाना जाता है, जो कार्यस्थल में एक खुशहाल और स्वस्थ कार्य संस्कृति बनाने और काम से संबंधित मौतों और चोटों की संख्या को कम करने पर अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्रित करता है।
• आईएलओ जागरूकता पैदा करने और कार्यस्थल में सुरक्षित प्रथाओं को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा दिवस का उपयोग करता है और व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
• विश्व सुरक्षा और स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य स्वस्थ कार्य संस्कृति को बढ़ावा देना भी है।
कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण बातें
- विश्व में प्रतिदिन करीब 6,300 से अधिक लोग व्यावसायिक दुर्घटनाओं और काम से संबंधित बीमारियों के कारण मरते हैं।
- प्रतिवर्ष मौत का ये आंकड़ा 2.3 मिलियन से अधिक होता है।
- सालाना 31 मिलियन से अधिक लोक व्यावसायिक दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं।
- कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस 2017 के लिए ILO का अभियान विश्वसनीय व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य (OSH) डेटा एकत्र करने और उपयोग करने की अपनी क्षमता में सुधार करने के लिए देशों की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर केंद्रित है।
- इस दैनिक प्रतिकूलता की मानवीय लागत बहुत बड़ी है और खराब व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रथाओं का आर्थिक बोझ हर साल वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 4 प्रतिशत अनुमानित है।
- 25 सितंबर, 2015 को अपनाए गए सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र 2030 एजेंडा में गरीबी समाप्त करने, ग्रह की रक्षा करने और सभी के लिए समृद्धि सुनिश्चित करने के विशिष्ट लक्ष्यों के साथ कार्य की एक वैश्विक योजना को शामिल किया गया था।
- इस योजना के साथ व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य डाटा को एकत्र कर उसके उपयोग की क्षमता देशों के लिए आवश्यक हो गई। इसके माध्यम से वह एजेंडा के 17 सतत विकास लक्ष्यों से लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा कर सकें।
- अनुवर्ती कार्रवाई का उद्देश्य संगठन के सदस्यों द्वारा ILO के संविधान और फिलाडेल्फिया की घोषणा में निहित मौलिक सिद्धांतों और अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों को प्रोत्साहित करना है और इसकी पुष्टि 1998 की घोषणा में की गई है।
आइए इस दिवस पर साथ मिलकर अपने आस पास के सभी लोगों के लिए कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य को बनाए रखने का प्रण लें।