World Book and Copyright Day 2023: विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है, जानिए

World Book and Copyright Day 2023: कई लोगों को किताबे पढ़ना पसंद होता है को कई लोग ऐसे हैं जिन्हें लिखना और पढ़ना दोनों ही पसंद होता है। किताबों के प्रेमियों के लिए विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस बहुत खासा माना जाता है। हर साल विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल को मनाया जाता है। इसे विश्व पुस्तक दिवस भी कहा जाता है। आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताएं...

World Book and Copyright Day 2023: विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है

विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस किताब पढ़ने वाले और उनके प्रकाशन करने वालों का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है। इसको मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य किताबें और उसे लिखने वालो के महत्व को समझाना है। ये दिवस महान लेखकों को समान देने के लिए है और उन्हें समर्पित है। हर साल इस दिवस को एक थीम के साथ मनाया जाता है और इस साल विश्व पुस्कत और कॉपीराइट दिवस 2023 की थीम है "स्वदेशी भाषाएं"

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी दिन कुछ महान लेखकों का जन्म हुआ था तो कुछ महान लेखकों की मृत्यु भी। विश्व पुस्कत दिवस, 23 अप्रैल को मैनुअल मेजिया वैलेजो और मौरिस ड्रूनल का जन्म हुआ था और इसी दिन विलियम शेक्सपियर, मिगुएल डे सर्वेंट्स और जोसेप प्ला और इंका गार्सिलसो डे ला वेगा की मृत्यु हुई थी। इस बात के बारे में अधिक लोगों को जानकारी नहीं है। यही कारण है कि विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस को चिह्नित करने के लिए 23 अप्रैल की तिथि का चयन किया गया।

विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस कब मनाया जाता है?

विश्व पुस्तक दिवस की शुरुआत सर्वेंट्स पब्लिशिंग हाउस के निर्देशन विसेंट क्लेवेल द्वारा 1922 में की गई थी। उन्होंने मिगुएल डे सर्वेंट्स को सम्मानित करने के विचार के साथ इस दिन को मनाने की बात की थी। उसके बाद ही 1926 में बार्सिलोना में पहला विश्व पुस्तक दिवस मनाया गया। ये पुस्तक दिवस मिगुएल डे सर्वेंट्स की जन्मदिन 7 अक्टूबर को मनाया गया था। लेकिन बाद में इस दिवस को मनाने के लिए मिगुएल डे सर्वेंट्स की मृत्यु के दिन यानी की 23 अप्रैल चुना गया और इस दिवस की तिथि स्थानांतरित किया गया।

लंबे समय के बाद 1995 में यूनेस्को द्वारा इसे विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस के रूप में आधिकारिक तौर पर अपना गया। क्योंकि इस दिन गई प्रमुख लेखकों की पुण्यतिथि और जयंती मनाई जाती है।

भले ही विश्व पुस्तक दिवस की शुरुआत पहले की गई हो लेकिन आधिकारिक रूप से यूनेस्को द्वारा विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस के रूप में 1995 में ही प्राप्त हुआ था। लेकिन ये भी सच है कि इस दिवस की शुरुआत का पूर्ण श्रेय विसेंट क्लेवेल को दिया जाता है, क्योंकि उनकी कल्पना के कारण ही आज पूरी दुनिया विश्व पुस्तक दिवस मना रही है।

किसने किया था विश्व पुस्तक दिवस की तिथि में बदलाव

1926 से मिगुएल डे सर्वेंट्स की जयंती वाले दिन मनाए जाने वाले विश्व पुस्तक दिवस की तिथि कैसे बदली ये सवाल सभी के मन में आता है और इसे बदलने का फैसला किसका था ये भी महत्वपूर्ण सवाल है, तो आइए जाने इसके बारे में...

विश्व पुस्तक दिवस की तिथि को मिगुएल डे सर्वेंट्स की जयंती से बदल कर उनकी पुण्यतिथि पर स्थानांतरित करने का फैसला स्पेन के राजा अल्फोंसो XIII ने किया था। जब उन्होंने इस तिथि को 7 अक्टूबर से बदल कर 23 अप्रैल किया। इसके बाद कैटेलोनिया और स्पेन में इसे एक छुट्टी की तरह महत्व दिया गया। इसे दिवस को इन दोनों स्थानों पर अधिक लोकप्रियता इसलिए भी प्राप्त हुई क्योंकि इसी दिन कैटेलोनिया के संरक्षक संत सेंट जोर्डी या 'डायडा डी संत जोर्डी' का पर्व भी मनाया जाता है।

World Book and Copyright Day 2023: विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस 23 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है

इसके बाद 1931 में बार्सिलोना में बुक फेयर मनाया गया और लोगों को उपहार में किताबे और गुलाब दिए गए। उसके बाद ये देखा गया कि कई महान लेखकों की जयंती और पुण्यतिथि 23 अप्रैल को ही पड़ती है, जिसमें से एक महान नाम विलियम शेक्सपियर और इंका गार्सिलसो जे ला वेगा का भी था। यही कारण रहा कि यूनेस्को ने इस दिवस को हर साल 23 अप्रैल को मनाए जाने की मान्यता प्रदान की।

क्या है कॉपीराइट की भूमिका

हर साल 23 अप्रैल को मनाए जाने वाला विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस न केवल पुस्तकों को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य करता है बल्कि कॉपीराइट की भूमिका बताते हुए इसके बारे में लोगों को जागरूक करने का कार्य करता है।

लेखकों और आने वाले नए लेखकों को पता होना चाहिए कि कॉपीराइट क्या है। आपने अक्सर ही कॉपीराइट क्लेम आ सकता है आदि जैसा वाक्य जरूर सुने होंगे लेकिन ऐसा क्यों कहा जाता है आइए जाने -

अधिकांश राज्यों द्वारा कॉपीराइट को लागू किया गया है। ये एक कानूनी सिद्धांत है, जो एक निर्धारित अवधि के लिए लेखकों और उनके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों को विशेष अधिकार प्रदान करता है। जिसके माध्यम से उनके द्वारा की गई रचना को कोई भी कॉपी न कर सकते। ऐसी स्थिति में लेखक कानूनी कार्यवाही कर सकता है। कॉपीराइट लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तक का उन्हें श्रेय प्रदान करता है।

विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस का महत्व

• विश्व पुस्तक दिवस पर दुनिया भर में लोग पुस्तकों और लेखकों के सम्मान करने के बारे में सिखाता है। ये दिवस उन लोगों के लिए और भी खास होता है जिन्हें पढ़ने का शौक होता है और वह आनंद की खोज करने और अतीत के महान लेखकों को पुस्तकों को पढ़ उन्हें वर्तमान में भी महत्व देते हैं।

• विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस पर सहिष्णुता पुरस्कार की सेवा में बच्चों और युवाओं को, जो साहित्य से जुड़े हैं और उसके लिए योगदान दे रहे हैं, यूनेस्को पुरस्कार भी दिया जाता है।

• ये दिन लोगों को कॉपीराइट कानूनों और बौद्धिक संपदा की रक्षा के लिए अन्य कदमों की बेहतर समझ होगी।

• विश्व पुस्तक दिवस दुनिया भर के लोगों, मुख्य रूप से मीडिया, लेखकों और शिक्षाविदों जैसे पुस्तक उद्योग के हितधारकों के लिए एक रैली स्थल बन गया है।

• विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस यह सुनिश्चित करता है कि साक्षरता को सभी रूपों में बढ़ावा दिया जाना चाहिए और लोगों की पहुंच सभी प्रकार के शैक्षिक संसाधनों तक होनी चाहिए।

विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस टाइमलाइन

• 1454 से 1455 - दुनिया की सबसे पुरानी यांत्रिक रूप से छपी किताब - "द गुटेनबर्ग बाइबल" - छपी है।

• 1922 - विश्व पुस्तक दिवस की परिकल्पना की गई - विसेंट क्लेवेल एंड्रेस को विश्व पुस्तक दिवस मनाने का विचार आया।

• 1926 - विश्व पुस्तक दिवस का उद्घाटन - विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस पहली बार 7 अक्टूबर को मनाया गया।

• 1995 - विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस की वार्षिक तिथि 23 अप्रैल को स्थानांतरित कर दी जाती है।

विश्व पुस्तक और कॉपीराइट दिवस कोट्स

• मेरा मानना है कि जब आप एक अच्छी किताब पढ़ते हैं तो कुछ बहुत जादुई हो सकता है। - जेके रॉउलिंग

• किताब जितना वफादार कोई दोस्त नहीं। - अर्नेस्ट हेमिंग्वे

• आपको कभी भी मेरे लिए पर्याप्त बड़ी चाय का प्याला या इतनी लंबी किताब नहीं मिल सकती है। - सी एस लुईस

• किताबों के बिना कमरा बिना आत्मा के शरीर के समान है। -मार्कस ट्यूलियस सिसेरो

• यदि आप केवल वे पुस्तकें पढ़ते हैं जो अन्य सभी पढ़ रहे हैं, तो आप केवल वही सोच सकते हैं जो अन्य सभी सोच रहे हैं। - हारुकी मुराकामी

• पुस्तकालय में रात के समय पृष्ठों से निकलने वाली आत्माओं का वास होता है। -इसाबेल अलेंदे

• अगर कोई किसी किताब को बार-बार पढ़ने का आनंद नहीं ले सकता है, तो उसे पढ़ने का कोई फायदा नहीं है। - ऑस्कर वाइल्ड

• अगर कोई ऐसी किताब है जिसे आप पढ़ना चाहते हैं, लेकिन वह अभी तक लिखी नहीं गई है, तो आपको उसे अवश्य लिखना चाहिए, - टोनी मॉरिसन

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English summary
World Book and Copyright Day 2023: Many people like to read books, but there are many people who like to write and read both. World Book and Copyright Day is considered very special for the lovers of books. Every year World Book and Copyright Day is observed on 23 April. It is also called World Book Day. It was officially recognized in 1995.
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